आंदोलन कर रहे किसान आज भूख हड़ताल पर, सरकार से बातचीत की ये है तैयारी
आज किसान आंदोलन का 19वां दिन है.
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गुरनाम सिंह चढूनी दाएं और जसबीर सिंह बाएं. ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आगे की रणनीति बताई. (फोटो-ANI)
"हमारा रुख स्पष्ट है, हम चाहते हैं कि तीनों कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए. इस आंदोलन में भाग लेने वाली सभी किसान यूनियन एक साथ हैं."भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा,
"हमें नजर रखने की जरूरत है, ताकि कोई गलत तत्व हमारे बीच न हो. हमारे सभी युवाओं को सतर्क रहने की जरूरत है. अगर सरकार बात करना चाहती है तो हम एक समिति गठित करेंगे और आगे का निर्णय लेंगे."किसान नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस की खास बातें- # किसान नेताओं ने कहा कि 14 दिसंबर को शाम पांच बजे भूख हड़ताल खत्म कर दी जाएगी. यह केवल एक दिन का कार्यक्रम है. # गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि 19 दिसंबर के अनशन कार्यक्रम को उन्होंने रद्द कर दिया है. इससे पहले उन्होंने 19 दिसंबर को शहीदी दिवस पर अनशन की बात कही थी. # किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि बीकेयू भानु (भारतीय किसान यूनियन भानु) सरकारी एजेंडा है. # किसानों ने कहा कि अब वो दिल्ली के बॉर्डर ब्लॉक करेंगे. हालांकि दूध सब्जियों को जाने दिया जाएगा ताकि आम नागरिकों को दिक्कत ना हो. उस पर रोक नहीं लगाई है. किसानों से मिले कृषि मंत्री कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर लगातार किसान संगठनों से मुलाकात कर रहे हैं. शनिवार 12 दिसंबर को वो हरियाणा के किसान नेताओं से मिले थे और आज उन्होंने उत्तराखंड के किसान प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी और उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे भी मौजूद थे. इस किसान प्रतिनिधिमंडल ने भी नए कृषि कानूनों का समर्थन किया. बैठक के बाद तोमर ने कहा,
"आज उत्तराखंड के किसानों ने मुझसे मुलाकात की और कृषि कानूनों का समर्थन किया. मैं उन किसानों का धन्यवाद करना चाहूंगा जिन्होंने कानूनों को समझा, सपोर्ट किया और इस पर अपने विचार रखे."इस मुलाकात पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठन के नेताओं ने नाखुशी जाहिर की है. सिंघु बॉर्डर पर मीडिया से बात करते हुए किसान नेता जसबीर सिंह ने कहा,
"उत्तराखंड के एक नेता अपने साथ कुछ लोगों को लेकर कृषि मंत्री से मिले. इनमें से 90 लोगों का किसानी से कोई वास्ता नहीं है. 10 लोग ऐसे हैं जो दूसरे काम भी करते हैं. मौरंग के ठेके हैं उनके पास. खास बात ये है कि ढूंढ कर सिखों को लाया गया है, दिखाने के लिए कि सिख हमारे साथ हैं. इनमें से कोई किसान नहीं था."अमित शाह ने लिया फीडबैक दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और सोम प्रकाश ने गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की. इस मुलाकात में किसानों के मुद्दों पर बातचीत हुई. इससे पहले शाह ने पंजाब के बीजेपी नेताओं से मुलाकात की. इस मीटिंग में केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सोम प्रकाश, अश्विनी शर्मा समेत बीजेपी के कई नेता शामिल रहे. रविशंकर प्रसाद ने क्या कहा? केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जो लोग विरोध कर रहे हैं वो केवल विरोध करने के लिए ऐसा कर रहे हैं. उन्होंने खुद ही पहले इन सुधारों की आवश्यकता को पहचाना था. हम लोगों को जागरूक करेंगे कि किसानों के लिए कृषि कानून कैसे फायदेमंद होंगे. एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि अगर भारत को तोड़ने वाले टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग किसान आंदोलन की आड़ लेकर आंदोलन के कंधे से गोली चलाएंगे तो उनके खिलाफ बहुत सख्त कार्रवाई की जाएगी. केजरीवाल ने कहा- उपवास रखेंगे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने किसानों के समर्थन में एक दिन के उपवास का ऐलान किया है. उन्होंने देश की जनता से भी किसानों के समर्थन में सोमवार को उपवास रखने की अपील की है. उन्होंने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों से भी उपवास रखने को कहा है.