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ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी दिखी पाकिस्तानी सेना और आतंकियों की दोस्ती, जैश कमांडर के जनाज़े में ISI अधिकारी

Yaqub Mughal Funeral Video: ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं कि आतंकवादियों के जनाज़े में पाकिस्तान सेना और पुलिस के अधिकारी भी शामिल हुए.

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Yaqub Mughal funeral video
बिलाल आतंकवादी कैंप के प्रमुख याकूब मुगल के अंतिम संस्कार पाकिस्तानी पुलिस दिखी. (फ़ोटो- सोशल मीडिया)
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हरीश
7 मई 2025 (Published: 06:34 PM IST) कॉमेंट्स
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भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) में पाकिस्तान के कई बड़े आतंकवादी मारे जाने की खबर है. इनमें से जैश-ए-मोहम्मद के बिलाल आतंकवादी कैंप का प्रमुख याक़ूब मुगल (Yaqub Mughal) भी शामिल है. इसी याकूब मुगल के अंतिम संस्कार का एक वीडियो वायरल है. याकूब के जनाज़े में पाकिस्तानी सेना की वर्दी में कई अफसर भी दिखाई दिए. 

लोगों ने ये भी दावा किया है कि ISI के अफसरों के साथ-साथ पुलिस के बड़े अधिकारी भी याबूक के जनाज़े के लिए जुटे हुए थे. ओपन सोर्स इंटेलिजेंस ने इसे लेकर एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की. पोस्ट में दावा किया गया कि आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर हाफिज अब्दुर रऊफ ने जनाज़े का नेतृत्व किया. पंजाब पाकिस्तान पुलिस इंस्पेक्टर जनरल भी अंतिम संस्कार में शामिल हुए.

पाकिस्तानी मीडिया संस्थान समा टीवी का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया. साथ ही, सवाल उठाया गया,

पाकिस्तान में सेना और आतंकवादियों के बीच कोई लाइन नहीं है. एक वर्दी पहनता है, दूसरा बंदूक रखता है. लेकिन दोनों का एजेंडा एक ही है. पाकिस्तानी सेना के अधिकारी जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी याकूब मुगल के अंतिम संस्कार में शामिल हुए. क्या हमें और सबूत चाहिए?

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अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी पुलिस के अधिकारी शामिल.

ये भी पढ़ें- पाकिस्तान में कोई आतंकी कैम्प नहीं? पत्रकार ने पाकिस्तानी मंत्री को खूब लताड़ा

बताया गया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया. इनमें से चार पाकिस्तान में और पांच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में थे. भारतीय सेना को खुफिया सूचना मिली थी कि इन जगहों पर स्वास्थ्य केंद्रों की आड़ में आतंकी शिविर चल रहे हैं. ताकि उनका पता न चल सके.

इसी इनपुट के आधार पर सेना ने इन ठिकानों को चुना था. किस ठिकाने पर क्यों हमला किया गया, ये जानने के लिए यहां क्लिक करें. मिसाइल हमलों के ज़रिए विश्व स्तर पर प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया.

बता दें कि पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने पर्यटकों की हत्या कर दी थी. इसी का बदला लेने के लिए भारत ने PoK और पाकिस्तान में ये कार्रवाई की है.

वीडियो: 'फिर कभी दूसरा पहलगाम न हो...' ऑपरेशन सिंदूर पर ओवैसी ने पाकिस्तान को खूब सुनाया

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