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लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे का सेनाध्यक्ष बनना खास क्यों है?

मौजूदा आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवणे के रिटायर्ड होने पर पदभार संभालेंगे.

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Lt Gen Manoj Pande
Lt Gen Manoj Pande
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उदय भटनागर
18 अप्रैल 2022 (Updated: 29 अप्रैल 2022, 04:32 PM IST)
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देश के अगले सेनाध्यक्ष की घोषणा हो गई है. भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे (Lt Gen Manoj Pande) नए सेना प्रमुख होंगे. केंद्र सरकार ने उनकी नियुक्ति को हरी झंडी दे दी है. वे मौजूदा सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे की जगह लेंगे जो इस महीने के आखिर में रिटायर हो रहे हैं.

पहले इंजीनियर सेनाध्यक्ष?

मनोज मुकुंद नरवणे (General MM Naravane) के बाद लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ही सेना में सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं. वे सेना की कोर ऑफ इंजीनियर्स से आते हैं. आज तक इस कॉम्बैट इंजीनियरिंग सपोर्ट से कोई सैन्याधिकारी सेना प्रमुख नहीं बना. मनोज पांडे सेना के पहले इंजीनियर ऑफिसर हैं जो इस पद को संभालने जा रहे हैं.

 

आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक रक्षा मंत्रालय ने मनोज पांडे की सेना प्रमुख के पद पर नियुक्ति की जानकारी देते हुए बताया,

'सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे को अगले सेनाध्यक्ष के रूप में नियुक्त करने का फैसला किया है. जनरल मनोज पांडे पहली मई को 29वें सेना प्रमुख के तौर पर पदभार ग्रहण करेंगे. जनरल मनोज मुकुंद नरवणे 30 अप्रैल को अपना 28 महीने का कार्यकाल पूरा करने वाले हैं.'

कौन हैं मनोज पांडे?

लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे यूनाइटेड किंगडम के स्टाफ कॉलेज, केम्बरली से स्नातक हैं. उन्होंने महू स्थित आर्मी वॉर कॉलेज और दिल्ली में नेशनल डिफेंस कॉलेज में हायर कमांड कोर्स में भी भाग लिया था. दिसंबर 1982 में मनोज पांडे को कोर ऑफ इंजीनियर्स में कमीशन दिया गया था. अपनी 37 साल की सेवा में उन्होंने पश्चिमी थिएटर में एक इंजीनियर ब्रिगेड, एलओसी पर पैदल सेना ब्रिगेड, लद्दाख सेक्टर में एक पर्वतीय डिवीजन और उत्तर-पूर्व में एक कोर की कमान संभाली है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वी कमान का कार्यभार संभालने से पहले मनोज पांडे जून 2020 से मई 2021 तक अंडमान और निकोबार कमान के कमांडर इन चीफ भी रहे हैं. उन्होंने करगिल युद्ध में अंजाम दिए गए ऑपरेशन 'विजय' में सक्रिय भाग लिया और ऑपरेशन 'पराक्रम' का भी हिस्सा रहे. इसके अलावा लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे संयुक्त राष्ट्र के कई मिशनों में भी योगदान दे चुके हैं.

पिछले तीन महीनों में सेना के कुछ शीर्ष अधिकारी सेवानिवृत्त हुए हैं. सेना की प्रशिक्षण कमान (एआरटीआरएसी) की कमान संभालने वाले लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो गए. उनसे पहले कुछ अन्य वरिष्ठ जनवरी के अंत तक रिटायर हो गए थे. इनमें लेफ्टिनेंट जनरल सीपी मोहंती और लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी जैसे अधिकारी शामिल रहे. दोनों 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हुए थे.

इन अफसरों के जाने के बाद मनोज पांडे ही सेनाध्यक्ष बनने के सबसे बड़े दावेदार थे. ये परंपरा भी रही है कि सेनाध्यक्ष के बाद आर्मी का सबसे वरिष्ठ अधिकारी ही अगला आर्मी चीफ बनता है. हालांकि पूर्व सीडीएस दिवंगत जनरल बिपिन रावत इस मामले में अपवाद रहे.

मनोज पांडे का नाम अगले आर्मी चीफ के रूप में सामने आने के बाद मौजूदा आर्मी चीफ जनरल नरवणे की आगे की भूमिका पर बात होने लगी है. मीडिया रिपोर्ट्स में चर्चा है कि जनरल नरवणे को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ पद का दावेदार माना जा रहा है. पिछले साल दिसंबर महीने में एक हेलीकॉप्‍टर हादसे में देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत शहीद हो गए थे. उनके निधन के बाद से अब तक CDS का पद खाली है.

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