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दुनिया में मंदी आने वाली है, भारत में क्या होने वाला है? IMF के बयान से समझिए

2023 में क्या होने वाला है दुनियाभर में?

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IMF chief lauds India's economic growth
IMF की चीफ ने की भारत की तारीफ (फोटो-आजतक)
14 अक्तूबर 2022 (Updated: 14 अक्तूबर 2022, 23:21 IST)
Updated: 14 अक्तूबर 2022 23:21 IST
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अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी IMF (International Monetary Fund) की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने गुरुवार, 13 अक्टूबर को भारत की तारीफ की (Kristalina Georgieva on Indian Economy). उनका मानना है कि दुनिया में आर्थिक संकट का जो अंधेरा गहराया है, उसमें भारत एक रोशनी की किरण बनकर उभर रहा है. ये बयान IMF के उस आकलन के 2 दिनों बाद आया है, जिसमें ये कहा गया था कि साल 2023 एक आर्थिक मंदी (economic recession) की तरह लगेगा और सबसे बुरा समय अभी शुरू होने वाला है. साथ ही तब IMF ने भारत की वृद्धि दर को लेकर भी अपने आकलन में कटौती की थी.

दरअसल अमरीका के वॉशिंगटन में IMF और वर्ल्ड बैंक की एनुअल मीटिंग चल रही है. इस दौरान IMF मुख्यालय में अपने भाषण के दौरान जॉर्जीवा ने कहा,

“आर्थिक संकट के इस समय पर भारत उम्मीद की किरण कहलाने का हकदार है. इस कठिन समय के दौरान भी देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है. सबसे जरूरी बात ये है कि ये विकास संरचनात्मक सुधारों पर आधारित है.”

उन्होंने आगे कहा,

“भारत में डिजिटल आईडी और डिजिटल एक्सेस के आधार पर सेवाएं और सपोर्ट दिया जा रहा है. यह वास्तव में भारत की सफलता का एक बड़ा कारण रहा है.”

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक भारत 1 दिसंबर, 2022 से एक साल के लिए G20 की अध्यक्षता करेगा. इस दौरान देश भर में G20 की 200 से ज्यादा बैठकें हो सकती हैं. इस पर बोलते हुए जॉर्जीवा ने कहा,

“भारत पूरी ताकत के साथ जी20 देशों में आगे बढ़ रहा है. मुझे पूरा विश्वास है कि अगले साल की अध्यक्षता के दौरान हम भारत को आने वाले सालों में दुनिया पर एक छाप छोड़ते हुए देखेंगे. डिजिटलाइजेशन और डिजिटल एक्सेस देश की बड़ी सफलताओं में से एक है.”

सरकारी योजनाओं ने बटोरी तारीफ

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले 12 अक्टूबर को आईएमएफ में राजकोषीय मामलों के विभाग के उप निदेशक पाओलो मौरो ने सरकारी योजनाओं की सराहना की थी. उन्होंने कहा था,

“भारत से बहुत कुछ सीखने को मिला है. अगर मैं भारत के मामले को देखूं तो यह वास्तव में काफी प्रभावशाली है. कम आय वाले लोगों, बुजुर्गों की मदद करने वाले सामाजिक कल्याण कार्यक्रम सचमुच करोड़ों लोगों तक पहुंचते हैं, ये चौंकाने वाला है. भारत की एक बात जो बेहद खास है वो है वहां के लोगों का आइडेंटिफिकेशन सिस्टम आधार.”

लेकिन दो दिनों पहले वहां का हिसाब किताब दूसरा था. IMF की आर्थिक सलाहकार पिएर ऑलिवीर गौरीनशा ने भारत की अनुमानित जीडीपी को लेकर घोषणा की थी. जनवरी 2022 में IMF ने कहा था कि भारत की जीडीपी 8.2 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ेगी. फिर जुलाई 2022 में कहा कि 7.4 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ेगी. फिर अक्टूबर 2022 में कहा कि 6.8 प्रतिशत की रफ्तार से भारत की अर्थव्यवस्था बढ़ेगी. वर्ल्ड बैंक ने भी भारत की जीडीपी 6.5 प्रतिशत नापी है और आरबीआई ने भी कहा है - 7 प्रतिशत.

देखें वीडियो- IMF का एलान, क्या भारत में मंदी आने वाली है? एक्सपर्ट की नहीं मानी तो बर्बादी होगी

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