मूसेवाला मर्डर : शूटरों का खुलासा, किसी और को मारना था, वो नहीं मिला तो मूसेवाला को मार दिया
कौन है अमित डागर, जिसने लॉरेंस बिश्नोई से फिरौती मांग ली थी और शूटरों के निशाने पर था?

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose wala) की हत्या मामले में एक नया खुलासा हुआ है. इंडिया टुडे/आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) गैंग से 5 करोड़ रुपये की फिरौती वसूलने वाला अमित डागर असली निशाने पर था. लेकिन जब शूटरों को वह अमित डागर नहीं मिला तो मूसेवाला की हत्या कर दी गई.
राजस्थान के धौलपुर जिले के दिहौली थाना इलाके के बीहड़ से पकड़े गए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है. इसमें पता चला है कि अमित डागर को मारने का प्लान सिद्धू मूसेवाला से भी पहले बनाया गया था. लेकिन लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के शूटर इसमें कामयाब नहीं हो पाए.
कौन है अमित डागर?अमित डागर वही गैंगस्टर है, जिसने लॉरेंस से भी फिरौती मांगी थी. अमित डागर का कनेक्शन कौशल गिरोह से बताया जाता है. फिलहाल अमित डागर पंजाब में ही पुलिस रिमांड पर है. पिछले साल युवा अकाली नेता विक्की मिद्दूखेड़ा की हत्या के बाद से ही लॉरेंस बिश्नोई और अमित डागर के बीच विवाद चल रहा है.
पुलिस ने 2 जून 2022 को धौलपुर जिले से लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के दो प्रमुख व्यक्तियों - हरियाणा के गुरुग्राम के रहने वाले 20 वर्षीय दिनेश उर्फ गंगाराम और 20 वर्षीय संदीप अहीर - को गिरफ्तार किया था. इनके साथ पुलिस ने इनको शरण देने वाले पूर्व डकैत रामदत्त ठाकुर को भी गिरफ्तार किया था. दोनों व्यक्तियों पर हरियाणा के गुरुग्राम जिले के पटौदी थाने में हत्या के मामले में 15-15 हजार का इनाम घोषित है.
पुलिस उप अधीक्षक दीपक खंडेलवाल ने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दिनेश और संदीप अहीर कौशल गिरोह के अमित डागर की पंजाब में रेकी कर उसकी हत्या करने वाले थे. लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने मिद्दूखेड़ा की हत्या के केस में अमित डागर और भूप्पी राणा को गिरफ्तार कर लिया और मोहाली लेकर आ गई. ऐसे में अमित डागर के मर्डर की साजिश को कुछ दिनों के लिए टाल दिया गया था.
इसके बाद दोनों शूटर राजस्थान के गंगानगर भाग गए. सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या होने के बाद लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के कहने पर दोनों धौलपुर के चम्बल के इलाके में पूर्व डकैत रामदत्त ठाकुर की शरण में फिरौती काटने आए थे.
लॉरेंस बिश्नोई से मांग ली फिरौतीदिल्ली-गुरुग्राम में सक्रिय कौशल गिरोह के अमित डागर ने खुद को बड़ा गैंगस्टर बनाने के लिए लॉरेंस बिश्नोई को ही धमकी देकर पांच करोड़ रुपए की फिरौती मांग ली थी. फिरौती न देने पर अमित डागर के गुर्गों ने लॉरेंस से जुड़ी एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारी की जयपुर में हत्या कर दी थी. बताया जाता है कि तब लॉरेंस बिश्नोई ने अमित डागर को पांच करोड़ रुपए की फिरौती दी थी.
सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद गैंगस्टर अमित डागर ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर सुरक्षा की गुहार लगाई है. अमित डागर पर 20 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. डागर ने याचिका में अपील की है कि उसे जेल से बाहर जांच के लिए या अदालत में पेश करने ले जाते समय बुलेट प्रूफ जैकेट और बुलेट प्रूफ वाहन का इस्तेमाल करने का आदेश पंजाब पुलिस को दिया जाए.
इंटरनेट कॉलिंग और एप्स से चलता है धंधा!पुलिस की गिरफ्त में दिनेश और संदीप ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह इंटरनेट कॉलिंग के जरिए ही गिरोह से जुड़े हुए हैं. उनकी लॉरेंस बिश्नोई और गिरोह के अन्य सरगनाओं से कभी भी आमने-सामने की मुलाकात नहीं हुई है.
हरियाणा के पटौदी में हत्या के मामले संलिप्त होने के बाद से दोनों लोग यहां-वहां फरारी काट रहे थे. इस दौरान लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई उर्फ जैक ने इन दोनों से इंटरनेट कॉलिंग के जरिये संपर्क किया और दोनों को धौलपुर जिले के राजाखेड़ा इलाके में पूर्व डकैत रामदत्त ठाकुर से मिलने का निर्देश दिया.
लॉरेंस बिश्नोई इस वक्त दिल्ली की तिहाड़ जेल नंबर आठ में हाई सिक्योरिटी वार्ड में बंद है.
बता दें कि आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद लॉरेंस बिश्नोई ने राजस्थान के हर हिस्से में अपना नेटवर्क बढ़ाने की कोशिश शुरू कर दी थी. लॉरेंस ने पहले जोधपुर में नेटवर्क बढ़ाया और फिर चंबल के इलाके के बदमाशों तक अपना नेटवर्क फैला दिया. आनंदपाल के खास साथी शिवदत्त ठाकुर के भाई रामदत्त ठाकुर के जरिए लॉरेंस बिश्नोई ने धौलपुर में अपना नेटवर्क फैलाया.
वीडियो: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड पर पुलिस के सामने लॉरेंस बिश्नोई ने क्या-क्या कबूला?