भारतीयों को रूसी सेना के दरवाजे तक इस यूट्यूबर ने पहुंचाया! अब पता लगी 'असल' कहानी
Russia-Ukraine war में रूस की सेना में शामिल होने के लिए फैसल खान पर उकसाने का आरोप है. फैसल एक एजेंसी चलाता है, जो लोगों को अलग-अलग देशों में भेजने का काम करती है. वो खुद भी रूस गया फिर क्या हुआ? सब बताया है

रूस और यूक्रेन के युद्ध ( Russia-Ukraine war) के बीच फंसे भारतीयों को धोखे से रूस भेजने के मामले में खुलासा हुआ है. जिसमें भारत के रहने वाले यूट्यूबर फैसल खान का नाम सामने आया है. आरोप है कि फैसल ने भारतीयों को अच्छी नौकरी और सुविधाओं का लालच देकर रूसी सेना में शामिल होने के लिए उकसाया था. फैसल ने सितंबर 2023 में सेंट पीटर्सबर्ग की सड़कों पर चलते हुए एक वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किया था. जिसमें वो रूसी सेना में शामिल होने के फायदे बताता दिख रहा है.
फैसल खान का पूरा नाम फैसल अब्दुल मुतल्लिब खान है. वो मुंबई के दादर का रहने वाला है. उसने केवल छठी तक ही पढ़ाई की है. पहले वह मछली बेचने का काम करता था. बाद में सेल्समैन का काम शुरू किया. साल 2016 में बाबा व्लॉग्स नाम से कंसल्टेंसी शुरू की. फैसल एक एजेंसी चलाता है, जो लोगों को अलग-अलग देशों में भेजने का काम करती है.
लोगों को कैसे ‘फंसाया’?यूट्यूब वीडियो में फैसल कहता दिख रहा है कि जो भी रूस की सेना में भर्ती होगा, उसे एक सरकारी कार्ड दिया जाएगा. इस कार्ड की मदद से वह रूस का स्थायी नागरिक भी बन सकता है. फैसल पर सेना में भर्ती करने के नाम पर भारतीयों को ऊंची सैलरी का लालच देने का भी आरोप है. फैसल ने जिन लोगों को नौकरी के नाम पर फंसाया था, उनमें से एक मोहम्मद अफसान भी थे. जिनकी हाल ही में रूस-यूक्रेन युद्ध में मौत हो गई.
इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू के मुताबिक, फैसल खान ने बताया कि उसने 35 लोगों को रूस भेजा था. फैसल खान ने खुद को भी पीड़ित बताते हुए कहा कि उसके साथ भी धोखा हुआ है. उसने कहा,
“रूस पहुंचने के बाद उन लोगों पर मेरा कोई नियंत्रण नहीं था. मैं भी उन्हें वापस लाना चाहता था. लेकिन हम मजबूर थे. जो लोग भी रूस गए थे, उन्हें खतरे के बारे में पता था. मैंने इंटरनेट से अपने वीडियो भी नहीं हटाए हैं. क्योंकि मैं कोई दोषी नहीं हूं.”
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जुलाई 2023 से फैसल ने नौकरी दिलवाने वाला काम शुरू किया था. बाद में उसने रूसी सेना के लिए काम करने के लाभों के बारे बताना शुरू कर दिया. सितंबर 2023 में यूट्यूब पर डाले वीडियो में उसका कहना था कि रूस जाने वाले व्यक्ति को प्रतिमाह 40 हजार रुपए वेतन दिया जाएगा. तीन महीने की ट्रेनिंग के बाद 1 लाख रुपए वेतन मिलने लगेगा.
उसने ये भी दावा किया था कि यहां नौकरी करने वाले शख्स को मिसाइल या बंदूक दागने की जरूरत नहीं है. उसने लोगों से 3 लाख रुपए की फीस भी मांगी थी. उसका कहना था कि नौकरी पूरी तरह सुरक्षित है और जान का खतरा भी नहीं है. सिर्फ युद्ध में ग्रस्त इमारतों की सफाई और हथियारों की देखभाल करने का काम दिया जायेगा.
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