The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • Minnesota Police shot a black ...

अमेरिका में फिर जॉर्ज फ्लाॅयड वाला कांड हो गया, अश्वेत युवक की मौत के बाद हिंसा

रिपोर्ट्स के मुताबिक 20 साल के युवक पर ट्रैफिक उल्लंघन का आरोप था.

Advertisement
Img The Lallantop
अमेरिका में Black Lives Matter प्रदर्शन अब भी जारी हैं.( फोटो:AP)
pic
लल्लनटॉप
12 अप्रैल 2021 (Updated: 13 अप्रैल 2021, 11:45 AM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
अमेरिका. यह वही देश है जो पूरी दुनिया को समानता, लोकतंत्र आदि के बारे में भाषण देता रहता है. लेकिन आज एक बार फिर उसकी पुलिस ने ही उसे दुनिया के सामने शर्मिंदा कर दिया है. यहां एक बार फिर पुलिस द्वारा एक अश्वेत युवक को जान से मारने की घटना सामने आई है. जिसके बाद अमेरिका में एक बार फिर पुलिस के खिलाफ भयंकर प्रदर्शन शुरू हो चुके हैं. मामला मिनेसोटा राज्य का है. जहां पुलिस ने हाल ही में एक अश्वेत व्यक्ति पर गोली चला कर उसको मार दिया. कारण क्या था. ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन का. आपको बता दें कि लगभग 1 साल पहले इसी अमेरिकी पुलिस ने जॉर्ड फ्लाॅयड नामक एक व्यक्ति को जान से मार दिया था, तब भी बड़ा बवाल हुआ था.आइए आपको ये नया वाला मामला समझाते हैं.क्या है पूरा मामला? स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ब्रुकलिन सेंटर पुलिस ने रविवार दोपहर लगभग 2:00 बजे एक गाड़ी को ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के चलते रोका. उस गाड़ी चलाने वाले का नाम 'डौंटी राइट' था. और उसकी उम्र 20 साल थी. डौंटी को गाड़ी से उतरने को कहा गया. जब पुलिस ने राइट को पकड़ने की कोशिश की तो वह फिर से गाड़ी में बैठ गया और उसने वहां से भागने की कोशिश की. वह थोड़ी दूर आगे बढ़ा ही था कि तभी एक पुलिस अधिकारी ने अपनी बंदूक निकाली और राइट की तरफ गोली चला दी. लेकिन राइट ने किसी तरीके से गाड़ी चलाना जारी रखा और वह कुछ ही दूर आगे बढ़ा कि तभी वह एक और गाड़ी से टकरा गया. पुलिस ने यह भी बताया है कि 'डौंटी' के खिलाफ एक अरेस्ट वारंट भी जारी था. 'स्टार ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस अधिकारियों और डॉक्टरों ने डौंटी की जान बचाने के लिए कई तरीकों का उपयोग किया, लेकिन फिर उसे घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया. डौंटी के साथ गाड़ी में बैठीं उनकी महिला मित्र को अस्पताल ले जाया गया, हालांकि उनकी यह चोट जानलेवा नहीं है. आपको बता दें कि यह घटना जॉर्ज फ्लाॅयड वाले घटनास्थल से 16 किलोमीटर दूर हुई है. 'डौंटी' की मां केटी राइट ने मीडिया को बताया की रविवार दोपहर को उन्हें उनके बेटे ने फोन किया और उसने बताया कि उसे पुलिस ने पकड़ लिया है. क्योंकि उसने अपने Rear-view mirror यानी गाड़ी चलाते समय पीछे देखने के लिए लगाए गए शीशे पर एक एयर फ्रेशनर लटका रखा था. आपको बता दें कि मिनेसोटा राज्य में Rear-view mirror से कुछ भी लटका कर रखना गैर कानूनी है. डौंटी की मां ने रोते हुए आगे कहा,
मैंने पुलिस को उसे गाड़ी के बाहर निकलने के लिए कहते हुए भी सुना. मैंने सुना कि पुलिस अधिकारी कह रहे थे, "डौंटी भागो मत...". फिर फोन कट गया. मैंने फिर फोन मिलाया तो इस बार फोन डौंटी की गर्लफ्रेंड ने उठाया. जो उसी कार में ही बैठी थी, उसने बताया कि डौंटी को गोली मार दी गई है.
लोगों में पुलिस के खिलाफ भयंकर गुस्साडौंटी की मौत के बाद हजारों लोग 'Black lives matter' का नारा लगाते हुए ब्रुकलिन सेंटर पुलिस विभाग की बिल्डिंग के आसपास इकट्ठा हो गए हैं. लोगों ने सड़क पर 'Justice for Daunte Right' लिखा. प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को रबड़ की गोलियां और आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े. कुछ लोगों ने पुलिस की दो गाड़ियों को भी भयंकर नुकसान पहुंचाया, लोगों ने उन गाड़ियों पर पत्थर फेंके. ब्रुकलिन सेंटर के मेयर ने शहर में कर्फ्यू भी लगा दिया है. उन्होंने लोगों से सुरक्षित रहने और घर जाने की अपील भी की है. मिनेसोटा राज्य, जिस में यह घटना हुई है, उसके गवर्नर का कहना है कि वह ब्रुकलिन सेंटर के आसपास की इस अशांति पर नजर बनाए हुए हैं. मिनेसोटा राज्य के 'ब्यूरो ऑफ क्रिमिनल एप्प्रिहेंशन' ने कहा कि वे वह इस गोलीकांड की जांच कर रहे हैं. वहीं अमेरिकी सिविल लिबर्टी यूनियन की मिनेसोटा शाखा ने कहा कि इस घटना की जांच के लिए एक और स्वतंत्र एजेंसी को लगाया जाना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने इस घटना से संबंधित किसी भी वीडियो को तुरंत रिलीज करने की मांग भी की है. जॉर्ज फ्लॉयड हत्याकांड  आपको याद ही होगा आज से लगभग 1 साल पहले मई 2020 में इसी मिनेसोटा राज्य के मिनियापोलिस शहर में एक पुलिसवाले ने जॉर्ज फ्लाॅयड नाम के एक अश्वेत व्यक्ति को कार से निकालकर सड़क पर काफी लंबे समय तक उसकी गर्दन को अपने घुटनों से दबाए रखा. जिससे उसकी मौत हो गई थी. इसके बाद पूरे अमेरिका में प्रदर्शनों की एक लहर चल पड़ी. प्रदर्शनकारी 'Black Lives Matter' के नारे के साथ न्याय की मांग कर रहे थे. पूरे अमेरिका में आगजनी हो रही थी. लोग पुलिस थानों पर हमला कर रहे थे. मामला इतना गंभीर हो गया था कि उस समय के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी सेना को बुलाने का भी मन बना लिया था. जॉर्ज फ्लाॅयड की हत्या करने वाले पुलिस अधिकारी का नाम डेरेक शाउविन था. और इस मामले की सुनवाई अभी चल रही है. फैसला जल्द आने वाला है.

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement