Hong Kong: आग ने निगल ली पूरी सोसायटी, फायरफाइटर समेत 44 की मौत, 279 लापता
Hong Kong Fire: हांगकांग के ताई पो इलाके में वांग फुक कोर्ट नाम के हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में लगी भीषण आग ने अब तक 44 ज़िंदगियां छीन ली हैं. 279 लोग अभी भी लापता हैं. आग पर काबू पाने में 800 से ज्यादा फायरफाइटर जुटे हैं. बांस की मचान और ज्वलनशील सामग्री ने आग को भड़काने में बड़ी भूमिका निभाई.

हांगकांग की आंखें धुंए से भरी हैं. ताई पो जिले में वांग फुक कोर्ट की ऊंची इमारतें राख में तब्दील हो रही हैं और लोग अपने प्रियजनों का नाम पुकारते हुए टूट रहे हैं. आधिकारिक आंकड़ों के हिसाब से 44 लोगों की मौत हो चुकी है. 279 का पता नहीं. अस्पतालों में 66 लोग भर्ती हैं जिनमें 17 की हालत बेहद नाजुक.
आग ने सात हाईराइज ब्लॉक को अपनी चपेट में ले लिया. आग का स्तर पांच पर है जो हांगकांग में सबसे गंभीर श्रेणी होती है. आग 18 घंटे से ज्यादा समय तक धधकती रही. कई मंजिलों पर फंसे लोग अब भी बचाव का इंतजार कर रहे हैं.
फायरफाइटर की भी गई जानरात में रेस्क्यू के दौरान एक बच्चा और एक बुजुर्ग महिला को जिंदा निकाला गया. लेकिन एक 37 साल के बहादुर फायरफाइटर ने लोगों को बचाते हुए अपनी जान दे दी. सरकार ने उन्हें समर्पित और साहसी योद्धा बताया है.
आंधी की तरह फैली आग की असली वजह मानी जा रही है बांस और पॉलीस्टाइरीन फोम जैसे ज्वलनशील निर्माण सामग्री. इसी के चलते तीन कंस्ट्रक्शन कंपनी के टॉप अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है. उन पर आपराधिक लापरवाही से मौत का आरोप है.
बांस बनी आग की वजहबांस की मचान. यह बस निर्माण तकनीक नहीं. हांगकांग की विरासत है. लेकिन यही विरासत अब सवालों के घेरे में है. ऊंची इमारतों पर बंधी ये मचान आग लगने पर सुलगती तीलियों की तरह भड़क उठीं और लपटों को ऊपर ले गईं.
वांग फुक कोर्ट के निवासी मिस्टर हो की आंखों में सुबह आंसू थे. वह ब्लॉक 1 की 11वीं मंजिल पर रहते हैं. उन्होंने अलार्म की आवाज सुनी और बाहर देखा तो सामने ब्लॉक 6 जल रहा था. फिर देखते देखते ब्लॉक 5. 7. 4. और आखिर में उनका ब्लॉक भी. वह अपना कुछ नहीं बचा पाए. सिर्फ एक तौलिया है जो पास के शेल्टर ने दिया है.
उनका डर अब यह है कि अंदर कई बुजुर्ग. पालतू जानवर. सब फंसे हैं. और मौत का आंकड़ा आगे और बढ़ सकता है.
रात गई मगर खतरा बना रहासुबह होने के बाद भी धुआं कम नहीं हुआ. खिड़कियां उखड़ चुकी हैं. एयर कंडीशनर पिघल चुके हैं. बांस की मचान राख बनकर जमीन पर बिखरी है. लोगों के सपनों की तरह.
हांगकांग आज सांस भी सावधानी से ले रहा है. पूरे ताई पो इलाके में धुएं का स्वाद महसूस किया जा सकता है. स्कूल कॉलेज खुल गए. जिंदगी चलने की कोशिश करती दिखी. लेकिन इस हादसे की टीस हर चेहरे पर है.
लोग प्रशासन से मदद मांग रहे हैं. कोई मां अपने बेटे को ढूंढ रही है. कोई बेटा अपने पिता को. फोन की घंटियां बज रही हैं लेकिन जवाब नहीं आ रहा.
ये आग सिर्फ इमारतें नहीं जला गई. कई परिवारों की दुनिया उजाड़ गई.
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