दुनियाभर के साइबर क्राइम में इस्तेमाल हुए एलन मस्क और रयान गोसलिंग, चक्कर क्या है?
दरअसल, कंप्यूटर सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर कंपनी McAfee ने उन फेमस लोगों की लिस्ट जारी की है, जिनके नाम पर दुनियाभर में ऑनलाइग ठगी या फ्रॉड किए गए.
दो फेमस लोग. रयान गोसलिंग और एलन मस्क. Barbie फिल्म ऐक्टर रयान गोसलिंग (Ryan Gosling) की पहचान बन गई. वहीं एलन मस्क (Elon Musk) को कौन नहीं जानता. स्पेस एक्स (SpaceX) और X (पहले ट्विटर) जैसी कंपनियों के मालिक एलन मस्क हमेशा चर्चा में रहते हैं. और Barbie फिल्म आने के बाद रयान की प्रसिद्धि और भी ज्यादा बढ़ गई है. अब इन लोगों के नाम एक ऐसी लिस्ट में आ गए हैं जिसमें शायद इनका कोई योगदान भी ना हो.
दरअसल, कंप्यूटर सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर कंपनी McAfee ने उन फेमस लोगों की लिस्ट जारी की है, जिनके नाम पर दुनियाभर में ऑनलाइग ठगी या फ्रॉड किए गए. इसी लिस्ट में रयान गोसलिंग और एलन मस्क समेत कई मशहूर हस्तियों के नाम शामिल हैं. McAfee ने लिस्ट जारी कर बताया है कि दुनियाभर में किन-किन फेमस लोगों के नाम पर सबसे अधिक मालवेयर फैलाए गए हैं.
मालवेयर ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो कंप्यूटर सिस्टम को नुकसान पहुंचाने या उसे हैक करने के लिए बनाया जाता है. इसके माध्यम से किसी की निजी जानकारियों को चुराने से लेकर बड़े-बड़े संस्थानों या कंपनियों का डेटा तक हैक किया जा सकता है. ये हैकिंग पैसे के अवैध ऑनलाइन ट्रांजैक्शन या ब्लैकमेलिंग के लिए की जाती है.
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वापस लिस्ट पर आते हैं. McAfee की इस साल की रिपोर्ट में रयान गोसलिंग का नाम सबसे ऊपर है. ये कनाडाई ऐक्टर ‘La La Land’ और ‘Barbie’ जैसी फिल्मों में काम कर चुका है. वहीं टेस्ला के मालिक एलन मस्क इस लिस्ट में छठवें नंबर पर हैं. इन सेलिब्रिटीज के नाम पर इस साल सबसे अधिक मालवेयर फैलाए गए हैं.
कई और भी सेलिब्रिटीज का नाम
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर Oppenheimer फिल्म में काम कर चुकी Emily Blunt का नाम है. इसके बाद अमेरिकी सिंगर और अभिनेत्री जेनिफर लोपेज (Jennifer Lopez) और जेंडाया (Zendaya) का नाम है.
चर्चित चेहरों के नाम पर क्यों होती ठगी?
प्रसिद्ध लोगों का नाम इस्तेमाल करके सबसे अधिक डीपफेक (Deepfake) वीडियोज बनाए गए हैं. डीपफेक वीडियोज में AI (Artificial Intelligence) का इस्तेमाल करके किसी की भी असली जैसा दिखने वाले शक्ल-सूरत और आवाज के साथ फर्जी वीडियोज बनाए जा सकते हैं. करना बस इतना है कि AI को कुछ ऑडियो और वीडियो का नमूना देना है.
इस प्रोसेस से किसी भी सेलिब्रिटीज के नाम पर फर्जी खबर फैलाई जा सकती है. जब लोगों को अपने पसंदीदा सेलिब्रिटीज की शक्ल वाले किसी लिंक पर क्लिक करने को कहा जाता है तो वे ऐसा कर देते हैं. फिर साइबर अपराधियों का काम बन जाता है.
ऐसे ठगों से बचने का सबसे सटीक उपाय है कि किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक करने से बचें.
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