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किसान मोर्चा ने PM मोदी से कहा, ये 6 मांगें पूरी न होने तक आंदोलन जारी रहेगा

किसानों ने PM मोदी के सामने केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की गिरफ्तारी की मांग भी रखी है.

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फोटो : आजतक
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अभय शर्मा
22 नवंबर 2021 (Updated: 21 नवंबर 2021, 03:03 AM IST)
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 19 नवंबर को तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था. अब संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने PM मोदी को एक खुला पत्र लिखा है और उनसे MSP सहित किसानों की 6 मांगें पूरी करने को कहा है. SKM ने पत्र में लिखा है,
"देश के करोड़ों किसानों ने 19 नवंबर 2021 की सुबह राष्ट्र के नाम आपका संदेश सुना, हमने गौर किया कि 11 राउंड वार्ता के बाद आपने द्विपक्षीय समाधान की बजाय एकतरफा घोषणा का रास्ता चुना. लेकिन हमें खुशी है कि आपने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की है. हम उम्मीद करते हैं कि आपकी सरकार इस वचन को जल्द से जल्द और पूरी तरह निभायेगी."
इस खुले पत्र में किसानों ने आगे लिखा है कि तीन काले कानूनों को रद्द करना ही उनकी एकमात्र मांग नहीं है. सरकार के साथ बातचीत के दौरान SKM ने कुछ और मांगे भी उठाई थीं. किसानों की 6 मांगे1. खेती की संपूर्ण लागत पर आधारित (C2+50%) न्यूनतम समर्थन मूल्य को सभी कृषि उपज के ऊपर, सभी किसानों का कानूनी हक बना दिया जाए, ताकि देश के हर किसान को अपनी पूरी फसल पर कम से कम सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी मिल सके. (स्वयं आपकी अध्यक्षता में बनी समिति ने 2011 में तत्कालीन प्रधानमंत्री को यह सिफारिश दी थी और आपकी सरकार ने संसद में भी इसके बारे में घोषणा भी की थी.) 2. सरकार द्वारा प्रस्तावित "विद्युत अधिनियम संशोधन विधेयक, 2020/2021" का ड्राफ्ट वापस लिया जाए (वार्ता के दौरान सरकार ने वादा किया था कि इसे वापस लिया जाएगा, लेकिन फिर वादाखिलाफी करते हुए इसे संसद की कार्य सूची में शामिल किया गया था.) 3. "राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और इससे जुड़े क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए आयोग अधिनियम, 2021" में किसानों को सजा देने के प्रावधान हटाए जाए. ( इस साल सरकार ने कुछ किसान विरोधी प्रावधान तो हटा दिए, लेकिन सेक्शन-15 के माध्यम से फिर किसान को सजा की गुंजाइश बना दी गई है.) 4. दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश और अनेक राज्यों में हजारों किसानों को इस आंदोलन के दौरान (जून 2020 से अब तक) सैकड़ों मुकदमो में फंसाया गया है. इन मुकदमों को तत्काल वापस लिया जाए. 5. लखीमपुर खीरी हत्याकांड के सूत्रधार और सेक्शन 120B के अभियुक्त अजय मिश्रा टेनी आज भी खुले घूम रहे हैं और आपके मंत्रिमंडल में मंत्री बने हुए हैं. वह आपके और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों के साथ मंच भी साझा कर रहे हैं. उन्हें बर्खास्त और गिरफ्तार किया जाए. 6. इस आंदोलन के दौरान अब तक लगभग 700 किसान शहादत दे चुके हैं. उनके परिवारों के मुआवजे और पुनर्वास की व्यवस्था हो. शहीद किसानों स्मृति में एक शहीद स्मारक बनाने के लिए सिंधू बॉर्डर पर जमीन दी जाए.   SKM ने कहा- आंदोलन जारी रहेगा संयुक्त किसान मोर्चा ने अपने इस पत्र में पीएम मोदी से साफ़ शब्दों में कहा है कि जब तक सरकार उसकी इन 6 मांगों पर बात नहीं करती है और समाधान नहीं निकलती है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. पत्र में किसान नेताओं ने लिखा है,
"प्रधानमंत्री जी, आपने किसानों से अपील की है कि अब हम घर वापस चले जाएं. हम आपको यकीन दिलाना चाहते हैं कि हमें सड़क पर बैठने का शौक नहीं है. हम भी चाहते हैं कि जल्द से जल्द इन बाकी मुद्दों का निपटारा कर, अपने घर, परिवार और खेती बाड़ी में वापस लौटें. अगर आप भी यही चाहते हैं तो सरकार उपरोक्त छह मुद्दों पर अविलंब संयुक्त किसान मोर्चा के साथ वार्ता शुरू करे. तब तक संयुक्त किसान मोर्चा अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक इस आंदोलन को जारी रखेगा."

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