सांप के जहर की तस्करी में एल्विश यादव की गिरफ्तारी, पूरी कहानी क्या है?
Elvish Yadav पर रेव पार्टी में सांपों के जहर का इस्तेमाल करने और सांपों की तस्करी का आरोप है. रिपोर्ट के मुताबिक, एल्विश ने अपने ऊपर लगे आरोपों को कुबूल कर लिया है.
यूट्यूबर और बिग बॉस OTT सीजन-2 के विजेता एल्विश यादव (Elvish Yadav) को गिरफ्तारी के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. 17 मार्च को उन्हें नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया था. एल्विश पर रेव पार्टी में सांपों के जहर का इस्तेमाल करने और सांपों की तस्करी का आरोप है. हालांकि, एल्विश इन आरोपों को नकारते रहे हैं. नोएडा पुलिस ने एल्विश को गिरफ्तार करने के बाद सूरजपुर कोर्ट में पेश किया. जहां से उन्हें हिरासत में ले लिया गया. ये मामला शुरू कहां से हुआ, सब एक-एक कर बताते हैं.
पुलिस ने छापेमारी कर सांप को बरामद कियापिछले साल 3 नवंबर को नोएडा पुलिस ने एक बयान जारी किया. बताया कि पुलिस ने सेक्टर-51 इलाके में सेवरोन बैंक्वेट हॉल में छापेमारी कर 5 लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस को वहां से 9 तरह के सांप, जिसमें 5 कोबरा सांप भी थे, मिले. और साथ ही 20 मिलीलीटर स्नेक वेनम यानी सांप का जहर मिला. जब पुलिस ने गिरफ्तार लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वे लोग सांप के जहर का इस्तेमाल रेव पार्टी में करते हैं. पूछताछ में ही इन लोगों ने एल्विश यादव का भी नाम ले लिया.
इसके बाद एल्विश समेत 7 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई. इन सभी पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 120(B) और वन्य जीव (संरक्षण) अधियनियम 1972 की धारा 9, 39, 48ए, 49, 50 और 51 के तहत केस दर्ज हुआ. जो धाराएं लगाई गईं, वो गैर-जमानती हैं. पांच आरोपियों की पहचान राहुल, टीटूनाथ, जयकरन, नारायण और रविनाथ के तौर पर हुई.
पुलिस ने बरामद जहर को जयपुर फोरेंसिक लेबोरेटरी भेजा था. इस साल फरवरी में FSL की रिपोर्ट आई. पता चला कि वो जहर करैत और कोबरा प्रजाति के सांपों का था. ये प्रजातियां काफी खतरनाक मानी जाती हैं और भारत के चार सबसे खतरनाक सांपों में भी शामिल हैं.
पुलिस को टिप कहां से मिली?नोएडा पुलिस ने ये छापेमारी एक एनजीओ 'पीपल फॉर एनिमल्स' (PFA) की मुखबिरी पर की थी. ये संस्था बीजेपी सांसद मेनका गांधी चलाती हैं. इस संस्था में काम करने वाले गौरव गुप्ता ने सेक्टर 49 थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी. इस शिकायत में ही एल्विश यादव का नाम लिया गया था. कहा गया था कि एल्विश अपने गिरोह के साथियों के साथ नोएडा और NCR के फार्म हाउसों में जिंदा सांपों के साथ वीडियो शूट कराते हैं. साथ ही गैर-कानूनी रूप से रेव पार्टियां कराते हैं. आरोप ये भी है कि इन पार्टियों में विदेशी युवतियां बुलाई जाती थीं और पार्टी में सांप के जहर और नशीली चीजों का सेवन किया जाता है.
इन इनपुट्स के आधार पर एक मुखबिर ने एल्विश यादव से संपर्क किया. एल्विश से मुखबिर ने कहा कि नोएडा में रेव पार्टी करवानी है. ये भी डिमांड रखी कि इस पार्टी में सांप चाहिए, और कोबरा का जहर भी चाहिए. जानकारी आई कि एल्विश ने पार्टी के लिए सहमति दे दी. FIR में लिखा है कि एल्विश ने राहुल नाम के एक एजेंट का नंबर दिया और कहा कि, 'मेरा नाम लेकर बात कर लो'. इसके बाद मुखबिर ने एजेंट राहुल का नंबर यह नंबर मेनका गांधी के ऑर्गेनाइजेशन तक पहुंचा दिया.
मेनका गांधी ने क्या कहा था?जब पुलिस ने छापेमारी कर लोगों को गिरफ्तार किया तो मेनका गांधी ने भी मीडिया को एक बयान दिया. एल्विश पर उन्होंने गंभीर आरोप लगाए. मेनका गांधी ने कहा था,
“हमें इस बारे में पता चला क्योंकि इन्फ्ल्यूएंसर एल्विश यादव इसे बढ़ावा दे रहा है. वो इस पूरे मामले का सरगना है. उसे गिरफ्तार करने की जरूरत है. सांपों को जंगलों से पकड़कर मार दिया जाता है. वे सभी लुप्तप्राय प्रजातियों की सूची में हैं. कानून के तहत इसके लिए 7 साल की सजा है. ये इस मामले में शामिल सभी आरोपियों को मिलनी चाहिए. हर कोई TRP के लिए लड़ रहा है. वीडियो बेहद अजीब होते जा रहे हैं.”
हालांकि, इस छापेमारी के बाद एल्विश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया. 7 नवंबर को नोएडा पुलिस ने एल्विश को नोटिस जारी कर जांच में सहयोग करने को कहा. तब उत्तर प्रदेश के मंत्री अरुण सक्सेना ने भी कहा था कि कोई सेलिब्रिटी कानून से ऊपर नहीं है.
एल्विश ने क्या जवाब दिया था?जब ये गंभीर आरोप लगे तो एल्विश ने भी सफाई दी थी. इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट कर उन्होंने कहा था,
“मैं सुबह उठा. मैंने मीडिया में न्यूज देखी कि एल्विश यादव नशीले पदार्थ के बिजनेस में शामिल हैं. वो अरेस्ट हो गए हैं. मैं बता दूं कि मेरे खिलाफ जितनी भी चीजें चल रही हैं. वो फेक हैं और मेरा इसमें कोई लेना देना नहीं है. मुझे लेकर जो भी बातें की जा रही हैं, उसमें किसी तरह की सच्चाई नहीं है. आरोपों में मेरा नाम खराब न करें.”
एल्विश ने आगे कहा,
सरकार (खट्टर) ने क्या कुछ कहा था“मैं यूपी पुलिस के साथ सहयोग करने को तैयार हूं. मैं यूपी पुलिस और माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से निवेदन करना चाहता हूं कि इस चीज में अगर मेरे खिलाफ 1% भी आरोप साबित हुए, तो मैं जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं. मैं सबसे कहना चाहता हूं की प्लीज बिना किसी सबूत के मेरा नाम खराब करने की कोशिश ना करें. मेरा दूर-दूर तक इससे कोई वास्ता नहीं है.”
एल्विश यादव ने 14 अगस्त, 2023 को बिग बॉस (OTT) का दूसरा संस्करण जीता था. ट्रॉफी जीतने के बाद एल्विश ने अपने होमटाउन गुरुग्राम में एक लाइव शो का आयोजन किया. जहां उनको देखने के लिए लाखों की संख्या में भीड़ उपस्थित हुई. इस दौरान उनके साथ मंच पर हरियाणा के तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद थे. समारोह के मुख्य अतिथि बनकर आए खट्टर ने मंच से उनकी जमकर तारीफ की. उस वक्त खट्टर ने एल्विश के लिए कहा था,
"देश के युवा नशे के लिए बढ़ रहे हैं. सावधान रहना. एल्विश आगे बढ़ेगा तो देश आगे बढ़ेगा."
बीते दिनों बतौर हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर ने लल्लनटॉप से बातचीत की थी. उनसे एल्विश को लेकर भी सवाल किया गया था. जिसपर उन्होंने कहा था जिस व्यक्ति ने उन्हें एल्विश यादव से मिलवाया था, उसने उसके बारे में अच्छी बातें बताई थीं. इस कारण खट्टर को एल्विश की दूसरी साइड नहीं पता चल सकी. खट्टर ने आगे कहा,
“मुझे उस वक्त सिर्फ़ इतना पता लगा था कि वो व्यक्ति युवाओं के नशा मुक्ति के आंदोलन में भाग लेने के लिए तैयार है. एल्विश नशा मुक्ति के लिए प्रचार करता है. जब मुझे नशा मुक्ति के प्रचार के लिए मंच पर बुलाया गया तो जो मुझे ब्रीफ़ दिया गया, उसके हिसाब से मैंने बोल दिया. उस समय मुझे उस चीज़ से कोई आपत्ति नहीं रही क्योंकि नशा मुक्ति का काम एक अच्छा काम है.”
हालांकि, खट्टर ने यह भी कहा कि कोई भी आदमी नशा मुक्ति का काम करेगा, तो वे उसके लिए उसमें सहयोग हमेशा रहेगा. मनोहर लाल खट्टर को एल्विश के केस के बारे में पता चला तब उन्होंने उसका समर्थन नहीं करने का दावा किय. उन्होंने कहा,
मौजूदा गिरफ्तारी और कबूलनामे की बात“मैंने एल्विश के हर काम का समर्थन नहीं किया और ना आगे करूंगा.”
सांपों की खरीद-फरोख्त के मामले में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गए एल्विश ने पुलिस के सामने अपने ऊपर लगे आरोप को कबूल कर लिया है. एल्विश पर सांप और सांपों के जहर की सप्लाई करने का आरोप है. ‘आजतक’ के अरविंद ओझा की रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर,2023 में गिरफ्तार किए गए आरोपियों के साथ एल्विश का पहले से संपर्क था.
कुछ महीने पहले एल्विश एक रेव पार्टी में अपने दोस्तों के साथ कथित रूप से दुर्लभ सांपों को गले में डालकर डांस-पार्टी कर रहा था. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन ने संज्ञान लिया. एल्विश के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 29 के तहत केस दर्ज हुआ है. इस कानून के तहत सजा पाने वाले दोषी को जमानत मिलना मुश्किल होता है.
कौन है एल्विश यादवसोशल मीडिया पर अपने बयानों और रोस्ट के कारण चर्चित हुए एल्विश यादव हरियाणा के गुरुग्राम के रहने वाले हैं. 14 सितंबर, 1997 को पैदा हुए एल्विश का बचपन में नाम सिद्धार्थ यादव था. उनके बड़े भाई का मन था कि उनका नाम एल्विश रखा जाए. बड़े भाई की मौत के बाद उनकी इच्छा के अनुरूप चार साल के सिद्धार्थ का नाम एल्विश पड़ा. दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम कर चुके एल्विश के यूट्यूब पर दो चैनल हैं जहां उनके कुल डेढ़ करोड़ से अधिक सब्सक्राइबर हैं.
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