यूपी का मेरठ. यहां दो साल की एक बच्ची में कोरोनावायरस का नया स्ट्रेन मिला है. ये परिवार कुछ ही दिन पहले ब्रिटेन से लौटा था. परिवार के सभी लोगों को कोरोना हो गया. कोरोना की पुष्टि के बाद सैंपल दिल्ली भेजे गए. चार लोगों के सैंपल में दो साल की बच्ची की रिपोर्ट में कोरोना के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है. माता पिता में कोरोना का नया स्ट्रेन नहीं मिला है. मेरठ के ज़िलाधिकारी के बालाजी ने ख़बर की पुष्टि की है, और साथ ही बताया कि सारे परिजन स्वस्थ हैं और स्थिति नियंत्रण में है.
ख़बरें बताती हैं कि इलाक़े को सील कर दिया गया है, और स्थानीय लोगों की टेस्टिंग की जा रही है.
इससे पहले 29 दिसंबर को यूके से लौटे 6 लोगों में भी कोरोना का नया स्ट्रेन मिल चुका था. इनमें से तीन बेंगलुरु, दो हैदराबाद और एक मरीज पुणे में मिला. Economic Times में छपी ख़बर के मुताबिक़ देश में उनकी संख्या बढ़कर अब 20 हो गयी है. इनके अलावा आंध्र प्रदेश की महिला के केस की भी बहुत चर्चा है. आंध्र प्रदेश की 50 वर्षीय महिला 21 दिसंबर को यूके से भारत आयी थीं. दिल्ली में उनका कोरोना का सैम्पल लिया गया था, लेकिन रिज़ल्ट का इंतज़ार किए बिना महिला अपने बेटे के साथ आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिले चली गयीं. उनके सैम्पल में कोरोना के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई. अधिकारियों ने खोजबीन की. और ट्रेन पर महिला को उनके बेटे के साथ ट्रेस कर लिया गया.
ख़बरों के मुताबिक़, 25 नवंबर से लेकर 23 दिसंबर तक कुल 33 हज़ार लोग यूके से भारत के अलग-अलग एयरपोर्ट पर आ चुके हैं. अब तक इनमें से 114 लोग कोरोना पॉज़िटिव मिले हैं. इनके सैम्पल की जीनोम सीक्वेन्सिंग की गयी, जिससे नए स्ट्रेन की पुष्टि होती है.
कोरोना का नया स्ट्रेन सबसे पहले यूके में मिला था. इसके बाद यूरोप के कई देशों में नए स्ट्रेन के मामले सामने आ चुके हैं. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान, लेबनान, सिंगापुर और अमेरिका में भी कोरोना के नए स्ट्रेन के केस मिलने लगे हैं. ये ऐसे समय हो रहा है, जब कई देशों में वैक्सीन लगाए जाने की तैयारी हो रही है. ऐसा माना जा रहा है कि नया स्ट्रेन पुराने स्ट्रेन के मुक़ाबले, 70 प्रतिशत ज़्यादा प्रभावी है, साथ ही ये कम आयु वर्ग के लोगों को भी अपनी चपेट में ले रहा है.
वहीं भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने फिर से एक बार कहा है कि डरने की ज़रूरत नहीं है. दावा है कि वैक्सीन नए स्ट्रेन पर भी काम करेगी. आजतक की ख़बर के मुताबिक़, भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो के विजय राघवन ने कहा कि इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि वर्तमान वैक्सीन कोरोना के नए स्ट्रेन से बचाने में नाकाम रहेगी.