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फर्जी PMO वाले अफसर की मदद IAS और RSS नेता ने की बुलेटप्रूफ कार, सिक्योरिटी तक दिलवाई!

फर्जी PMO वाले अफसर किरन पटेल पर चौंकाने वाले खुलासे.

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Kiran Patel was helped to roam around Jammu Kashmir, know details
किरन पटेल ने अक्टूबर 2022 से मार्च 2023 के बीच जम्मू-कश्मीर की चार यात्राएं कीं. (फोटो- ट्विटर)
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प्रशांत सिंह
7 अप्रैल 2023 (Updated: 7 अप्रैल 2023, 01:11 PM IST)
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ठग किरन पटेल (Conman Kiran Patel) को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 2 मार्च को गिरफ्तार किया था. ये आदमी खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का बड़ा अधिकारी बताता था. गुरुवार, 6 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir Police) ने किरन पटेल को गुजरात पुलिस (Gujarat Police) को सौंप दिया है. गुजरात पुलिस ने किरन पटेल की कस्टडी मांगी थी, जिसे श्रीनगर की मजिस्ट्रेट अदालत ने मंजूर कर दिया था.

इस बीच पटेल से जुड़ीं कुछ और जानकारियां सामने आई हैं. इंडियन एक्सप्रेस से जुड़े दीप्तिमान तिवारी की रिपोर्ट के मुताबिक, पटेल मार्च 2023 तक जम्मू-कश्मीर की चार यात्रा कर चुका था. इस दौरान वो दो IAS अफसरों से मिला, बीजेपी और RSS के कई लोगों के संपर्क में भी रहा.

किसने की मदद?

जम्मू-कश्मीर में किरन पटेल की सुरक्षा के लिए बुलेट प्रूफ गाड़ी, दो एस्कॉर्ट वाहन और सशस्त्र सीमा बल के दर्जनों गार्ड रखे गए थे. पटेल के लिए ये व्यवस्था कराने में दो लोगों ने मदद की थी. ये दो लोग थे- RSS के पदाधिकारी त्रिलोक सिंह चौहान और 2015 बैच के IAS अधिकारी बशीर उल हक चौधरी. बशीर पुलवामा के डिप्टी कमिश्नर पद पर कार्यरत हैं.

किरन पटेल ने अक्टूबर 2022 से मार्च 2023 के बीच जम्मू-कश्मीर की चार यात्राएं कीं. ये सभी यात्राएं तीन से पांच दिन की थीं. इस दौरान क्या-क्या हुआ, किरन पटेल किस-किस से मिला, कहां-कहां गया. सब जानते हैं.

पहली यात्रा

किरन पटेल 25-27 अक्टूबर, 2022 के बीच जम्मू-कश्मीर गया था. अपनी पत्नी और बेटी के साथ किरन पटेल श्रीनगर पहुंचा. जहां पुलवामा DC बशीर चौधरी ने उसके लिए सुरक्षा के इंतजाम किए. सुरक्षा के लिए चौधरी ने जम्मू-कश्मीर पुलिस SSP शेख जुल्फिकार से बात भी की. पटेल को एक बुलेट प्रूफ गाड़ी, दो एस्कॉर्ट वाहन और सशस्त्र सीमा बल के दर्जनों गार्ड दिए गए.

इतना ही नहीं, किरन पटेल बीजेपी मीडिया इन-चार्ज मंजूर भट्ट सहित कई बीजेपी नेताओं से भी मिला. उसकी मुलाकात कुछ पत्रकारों से भी हुई. यहां उसने कुछ लोगों को ‘I am Modified’ वाली जैकेट भी पहनाई थी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मंजूर भट्ट ने इस बात की पुष्टि की है कि वो पटेल से मिले थे.

दूसरी यात्रा

6 से 8 फरवरी, 2023 के बीच की इस यात्रा पर किरन पटेल के साथ गुजरात के बिजनेसमैन अमित पंड्या भी मौजूद थे. अमित पंड्या गुजरात CMO में PRO रहे हितेश पंड्या के बेटे हैं. इस दौरान भी पुलवामा DC के अनुरोध पर किरन पटेल को सुरक्षा दी गई. रिपोर्ट के मुताबिक, अमित ने बताया कि वो बिजनेस के काम से गए थे.

किरन पटेल ने इस दौरान कुलगाम के गुलमर्ग और अहेरबल झरने की सैर भी की. वो राज्य के पर्यटन विभाग के गेस्ट हाउस में रुका. उरी जाकर अमन सेतु पर फोटो क्लिक कराईं और इन फोटो को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया.

तीसरी यात्रा

फरवरी 24 से 28 के बीच. किरन पटेल इस बार पुलवामा और बडगाम के दूधपथरी गया. मिंग शेरपा सहित कई IAS अधिकारियों से मिला. मुलाकात के दौरान उसने सेंटौर नाम के होटल के पुनर्विकास पर चर्चा की. इस बार पटेल के साथ हार्दिक चंदना नाम का गुजरात का एक डॉक्टर भी मौजूद था. वो पुलवामा में डॉक्टरों की एक कॉन्फ्रेंस करने का इच्छुक था. यही नहीं, पटेल गुजरात के एक स्टील ट्रेडर से भी मिला. बात हुई अहमदाबाद में एक कोल्ड स्टोरेज फैसिलिटी बनाने को लेकर.

आखिरी यात्रा

सूत्रों के मुताबिक किरन पटेल 2 मार्च को अहमदाबाद से श्रीनगर पहुंचा था. लेकिन उसे इस बात का अंदाजा नहीं था कि उसकी पोल खुल चुकी है. पुलिस उसको पकड़ने के लिए तैयार थी. डल लेक स्थित ललित ग्रैंड होटल पहुंचते ही पुलिस ने किरन पटेल को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान पटेल ने PMO का अपना फर्जी कार्ड दिखाने की भी कोशिश की. लेकिन पुलिस को सब कुछ पता चल चुका था. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, किरन पटेल RSS के पदाधिकारी त्रिलोक सिंह चौहान के संपर्क में साल 2016 से है. पिछले साल अक्टूबर महीने में उसने चौहान से जम्मू-कश्मीर के कुछ अधिकारियों से संपर्क कराने का अनुरोध किया था. जिसके बाद चौहान ने दो अधिकारियों से उसकी मुलाकात कराई.

कैसे पकड़ा गया पटेल?

फरवरी के महीने में बडगाम DC फखरुद्दीन हामिद ने खुद एक जांच शुरू की. जांच में हामिद ने पाया कि PMO की वेबसाइट पर किरन पटेल नाम के किसी भी अधिकारी का नाम नहीं मौजूद है. जिसके बाद उन्होंने प्रशासन को इस बात की जानकारी दी. सभी को अलर्ट किया गया.

1 मार्च को हामिद ने दूधपथरी डेवलपमेंट अथॉरिटी के CEO को अलर्ट किया. किरन पटेल ने अथॉरिटी के CEO को फोन कर बताया था कि वो वहां रुकने आ रहा है. जिसके बाद 2 मार्च को CID ने जम्मू-कश्मीर पुलिस को बताया कि किरन पटेल नाम का शख्स फ्रॉड है. पुलिस ने बडगाम SSP को उसे एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार करने के आदेश दे दिए. किरन पटेल ने पुलिस को चकमा देने की कोशिश की. लेकिन बाद में उसे होटल से गिरफ्तार कर लिया गया.

वीडियो: कश्मीर गए गुजरात के ठग ने सुरक्षाबलों, डीएम, पुलिस के साथ जो किया, देख पूरा देश हैरान है!

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