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इंटरपोल ने मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस वापस लिया, अब दुनिया में कहीं भी जा सकेगा!

मेहुल चोकसी भारत में 12 हजार करोड़ का PNB घोटाला करके भागा हुआ है

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Interpol removes red notice against Mehul Choksi
मेहुल चोकसी एंटीगुआ में रह रहा है | फोटो: आजतक
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अभय शर्मा
20 मार्च 2023 (Updated: 20 मार्च 2023, 10:17 PM IST)
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पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी को एक बड़ी राहत मिली है. इंटरपोल ने मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस वापस ले लिया है. मेहुल चौकसी ने साल 2022 में इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस की समीक्षा करने की अपील की थी. उसने दावा किया था कि जून 2021 में भारतीय एजेंसियों ने एंटीगुआ से उसका अपहरण किया और उसे डोमिनिका रिपब्लिक लेकर गए. उसके मुताबिक भारतीय एजेंसियों का प्लान उसे डोमिनिका से भारत ले जाने का था.

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक मेहुल की अपील पर सुनवाई करते हुए इंटरपोल ने अपना फैसला सुनाया. एजेंसी ने अपने आदेश में कहा है,

‘इस बात पर विश्वास होता है कि आवेदक (मेहुल चोकसी) का एंटीगुआ में अपहरण का प्रयास हुआ था. जिसका अंतिम मकसद उसे भारत भेजना था. चोकसी अगर भारत लौटता है तो उसे फेयर ट्रायल न मिलने का रिस्क है.’

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत ने इस फैसले का जमकर विरोध भी किया, लेकिन इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस से मेहुल का नाम हटाने का आदेश सुना दिया. इस आदेश के बाद अब मेहुल चोकसी पूरी दुनिया में कहीं भी यात्रा कर सकता है. हालांकि, इस मामले पर अभी तक सीबीआई की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.

अपहरण का क्या मामला है?

मेहुल चोकसी मई 2018 से एंटीगुआ में रह रहा है और उसके पास वहां की नागरिकता भी है. 23 मई, 2021 की शाम को मेहुल चोकसी एंटीगुआ स्थित अपने घर से गायब हो गया था. इसके बाद उसे डोमिनिका में पकड़ा गया था. कहा गया कि वो एंटीगुआ से क्यूबा भागने की फिराक में था. लेकिन, मेहुल चोकसी ने दावा किया वो उसका अपहरण भारतीय RAW एजेंट्स ने किया था, वो उसे भारत ले जाने की कोशिश में थे.

13 हजार करोड़ रुपये का घोटाला

जनवरी 2018 की शुरुआत में पंजाब नेशनल बैंक में करीब 13 हजार करोड़ रुपये का घोटाला होने का खुलासा हुआ था. इस मामले में 30 जनवरी, 2018 को सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की थी. लेकिन उससे पहले ही इस घोटाले के दो मुख्य आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी भारत छोड़कर भाग गए थे. तब से ही दोनों आरोपियों के प्रत्यर्पण की कोशिश की जा रही है. नीरव मोदी इस समय ब्रिटेन में है.

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