हरियाणा: गुरुग्राम में 9 जगह हुई जुमे की नमाज, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को लौटाया
हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर ने कहा था- सार्वजनिक जगहों पर नमाज कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी!
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पिछले कई सप्ताह से हिंदूवादी संगठनों के विरोध-प्रदर्शन के बाद 24 दिसंबर को गुरुग्राम (Gurugram) में 9 जगहों पर जुमे की नमाज पढ़ी गई. इस दौरान इन जगहों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा. इस बीच संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के कुछ लोग उद्योग विहार स्थित श्याम चौक पहुंचे. उनके पहुंचने तक नमाज शुरू नहीं हुई थी. हालांकि, इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने हिंदू संघर्ष समिति के उन लोगों को यह कहते हुए लौटा दिया कि समझौते के तहत यह जगह नमाज के लिए रिजर्व है.
'पुलिस ने नहीं होने दी नमाज'
इस बीच गुड़गांव जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मुफ्ती मोहम्मद सलीम ने दावा किया कि पुलिस ने 24 दिसंबर को कई जगहों पर नमाज नहीं होने दी. सलीम ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया,
"ऐसी कई जगहों पर जहां नमाज होती रही है, पुलिस ने नमाज नहीं होने दी. मार्बल मार्केट, सेक्टर 44, सेक्टर 52 और डीएलएफ फेज 3. पुलिस ने कहा कि केवल 6 जगहों पर नमाज करने की मंजूरी है. प्रशासन की तरफ से नमाज के लिए मंजूर की गई जगहों पर बात साफ नहीं की गई है."सलीम ने आगे बताया कि सेक्टर 40 की एक दरगाह पर नमाज पढ़ने की तैयारी हो रही थी. तभी पुलिस ने यह कहते हुए रोक दिया कि यह जमीन एक स्कूल की है. हालांकि, हमने कहा कि यह जमीन वक्फ बोर्ड की है. पुलिस ने हमसे कागजात दिखाने को कहा. जो उस समय हमारे पास नहीं थे. हमने पुलिस को पटवारी को बुलाने को कहा. हमने वहां नमाज नहीं की. अगले सप्ताह तक हम देखेंगे कि वो जमीन किसकी है और उसी के मुताबिक आगे का फैसला लेंगे. इधर पुलिस ने उन 9 जगहों के नाम भी बताए, जहां 24 दिसंबर को जुमे की नमाज हुई. इन जगहों में लीजर वैली, श्याम चौक, शंकर चौक, उद्योग विहार स्पाइस जेट ऑफिस के पास की जगह, सेक्टर 42, सेक्टर 69 IMT मानेसर के पास दो जगहें और सेक्टर 34 शामिल हैं. नमाज के खिलाफ शिकायत वहीं श्याम चौक पर प्रदर्शन करने वालों का नेतृत्व करने वाले प्रवीण यादव ने नमाज पढ़े जाने को लेकर दो पुलिस थानों में शिकायत दर्ज कराने की बात कही. प्रवीण यादव ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया,
"हमने दो पुलिस थानों में शिकायत दर्ज कराई है और प्रशासन से अपील की है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री के आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. अगले सप्ताह भी हम अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे."इसी तरह संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के कानूनी सलाहकार कुलभूषण भारद्वाज ने बताया,
"हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा है कि खुले में नमाज एक तरह का शक्ति प्रदर्शन है और किसी भी समुदाय के लोगों को सार्वजनित जगहों पर धार्मिक कार्यक्रम नहीं करने चाहिए. हमने पुलिस को शिकायत दी है. जिसमें पुलिस से कहा है कि मुख्यमंत्री के आदेश का पालन होना चाहिए. उनके आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. नमाज के नाम पर यह जिहाद है. मुख्यमंत्री के आदेश के बाद यह साफ है कि नमाज के लिए कोई भी जगह आरक्षित नहीं है."इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा विधानसभा में कहा था कि हर धर्म के लोग सार्वजनिक जगहों पर अपने धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं. इसके लिए उन्हें जगह भी मिली हुई है. हालांकि, सार्वजनिक जगहों पर इकट्ठा होकर शक्ति प्रदर्शन करना और दूसरे समुदायों की भावनाएं भड़काना सही नहीं है. ऐसे में किसी भी समदुाय के किसी भी व्यक्ति को सार्वजनिक जगहों पर ऐसे कार्यक्रम नहीं करने चाहिए.