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NIA ने बिहार में मारा छापा, PM मोदी के दौरे के पहले हुआ था बवाल!

PFI पर पीएम मोदी के दौरे में खलल डालने का प्लान बनाने का आरोप है. इसी मामले में NIA ने बिहार में 32 जगहों पर रेड मारी है.

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NIA-Bihar
फाइल फोटो- इंडिया टुडे
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8 सितंबर 2022 (Updated: 8 सितंबर 2022, 13:41 IST)
Updated: 8 सितंबर 2022 13:41 IST
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पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) के बिहार दौरे में खलल डालने की साजिश के मामले में आज, 8 सितंबर को NIA ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. बताया गया है कि NIA राज्य में 32 जगहों पर एक साथ रेड कर रही है. खबर के मुताबिक NIA ने छपरा, अररिया, औरंगाबाद, किशनगंज, नालंदा और जहानाबाद समेत कई जिलों में छापे मारे हैं.

दरअसल, पीएम मोदी इसी साल 12 जुलाई को बिहार के दौरे पर आए थे. पीएम की विज़िट से एक दिन पहले 11 जुलाई को फुलवारी शरीफ में पुलिस ने रेड कर दो लोगों को गिरफ्तार किया था. उसने खुलासा करते हुआ कहा था कि पीएम मोदी के दौरे को लेकर साजिश का प्लान था. पुलिस ने 26 लोगों के खिलाफ देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज किया था. बाद में इस जांच को NIA ने अपने हाथ में ले लिया था.

इसी केस में गुरुवार को NIA छापेमारी कर रही है. इससे पहले NIA ने 22 जुलाई को इस मामले में FIR दर्ज की थी. उसने IPC की धारा 120, 120 बी, 121, 121 ए (क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी) 153 ए, 153-बी (धर्म के आधार पर वैमनस्य फैलाना) और सेक्शन 34 (कई लोगों का अपराध के लिए समान इरादा) के तहत ये मामला दर्ज किया है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने 30 जुलाई को भी बिहार के 6 जिलों में इसी सिलसिले में छापेमारी की थी.

इस मामले में पुलिस ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था. 13 जुलाई को पटना के फुलवारी शरीफ इलाके से झारखंड के एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज को गिरफ्तार किया गया था. तीन दिन बाद नूरुद्दीन जंगी नाम के शख्स को उत्तर प्रदेश एटीएस ने बिहार पुलिस की सिफारिश पर लखनऊ से गिरफ्तार किया था.

आजतक से जुड़े जितेंद्र बहादुर सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक NIA ने इस मामले में दो FIR दर्ज की हैं. पहली जुलाई में दर्ज की गई थी. तब पुलिस की छापेमारी के दौरान कथित मिशन 2047 से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए थे. बताया गया कि इस मिशन का मकसद भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना है. कहा जा रहा है कि कई ऐसे संदिग्ध मिले हैं जिनका PFI से सीधा संबंध है. इसके अलावा दूसरी FIR गजवा-ए-हिंद मॉड्यूल से जुड़ी है. बताया जा रहा है इस केस में मगरूब अहमद दानिश नाम का व्यक्ति मुख्य आरोपी है. NIA इन दोनों मामलों में लिंक तलाश रही है.

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