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हिंदू देवी-देवताओं को ना मानने की शपथ लेने वाले AAP मंत्री ने इस्तीफा दिया

राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि उन्होंने बीजेपी नेताओं से आहत होकर इस्तीफा दिया है.

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Rajendra Pal Gautam resigns
इस्तीफा देने के बाद अपने समर्थकों के साथ राजेंद्र पाल गौतम (बीच में).
9 अक्तूबर 2022 (Updated: 9 अक्तूबर 2022, 19:51 IST)
Updated: 9 अक्तूबर 2022 19:51 IST
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बौद्ध धम्म दीक्षा समारोह में शामिल होने के चलते बीजेपी नेताओं के निशाने पर आए दिल्ली सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव आम्बेडकर द्वारा दिलाई गई प्रतिज्ञाओं पर बीजेपी गंदी राजनीति कर रही है, जिससे आहत होकर उन्होंने दिल्ली के अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री पद से इस्तीफा दिया है.

राजेंद्र पाल गौतम ने अपने इस्तीफा पत्र में यह भी कहा है कि बौद्ध धर्म परिवर्तन कार्यक्रम से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कोई नाता नहीं है. उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते कि उनकी वजह से केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर कोई आंच आए. उन्होंने कहा,

‘मैं 5 अक्टूबर 2022 को आम्बेडकर भवन पर मिशन जय भीम और बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया द्वारा अशोक विजयदशमी पर आयोजित बौद्ध धम्म दीक्षा समारोह में एक समाज का सदस्य होने के नाते व्यक्तिगत रूप से शामिल हुआ था. जिसका आम आदमी पार्टी और मेरे मंत्रिपरिषद से कोई लेना-देना नहीं था.’

दरअसल जिस कार्यक्रम में गौतम शामिल हुए थे उसमें उन्हें ये शपथ भी दिलाई गई थी कि वो समें हिंदू धर्म के देवी-देवताओं को नहीं मानते. इस पर उन्होंने कहा, 

‘बाबासाहेब के प्रपौत्र राजरत्न आम्बेडकर द्वारा बाबा साहेब की 22 प्रतिज्ञाएं दोहराई गईं, जिसे 10,000 से अधिक लोगों के साथ-साथ मैंने भी दोहराया. उसके बाद मैं देख रहा हूं भाजपा हमारे नेता अरविंद केजरीवाल और AAP को निशाना बना रही है. यह मेरे लिए बहुत ही दुखद है.’

राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि पूर्व में बाबासाहेब द्वारा दिलाई गईं ये 22 प्रतिज्ञाएं खुद बीजेपी सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत ने छपवाई है. उन्होंने कहा कि ये कोई नई बात नहीं है. ये प्रतिज्ञाएं हर साल देश के कोने-कोने में हजारों स्थानों पर करोड़ों लोगों द्वारा दोहराई जाती हैं.

गौतम ने कहा, 

‘बाबासाहेब द्वारा दिलाई गईं इन 22 प्रतिज्ञाओं से बीजेपी को आपत्ति है, जिसका इस्तेमाल करके बीजेपी गंदी राजनीति कर रही है. इससे आहत होकर मैं अपने मंत्री पद से त्यागपत्र दे रहा हूं. मैं नहीं चाहता कि मेरी वजह से मेरे नेता अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर किसी तरह की आंच आए. मैं पार्टी का एक सच्चा सिपाही होने के नाते तथागत बुद्ध एवं बाबासाहेब द्वारा दिखाए गए न्याय संगत एवं समता मूलक संवैधानिक मूल्यों का आजीवन निर्वाह करूंगा.’

उन्होंने कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया और फोन पर उन्हें, उनके परिवार और उनके साथियों को जान-माल का नुकसान पहुंचाने की धमकी दे रहे हैं.

इसे लेकर दिल्ली के उत्तर-पूर्व सीट से सांसद मनोज तिवारी ने आरोप लगाया है कि इस पूरे मामले के मास्टरमाइंड अरविंद केजरीवाल हैं, उन्हें भी इस्तीफा देना होगा. तिवारी ने ट्वीट कर कहा,

‘दिमाग और प्लान अरविंद केजरीवाल का, ज़ुबान राजेंद्र गौतम की, अब प्लान फेल होने पर अगर मोहरे ( राजेंद्र गौतम) ने इस्तीफा दिया है तो mastermind केजरीवाल को भी देना होगा.’

इस मामले को लेकर राजेंद्र पाल गौतम और अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधने वाले शुरुआती नेताओं में से एक मनोज तिवारी भी थे. उन्होंने आप नेताओं पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगाया था.

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