सीमा विवाद पर राजनाथ सिंह की चीन के रक्षा मंत्री से दो घंटे 20 मिनट में क्या बातें हुईं?
रूस की राजधानी मास्को में ये मीटिंग हुई.
Advertisement

रूस की राजधानी मास्को में मेत्रोपोल होटल में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंग के बीच दो घंटे 20 मिनट तक बैठक चली. फोटो: Twitter/DefenceMinIndia
'देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा में कोई शंका नहीं' रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने बॉर्डर मैनेजमेंट को लेकर हमेशा जिम्मेदारी भरा रवैया अपनाया है लेकिन हमारे देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के मामले में किसी को कोई शंका नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति को जिम्मेदारी के साथ हल किया जाना चाहिए और किसी भी पक्ष को ऐसा ऐक्शन नहीं लेना चाहिए जिससे स्थिति जटिल हो और सीमावर्ती इलाकों में विवाद बढ़े. राजनाथ सिंह ने एक बार फिर डिप्लोमैटिक और सैन्य स्तर की बातचीत पर जोर दिया ताकि जल्द से जल्द सीमा पर शांति बहाल की जा सके.RM advised that it was important therefore that Chinese side should work with the Indian side for complete disengagement at the earliest from all friction areas including Pangong Lake as well as de-escalation in border areas in accordance with the bilateral agreements & protocols
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) September 5, 2020
चीन ने बातचीत पर दिया जोर इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के रक्षा मंत्रालय की तरफ से ये भी कहा गया कि दोनों देशों के बीच संबंध सीमा विवाद की वजह से खराब हुए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, राजनाथ सिंह से मुलाकात की बात चीन के रक्षा मंत्री फेंग की तरफ से की गई. चीन के रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया, ''हमें सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत के रास्ते खुले रखने चाहिए ताकि शांतिपूर्वक तरीके से मसलों को हल किया जा सके और ऐसे कदम ना उठाए जाएं, जिससे स्थिति जटिल हो.'' लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील के दक्षिणी किनारे पर चीनी सैनिकों की बढ़त के बाद भारतीय सेना ने महत्वपूर्ण पोजीशन पर कब्जा कर लिया है. इस तनाव के बीच रूस में ये बैठक अहम मानी जा रही है. बातचीत का क्या असर होता है, ये देखने वाली बात होगी.RM stated clearly that while the Indian troops had always taken a very responsible approach towards border management, but at the same time there should also be no doubt about our determination to protect India’s sovereignty and territorial integrity.
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) September 5, 2020
ये SCO क्या है जो भारत, चीन, पाकिस्तान सहित कई देशों की रूस में बैठक कराने वाला है?