"महाराष्ट्र के विधायक यहां हैं? मुझे नहीं पता" - असम के CM हिमंत बिस्व सरमा का मीडिया को जवाब
जबकि एक दिन पहले ही सरमा गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल पहुंचे हुए थे.

शिवसेना (Shivsena) में हुई बगावत के बाद एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व में 40 से ज्यादा विधायक गुवाहाटी (Guwahati) में जमे हैं. महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra government) खतरे में है. दो दिनों से विधायकों का यह जमघट गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में लगा है. ये तो सबको पता है. हर जगह खबर चल रही है. मीडिया में तो मतलब इतना तक चल चुका है कि विधायकों के होटल में रहने का खर्च कितना बैठ रहा है. सबकुछ. लेकिन असम के मुख्यमंत्री को नहीं पता है कि महाराष्ट्र के विधायक असम में जाकर बसे हुए हैं. हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि उन्हें नहीं पता कि महाराष्ट्र के विधायक असम में हैं या नहीं.
हिमंत बिस्व सरमा गुरुवार 23 जून की शाम दिल्ली में मीडिया से बात कर रहे थे. इसी दौरान असम में ठहरे शिवसेना विधायकों को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा,
"असम में कई अच्छे होटल हैं, वहां कोई भी आकर रह सकता है... इसमें कोई दिक्कत नहीं है. मुझे नहीं पता कि महाराष्ट्र के विधायक असम में रह रहे हैं या नहीं. दूसरे राज्यों के विधायक भी असम आ सकते हैं और रह सकते हैं."
सरमा का यह बयान तब आया है जब एक दिन पहले वे खुद इस होटल में पहुंचे थे. बुधवार 22 जून की सुबह एकनाथ शिंदे और बाकी विधायक सूरत से गुवाहाटी पहुंचे थे. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, विधायकों के होटल पहुंचने से पहले हिमंत बिस्व सरमा ने रैडिसन ब्लू होटल जाकर जायजा लिया था. हालांकि वे बागी विधायकों के पहुंचने से ठीक पहले वहां से निकल गए थे. सरमा के विधायकों से मिलने की भी खबरें सामने आई थीं हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई थी.
12 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांगइस बीच शिवसेना के ठाकरे गुट ने एकनाथ शिंदे सहित 12 विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए डिप्टी स्पीकर को आवेदन दिया है. इस पर एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर कहा कि आप हमें डरा नहीं सकते हैं क्योंकि हम असली शिवसेना हैं. बागी विधायकों ने एकनाथ शिंदे को अपना नेता मान लिया है. उन्होंने डिप्टी स्पीकर को 37 विधायकों के हस्तारक्षर वाला पत्र भेजा है.
उधर, एकनाथ शिंदे बार-बार दावा कर रहे हैं कि उनके पास 40 से ज्यादा विधायक हैं. शिंदे गुट ने गुवाहाटी होटल से विधायकों का वीडियो भी जारी किया है. दावा किया जा रहा है कि वहां कुल 42 विधायक हैं. इनमें 3 निर्दलीय बताए जा रहे हैं. विधानसभा में शिवसेना के 55 विधायक हैं. अगर एकनाथ शिंदे गुट दो तिहाई विधायकों (37) के साथ अलग होते हैं तो उन पर दल-बदल विरोधी कानून के तहत कोई कार्रवाई नहीं होगी.