The Lallantop
Advertisement

Impact Feature: यूपी नगर निकाय चुनाव- OBC आरक्षण पर AAP हमलावर, संजय सिंह ने कहा- सब BJP का किया-धरा

संजय सिंह ने कहा कि नगर निकाय के चुनाव में संवैधानिक प्रक्रियाओं का पालन करके आयोग बनाकर, सर्वे कराकर आरक्षण लागू करना था लेकिन योगी आदित्यनाथ और बीजेपी की सरकार ने जानबूझकर ऐसा गड़बड़ आरक्षण ऐसा किया कि हाईकोर्ट ने इनके नोटिफिकेशन को रद्द कर दिया

Advertisement
Sanjay Singh
संजय सिंह. (फाइल फोटो)
font-size
Small
Medium
Large
28 दिसंबर 2022 (Updated: 28 दिसंबर 2022, 16:45 IST)
Updated: 28 दिसंबर 2022 16:45 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव की घंटी बजने से पहले ही राजनीति तेज हो गई है. आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि पार्टी ने गलत तरीके से ओबीसी आरक्षण को लागू करने की नीति अपनाई और इसी वजह से हाईकोर्ट ने राज्य सरकार का फैसला रद्द कर दिया. बता दें कि उत्तर प्रदेश में होने वाले नगर निकाय चुनाव को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने अहम फैसला सुनाया है. हाईकोर्ट बेंच ने ओबीसी आरक्षण को रद्द कर दिया है. ओबीसी के लिए आरक्षित सीटें अब जनरल मानी जाएंगी. हाई कोर्ट ने तत्काल निकाय चुनाव कराने का निर्देश दिया है.

संजय सिंह ने इस फैसले की पृष्ठभूमि को बीजेपी सरकार के फैसले से जोड़ते हुए कहा कि सत्ताधारी पार्टी मानसिकता से, विचारधारा से, कर्मों से पिछड़ों, दलितों, शोषितों की विरोधी है. हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद एक बार फिर साबित हुआ है कि भारतीय जनता पार्टी पिछड़ों के खिलाफ है. पिछड़ों के आरक्षण के खिलाफ है. पिछड़ों को उनका हक देने के खिलाफ है.

संजय सिंह का ट्वीट.

उन्होंने कहा कि नगर निकाय के चुनाव में संवैधानिक प्रक्रियाओं का पालन करके आयोग बनाकर, सर्वे कराकर आरक्षण लागू करना था लेकिन योगी आदित्यनाथ और बीजेपी की सरकार ने जानबूझकर ऐसा गड़बड़ आरक्षण ऐसा किया कि हाईकोर्ट ने इनके नोटिफिकेशन को रद्द कर दिया और ये कह दिया कि आप अगर प्रक्रियाओं का पालन करते हैं तो आरक्षण में ओबीसी को उनका हक मिलेगा. अगर आपने बगैर प्रक्रिया का पालन किए आरक्षण की व्यवस्था लागू की तो आप बिना आरक्षण के चुनाव कराएंगे.

संजय सिंह ने पीएम और सीएम को निशाने पर लेते हुए कहा- इसका मतलब है कि उत्तर प्रदेश का नगर निकाय चुनाव बगैर ओबीसी आरक्षण के होगा. क्या ये बात भारतीय जनता पार्टी के लिए, योगी आदित्यनाथ के लिए, नरेंद्र मोदी के लिए, केशव प्रसाद मौर्य के लिए साफ संकेत नहीं देती है कि आपकी पार्टी, आपके नेता और आप लोग वास्तव में पिछड़ा विरोधी हो.

उन्होंने कहा कि अगर आपमें जरा सी भी शर्म है तो सामने आइए और कहिए कि जो ओबीसी का आरक्षण है वह सही रूप में लागू किया जाएगा और जब तक ओबीसी व पिछड़ों को सही हक नहीं मिल जाता, सर्वे कराकर आरक्षण की सही व्यवस्था लागू नहीं हो जाती, तब तक चुनाव नहीं कराए जाएंगे.

साथ ही, जो भी अधिकारी या सरकार में बैठे जो भी लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए क्योंकि ये मैं साफ तौर पर कह रहा हूं कि ये बीजेपी के द्वारा जानबूझकर किया गया कार्य है. भारतीय जनता पार्टी की पिछड़ा विरोधी मानसिकता को ये दर्शाता है. संजय सिंह ने चेतावनी दी कि अगर बगैर ओबीसी आरक्षण के चुनाव में जाने की कोशिश की गई तो आम आदमी पार्टी सड़क पर इसका पुरजोर विरोध करेगी. हम इसके खिलाफ विरोध करेंगे.

वीडियो: प्रचार-प्रसार: कैसे देगा महंगाई को मात बनारस का साड़ी उद्योग?

thumbnail

Advertisement

Advertisement