किसान आंदोलन के समर्थन में वैज्ञानिक ने केंद्रीय मंत्री के हाथ से अवॉर्ड लेने से मना कर दिया
पत्र में कहा, 'ये मेरी अंतरात्मा के खिलाफ़ है'
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वीरेंद्र पाल (बाएं) और नरेंद्र मोदी को लिखा लेटर (दाहिने)
“मुझे आशा है कि हम देश के लिए साथ काम करेंगे, और सरकार हमारे किसानों की बातों को सुनेगी. जो काम मैंने किया है, वो इस देश के किसानों और देश के लिए है. और अगर इस समय मैं ये अवॉर्ड लेता हूं तो मैं अपराधबोध से भर जाऊंगा.”
इसके बाद भीड़ में से आवाज़ आती है. लोग कहते हैं कि मंत्री जी खड़े हैं स्टेज पर, अवॉर्ड ले लीजिए. वीरेंद्र पाल मना कर देते हैं. इस पूरे मसले पर वीरेंद्र पाल ने चिट्ठी भी लिखी है. नरेंद्र मोदी को लिखी चिट्ठी में वीरेंद्र पाल ने लिखा,Dr Varinder Pal Singh, Principal Soil Chemist PAU Ludhiana, refused on stage to accept Gold Medal and the Golden Jubilee Award for Excellence from the Chemical and Fertiliser minister, GOI while registering his protest in support of the farmers. pic.twitter.com/gMi4ChA4ZX
— Om Thanvi (@omthanvi) December 8, 2020
“चूंकि भारत सरकार द्वारा शांति से प्रदर्शन कर रहे किसानों को बहुत दर्द दिया जा रहा है, ऐसे में मेरी अंतरात्मा मुझे इस बात की परमिशन नहीं देती है कि मैं किसी मंत्री या अधिकारी से ये अवॉर्ड ग्रहण करूं.”
सदानंद गौड़ा को लिखी चिट्ठी में वीरेंद्र पाल ने लिखा,And this one to the PM pic.twitter.com/c9oUKWBqRM
— Om Thanvi (@omthanvi) December 8, 2020
“मुझे मालूम है कि मेरा अवॉर्ड न लेना आपको थोड़ा अटपटा लगा होगा, लेकिन मैं ये साफ़ कर दूं कि मेरी आपसे या भारत सरकार से व्यक्तिगत खुन्नस या विरोध नहीं है.”उन्होंने आगे लिखा,
“मेरा इस जीवन में कभी कोई राजनीतिक या आतंकवादी क़िस्म का जुड़ाव किसी संगठन या लोगों से नहीं रहा है. और मेरा जीवन भारत की अखंडता को समर्पित है…..लेकिन सिर्फ़ पर्सनल फ़ायदे के लिए ये अवॉर्ड ग्रहण करना मेरे देश के किसानों और मेरे देश के साथ धोखा होगा.”