The Lallantop
Advertisement

मंत्री के सेक्रेटरी के घर पर पड़ा छापा, काम करने वाले के पास मिले 20 करोड़

छापेमारी ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस के सिलसिले में की गई है. पिछले साल फरवरी में विभाग के चीफ इंजीनीयर वीरेंद्र के राम अरेस्ट हुए थे.

Advertisement
ranchi ed raid crores recovered jharkhand minister alamgir alam ps sanjiv lal domestic help
कैश की गिनती जारी है. (फोटो- ANI)
6 मई 2024 (Updated: 6 मई 2024, 13:40 IST)
Updated: 6 मई 2024 13:40 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

रांची में प्रवर्तन निदेशालय के छापे (ED Raid) के दौरान एक हाउस हेल्प के घर से करोड़ों का कैश बरामद हुआ है. ये हाउस हेल्प, कथित तौर पर राज्य मंत्री आलमगीर आलम के पर्सनल सेक्रेटरी संजीव लाल के लिए काम करता है. आलमगीर आलम झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री और पाकुड़ से कांग्रेस विधायक हैं. बरामद की गई रकम 20 से 30 करोड़ रुपये के बीच बताई जा रही है.

सोमवार, 6 मई की सुबह से ED एक पुराने केस की जांच के सिलसिले में रांची में अलग-अलग ठिकानों पर रेड मार रही है. 

बरामद हुए पैसों की गिनती के लिए कैश मशीनों को मौके पर भेजा गया है. संभावना है कि रकम और बढ़ सकती है. रेड का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें 500 के नोटों की गड्डियों का ढेर दिख रहा है. ED सूत्रों ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया है कि अधिकारियों ने कुछ जेवर भी बरामद किए हैं.

चूंकिय ये मामला विधायक आलमगीर आलम से जुड़ा हुआ है, सो उनसे भी बयान लिया गया. उन्होंने PTI से कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है. बोले,

मैं टीवी देख रहा हूं. बताया जा रहा है कि वो परिसर मेरे आधिकारिक निजी सचिव से जुड़ा हुआ है.

किस केस में हुई छापेमारी?

ये रेड झारखंड ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस के सिलसिले में की गई है. मामले को लेकर पिछले साल फरवरी में विभाग के चीफ इंजीनीयर वीरेंद्र के राम को अरेस्ट किया गया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ED ने बताया था कि वीरेंद्र ने ठेकेदारों को टेंडर आवंटित करने के बदले उनसे कमीशन के नाम पर पैसे लिए थे. एजेंसी ने आरोप लगाया कि राम और उसके परिवार के सदस्यों ने उन पैसों का इस्तेमाल आलीशान जीवन जीने के लिए इस्तेमाल किया.

ये भी पढ़ें - हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी का असर चुनाव में होगा? झारखंड में किन मुद्दों पर लड़ रही पार्टियां?

इससे पहले, 2019 में वीरेंद्र के एक जूनियर के पास से भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई थी. बाद में PMLA के तहत केस ED को ट्रांसफर कर दिया गया.

ताजा रेड को लेकर BJP ने मांग की है कि आलमगीर आलम को तुरंत हिरासत में लिया जाए और नकदी बरामदगी को लेकर उनसे सख्ती से पूछताछ की जाए. झारखंड BJP के प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने कहा,

झारखंड सरकार के भ्रष्टाचार की कहानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. कुछ दिन पहले कांग्रेस के एक सांसद के घर और ऑफिस से 300 करोड़ रुपये कैश बरामद हुए थे. पूर्व CM हेमंत सोरेन के करीबी पंकज मिश्रा के सहयोगी के आवास से 10 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश मिला था.

प्रतुल शाह देव ने कहा कि ताजा नकदी बरामदगी से एक बार फिर साबित हो गया है कि कांग्रेस काले धन के कारोबार में उलझी हुई है.

thumbnail

Advertisement

Advertisement