11 साल की नौकरी, करोड़ों की संपत्ति, कानपुर के इस सिपाही की हरकतें जान दंग रह जाएंगे!
Kanpur के एक सिपाही के पास आय से ज्यादा संपत्ति मिली है. BSP नेता पिंटू सेंगर की हत्या के मामले में उसका नाम सामने आया था.
कानपुर (Kanpur) में एक सिपाही के पास करोड़ों की संपत्ति मिली है. एक जांच के दौरान इस बात का खुलासा हुआ. सिपाही मूल रूप से मिर्जापुर के भैंसा गांव का रहने वाला है. उसे नौकरी करते हुए सिर्फ 11 साल हुए थे. साल 2020 में एक बसपा नेता की हत्या के मामले में सिपाही का नाम सामने आया था. जिसके बाद उसे बर्खास्त कर जेल भेज दिया गया था.
जांच में क्या पता चला?आजतक से जुड़े रंजन सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 में रमाकांत पांडे नाम के शख्स ने चकेरी इलाके में तैनात सिपाही श्याम सुशील मिश्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी. शिकायतकर्ता ने सिपाही के पास आय से ज्यादा संपत्ति होने का आरोप लगाया था. शिकायत के बाद भ्रष्टाचार निवारण इकाई ने मामले की जांच शुरू की थी. इंस्पेक्टर चतुर सिंह को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया था.
जांच के दौरान सिपाही का ट्रांसफर उन्नाव कर दिया गया था. जांच चार साल तक चली थी. इस दौरान जांच में पता चला कि सिपाही ने अपनी 11 सालों की नौकरी में पांच करोड़ ग्यारह लाख की आय दिखाई थी. लेकिन खर्च 8 करोड़ 21 लाख रुपए बताया था. मतलब कमाई और खर्च में लगभग तीन करोड़ रुपए का अंतर था.
रिपोर्ट के मुताबिक सिपाही पोस्टिंग के बाद से ही गैरकानूनी तरीके से कमाई करने लगा था. उसने कानपुर के जाजमऊ इलाके में की बिल्डरों से जमीनों के सौदा किया था. और उनके साथ मिलकर कई बिल्डिंग बनाई थी. जांच में उसने अपने बंगले की कीमत 1 करोड़ पचास लाख रुपए बताई है. उसका घर 500 वर्ग गज से ज्यादा की जगह में बना हुआ है. बताया जाता है कि उसे कई बार लग्जरी गाड़ियों में भी देखा जा चुका है. जांच के दौरान जब टीम उसके बंगले पहुंची थी, तब बंगले का दरवाजा खोलने से मना कर दिया गया था.
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हत्या का आरोपी!BSP के नेता पिंटू सेंगर की 20 जून 2020 को हत्या कर दी गई थी. हत्या की जांच के दौरान सिपाही का नाम सामने आया था. आरोप था कि सिपाही ने ही सुपारी देकर पिंटू सेंगर की हत्या करवाई थी. जिसके बाद हत्या के मामले में पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था.
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