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यूक्रेन कवरेज के चलते रूस का दबाव था, चैनल ने 'No To War' कहकर प्रसारण बंद किया

रूसी सरकार ने पिछले साल टीवी रेन को विदेशी एजेंट घोषित कर दिया था.

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टीवी रेन का आखिरी प्रसारण (तस्वीर- वीडियो स्क्रीनशॉट)
4 मार्च 2022 (Updated: 4 मार्च 2022, 16:52 IST)
Updated: 4 मार्च 2022 16:52 IST
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यूक्रेन में जारी जंग के बीच रूस के टेलीविजन चैनल 'टीवी रेन' (Dozhd) ने अपना प्रसारण बंद कर दिया है. चैनल ने ये फैसला रूसी अधिकारियों के आदेश के बाद लिया है. यूक्रेन में रूस के हमले की कवरेज को लेकर टीवी रेन पर प्रशासन द्वारा लगातार दबाव बनाया जा रहा था. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, चैनल के स्टाफ ने अपने आखिरी टेलीकास्ट में प्रसारण बंद किए जाने बारे में बताया. इसी लाइव टेलीकास्ट के दौरान सभी स्टाफ मेंबर्स ने 'नो टू वॉर' कहते हुए रिजाइन भी किया. टीवी रेन को रूस के स्वतंत्र मीडिया संस्थानों में गिना जाता है. चैनल ने बाद में एक बयान में बताया कि प्रसारण अनिश्चित समय के लिए बंद कर दिया गया है. खबर के मुताबिक चैनल ने अपना आखिरी प्रसारण यूट्यूब लाइव के जरिए किया था. स्टूडियो से सभी स्टाफ के निकलने के बाद चैनल ने 'स्वान लेक' बैले म्यूजिक का प्रसारण किया, जो अगस्त 1991 में तत्कालीन सोवियत संघ के राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव के खिलाफ की गई कोशिशों के दौरान भी सोवियत टेलीविजन्स पर दिखाया गया था. चैनल के इन आखिरी पलों का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के टेलीकम्यूनिकेशन रेगुलेटर ने पहले ही टीवी रेन को ब्लॉक कर दिया था. इसके कुछ कर्मचारी अपनी सुरक्षा को देखते हुए रूस छोड़ चुके हैं. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, चैनल के फाउंडर्स में एक नतालिया सिनदेयेवा ने एक बयान जारी करते हुए कहा,
"हमें ये सोचने के लिए ताकत की जरूरत है... कि हम यहां से कैसे काम कर सकते हैं. हम उम्मीद करते हैं कि हम लौट कर चैनल का प्रसारण करेंगे और अपना काम जारी रखेंगे."
इससे पहले ये रिपोर्ट सामने आई थी कि रूसी मीडिया को सिर्फ आधिकारिक सूत्रों के द्वारा दी गई जानकारी को छापने का निर्देश दिया गया था. दी गार्डियन की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि मीडिया संस्थानों को यूक्रेन संकट के लिए 'हमला', 'आक्रमण' या 'युद्ध' जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करने का निर्देश दिया गया था. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन पर हमले को 'विशेष सैन्य कार्रवाई' कहते आए हैं. टीवी रेन के एडिटर-इन-चीफ तिखोन ज्यादको भी रूस छोड़कर जा चुके हैं. उन्होंने कमिटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (CPJ) से कहा,
"टीवी रेन के प्रबंधन ने अस्थायी रूप से काम को रोकने का फैसला लिया है. रूसी प्रशासन ने हमें ऐसी स्थिति में खड़ा कर दिया कि एक पत्रकार के तौर पर काम करते रहना असंभव है. 4 मार्च को रूसी सरकार कथित फेक न्यूज को लेकर एक नई बिल लाने जा रही है. इससे यूक्रेन पर रिपोर्टिंग करना व्यवहारिक रूप से असंभव और अवैध हो जाएगा. ये हम सभी के लिए खतरे जैसा है, इसलिए हमने ये फैसला लिया."
यूक्रेन पर हमले के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मीडिया पर भी बड़े प्रतिबंध लगाए हैं. इससे पहले गुरुवार 3 मार्च को इको ऑफ मॉस्को (Ekho Moskvy) रेडियो स्टेशन ने भी रूसी सरकार के दबाव के कारण अपना प्रसारण बंद कर दिया. ये रूस के सबसे प्रसिद्ध न्यूज और करेंट अफेयर्स रेडियो स्टेशन में एक है. प्रशासन ने टीवी रेन और इको ऑफ मॉस्को जैसे मीडिया संस्थानों पर यूक्रेन को लेकर गलत जानकारी फैलाने का आरोप लगाया है. रूसी सरकार ने पिछले साल टीवी रेन को एक विदेशी एजेंट घोषित कर दिया था.

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