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प्रियंका मिस जापान बनीं और जापानियों की सोच सड़ गई

देसी, देसी करते हो, लो पढ़ ल्यौ इन्हें भी स्वदेसी चाहिए. भद्दे-भद्दे कमेंट हो रहे हैं.

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7 सितंबर 2016 (Updated: 7 सितंबर 2016, 08:00 AM IST) कॉमेंट्स
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प्रियंका मिस जापान बन गईं.

अमां कूदो मत. प्रियंका चोपड़ा की नहीं, हम प्रियंका योशीकावा की बात कर रहे हैं. जापान के ब्यूटी कॉन्टेस्ट में लगातार दो सालों से कमाल पर धमाल हो रहा है. वहां ब्यूटी कॉन्टेस्ट में बैठने वाले जज इत्ते अच्छे हैं कि दो सालों से मिक्स नस्ल वाली लड़कियां मिस जापान बन रही हैं. मने जो खूबसूरत है, वो चाहें जापानी हों या पाकिस्तानी, मिस जापान बनेगी.

आपके मल्लब की चीज ये है कि अबकी बार ये टाइटल भारतीय मूल की प्रियंका योशीकावा ने जीता है. प्रियंका के पापा इंडियन हैं और मम्मी जापानी. लेकिन एक पंगा है. जैसे अपने यहां कुछ लोग 'लै स्वदेसी दै स्वदेसी' पेले रहिते हैं, वैसे ही उहां भी कुछ लोग हैं जिन्हें प्रियंका से दिक्कत हो रही है. कह रहे हैं कि मिस जापान बनाना है तो किसी स्वदेसी जापानी छोरी को बनाओ, ये मिक्स नस्ल वाली ब्रांच क्यों खोल दी है.

यार गजब लोग हैं वहां. पिछले साल जब 'ब्लैक' महिला आरियाना मियामोटो ने मिस जापान का टाइटल जीता था, तब भी कुछ ऐसे ही बौरा गए थे. आपको बताएं, आरियाना इंटरनेशनल लेवल पर जापान का झंडा फहराने वाली पहली 'ब्लैक' महिला हैं, लेकिन इतने से लोगों का पेट नहीं भरा. जनता डिमांड कर रही है कि प्योर जापानी जिताओ. ये प्योर-प्योर खेलने के चक्कर में अभी तक न जाने कित्ते बवाले हो चुके हैं.

प्रियंका सिर्फ 22 साल की हैं और मिस जापान का टाइटल जीतकर ट्विटर पर गालियां खा रही हैं. लोग उन्हें हाफू-हाफू कह रहे हैं. जापानी में हाफू का मतलब होता है हाफ... यानी जो आधा जापानी हो.

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लेकिन न जाने क्यों जापानी ये नहीं समझ पा रहे हैं कि ऐसी चीजों से ही तो भाईचारा बढ़ता है. अगला ओलंपिक जापान में होना है और जापान अभी से झांकी सजाने में लग गया है. ऐसे में कोई हाफू जापान के नाम का बल्ब जलाएगा तो फायदा तो उनका ही होगा, लेकिन समझाए कौन.

पता है ट्विटर पर जापानी क्या-क्या लिख रहे हैं. देखिए...

'जब आपके अंदर जरा सा भी राष्ट्रवाद नहीं है तो ऐसे पेजेंट जीतने का क्या मतलब है.''प्रियंका के जीतने से ऐसा लग रहा है जैसे हम कह रहे हों कि प्योर जापानी नहीं जीत सकती.''मिक्स नस्ल वाली एक और लड़की मिस जापान बन गई, लेकिन उसकी शक्ल गंदी है. हर मिक्स जापानी की शक्ल गंदी होती है.''मैं चाहता हूं कि किसी ऐसे को जिताया जाए जिसकी शक्ल हर किसी को अच्छी लगे.'

एक सीक्रेट बताएं? प्रियंका के पास हाथी को ट्रेंनिंग देने का लाइसेंस है और उन्हें किक बॉक्सिंग भी आती है. हाफू वाली बकैती पर वो बोलीं, 'मैं आधी इंडियन हूं और लोग मुझसे मेरी प्योरिटी के बारे में पूछ रहे हैं. हां, मेरे पापा इंडियन हैं और मुझे इस पर गर्व है. मुझे गर्व है कि मुझमें एक इंडियन भी है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि मैं जापानी नहीं हूं.'

और आपको बताएं, प्रियंका के साथ ये लफद्दर अभी का नहीं है. दो साल कैलिफॉर्निया और एक साल इंडिया में खर्च करने के बाद 10 साल की उम्र में जब वो जापान वापस गईं, तब भी उनकी चमड़ी की वजह से उन्हें परेशानी हुई. एक वैज्ञानिक बात भी पढ़िए. जापान में हर साल जितने बच्चे पैदा होते हैं, उनमें से सिर्फ दो पर्सेंट ही हाफू होते हैं. और हां, प्रियंका का इंडिया कनेक्शन हल्का-फुल्का नहीं, बहुत तगड़ा है. उनके दादाजी कलकत्ता में रहते थे और एक बार गांधीजी उनके घर में दो हफ्ते तक रुके थे.

जापान में प्रियंका को छूकर लोग ऐसा मुंह बनाते थे, जैसे उन्होंने कोई गंदी चीज छू ली हो. अब वही गंदी चीज उन सारे जापानियों की तरफ से दिसंबर में वॉशिंगटन में होने वाले मिस वर्ल्ड कॉन्टेस्ट में जाएगी. जस्ट जलवा.


दी लल्लनटॉप के लिए ये स्टोरी विशाल ने लिखी है।

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