जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने अचानक इस्तीफा क्यों दे दिया?
Shigeru Ishiba की पार्टी पिछले कुछ समय से उन पर दबाव बना रही थी कि वो इस हार की जिम्मेदारी लें और पीएम पद से इस्तीफा दें. लेकिन वो ऐसा करने से इनकार करते रहे. इसकी जगह उन्होंने अपना पूरा ध्यान अमेरिकी टैरिफ को लेकर डॉनल्ड ट्रंप के साथ वार्ता पर लगाया.

जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने अपने पद से इस्तीफा (Japan PM Resign) देने का फैसला किया है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने प्रधानमंत्री कार्यालय के एक करीबी सूत्र के हवाले से ये जानकारी दी है. आधिकारीक रूप से जापान के पीएम ऑफिस ने कोई बयान नहीं दिया है लेकिन सूत्र का कहना है कि अगले कुछ घंटों में शिगेरू, मीडिया को संबोधित करेंगे. इस घटना के बाद विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के राजनीतिक भविष्य पर पूरी दुनिया की नज़र रहेगी.
रिपोर्ट है कि शिगेरू अपने सत्तारूढ़ दल लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) में विभाजन को रोकने के लिए इस्तीफा देंगे. जुलाई में हुए चुनाव में शिगेरू इशिबा के LDP के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 248 सीटों वाले ऊपरी सदन में अपना बहुमत खो दिया था, जिससे उनकी सरकार डगमगा गई. निचले सदन में पार्टी पहले ही बहुमत खो चुकी थी.
शिगेरू इशिबा की हार के कारणपार्टी पिछले कुछ समय से शिगेरू पर दबाव बना रही थी कि वो इस हार की जिम्मेदारी लें और पीएम पद से इस्तीफा दें. लेकिन वो ऐसा करने से इनकार करते रहे. इसकी जगह उन्होंने अपना पूरा ध्यान अमेरिकी टैरिफ को लेकर डॉनल्ड ट्रंप के साथ वार्ता पर लगाया. इसके कारण जापान के मोटर वाहन सेक्टर पर बुरा असर पड़ा.
इसके बाद LDP, तय समय से पहले नेतृत्व को लेकर चुनाव कराने का प्रस्ताव लाने वाली है. अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है तो ये शिगेरू के खिलाफ एक प्रकार का अविश्वास प्रस्ताव होगा. इस प्रस्ताव के एक दिन पहले उनके इस्तीफे की खबर आई है.
पिछले साल सितंबर में पदभार ग्रहण करने के बाद से, इशिबा को कई चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है. इससे पहले वो रक्षा मंत्री रह चुके हैं. जानकार ये भी बता रहे हैं कि जापान की बढ़ती महंगाई LDP की हार का मुख्य कारण है.
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कौन होगें जापान के नए प्रधानमंत्री?शिगेरू इशिबा के इस्तीफे की खबर के बाद से इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि उनके संभावित उत्तराधिकारी कौन होंगे. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस रेस में राजकोषीय मामलों की जानकार साने ताकाइची का नाम शामिल है. पिछले साल पार्टी नेतृत्व के मामले में वो मामूली अंतर से शिगेरू इशिबा से हार गई थीं. इस बार उनको मजबूत दावेदार माना जा रहा है. वो बैंक ऑफ जापान की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आलोचक रही हैं.
इस फेहरिस्त में शिंजिरो कोइजुमी का नाम भी सामने आया है, जो कृषि मंत्री हैं और जिन्हें बढ़ती खाद्य कीमतों को नियंत्रित करने का काम सौंपा गया है. वो जापान के पूर्व प्रधानमंत्री जुनिचिरो कोइजुमी के पुत्र हैं.
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