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Farmers Protest: एक और किसान की मौत, हरियाणा पुलिस ने कहा - 'NSA नहीं लगेगा!'

'दिल्ली चलो' मार्च में Shambhu Border पर 62 साल के एक किसान की मौत की खबर आई है. पांच पॉइंट्स में जानिए किसान प्रदर्शन के सारे अपडेट्स.

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Farmers protest shambhu border police
शंभू बॉर्डर पर तैनात सुरक्षाबल. (तस्वीर साभार: PTI)
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रवि सुमन
23 फ़रवरी 2024 (Published: 03:52 PM IST) कॉमेंट्स
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दिल्ली चलो मार्च (Delhi Chalo March) में एक और किसान के मौत की खबर आई है. शंभू बॉर्डर पर हार्ट अटैक से एक किसान की मौत हो गई. मृतक किसान का नाम दर्शन सिंह है. 23 फरवरी की सुबह उन्हें बेचैनी महसूस हो रही थी. उन्हें राजिंदर मेडिकल कॉलेज, पटियाला ले जाया गया था. वहां कार्डियैक अरेस्ट से उनकी मौत हो गई. उनकी उम्र 62 साल थी.

किसानों पर NSA

इससे पहले खबर आई थी कि दिल्ली-पंजाब बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसान नेताओं के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी. इस घोषणा के कुछ ही घंटों के बाद हरियाणा पुलिस ने कहा कि किसानों के खिलाफ NSA लागू नहीं किया जाएगा.

ये भी पढ़ें - सरकार ने किसानों को जो ऑफर दिया वो स्वामीनाथन रिपोर्ट से कितनी अलग है?

अंबाला रेंज के इंस्पेक्टर जनरल (IG) सिबाश कबिराज ने बताया कि अंबाला के कुछ किसान नेताओं पर NSA के प्रावधानों को लागू करने के मामले पर पुनर्विचार किया गया. फिर यह निर्णय लिया गया है कि इसे लागू नहीं किया जाएगा. हरियाणा पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों और उनके नेताओं से शांति बनाए रखने और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने का अनुरोध किया है.

DSP की मौत

इससे पहले पंजाब पुलिस ने X (ट्विटर) पर एक बयान जारी किया था कि 22 फरवरी को खनौरी बॉर्डर पर एक DSP की मौत हो गई है. इंडिया टुडे से जुड़े बलवंत सिंह विक्की की रिपोर्ट के मुताबिक, DSP दिलप्रीत सिंह खनौरी बॉर्डर पर रात की ड्यूटी पर तैनात थे. मलेरकोटला में DSP के पद पर तैनात दिलप्रीत की लुधियाना में एक जिम में एक्सरसाइज करते समय चेस्ट पेन होने के बाद मौत हो गई.

मृतक DSP दिलप्रीत सिंह नैशनल लेवल के स्विमर रह चुके हैं और वर्ष 1992 में दिलप्रीत सिंह ASI के तौर पर पंजाब पुलिस में भर्ती हुए थे.

'ब्लैक डे'

इससे पहले, 21 फरवरी को खनौरी बॉर्डर पर एक किसान की मौत का दावा किया गया था. किसानों ने दावा किया कि हरियाणा पुलिस के साथ हुई झड़प के कारण शुभकरण सिंह की मौत हुई है. संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने शुभकरण की मौत के विरोध में 23 फरवरी को ‘काला दिवस’ मनाने की घोषणा की है. पंजाब सरकार ने मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है. साथ ही शुभकरण की छोटी बहन को नौकरी देने की भी बात कही गई है.

26 फरवरी को ट्रैक्टर मार्च

भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने 26 फरवरी को ट्रैक्टर मार्च की घोषणा की है. कहा है कि दिल्ली की ओर जाने वाले राजमार्गों पर ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी. वहीं 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में भी एक दिन के कार्यक्रम की घोषणा की गई है.

शुभकरण को शहीद घोषित करने की मांग

किसान संगठनों ने मृतक शुभकरण को शहीद घोषित करने की मांग की है. किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंढेर ने इसे ‘हत्या’ बताते हुए इसके विरोध के लिए लोगों से अपने घरों, दुकानों और वाहनों पर काले झंडे लगाने की अपील भी की.

वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: नौजवान किसान की मौत के पीछे का सच, किसान आंदोलन में आगे क्या होगा?

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