नेताजी सुभाष चंद्र बोस की फाइल्स पॉलिटिकल गुब्बारे में गरम हवा भरे हैं. इस बीच ब्रिटेन की एक वेबसाइट ने एक खुलासा किया है. कि टोक्यो, जापान में जो नेताजी का अस्थिकलश रखा है, उसमें उनका सोने का दांत पड़ा हुआ है.
ये वेबसाइट नेताजी सुभाष के आखिरी दिनों के काम काज का लेखा जोखा कलेक्ट कर रही है. उसमें लिखा है कि उनके बड़े भरोसेमंद साथी थे कर्नल हबीबुर्रहमान. उनकी कथित आखिरी हवाई यात्रा में भी साथ थे. उन्होंने अपने बेटे को बताया है कि नेताजी का गोल्डेन टूथ वो उस अस्थिकलश में डाल दिए थे.
शॉलिमारी बाबा ही नेताजी थे या फिर उन्हें नेहरू ने प्लांट किया था?