PM मोदी को 'पनौती', 'जेबकतरा' कहा था, राहुल गांधी को चुनाव आयोग का नोटिस आ गया
बीती 21 नवंबर को जालौर और उदयपुर में चुनावी रैलियों के दौरान राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए उन्हें 'पनौती' बता दिया था.

चुनाव आयोग ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को नोटिस जारी किया है. उन्होंने कुछ दिन पहले पीएम नरेंद्र मोदी के लिए 'पनौती' और ‘जेबकतरा’ शब्द का इस्तेमाल किया था. बीजेपी ने इसे लेकर चुनाव आयोग को शिकायत भेजी थी. इसके बाद 23 नवंबर को राहुल गांधी को आयोग का कारण बताओ नोटिस आया है.
राहुल गांधी ने क्या कहा था?बीती 21 नवंबर को जालौर और उदयपुर में चुनावी रैलियों के दौरान राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए उन्हें 'पनौती' बता दिया था. उदयपुर में उन्होंने कहा था,
"मोदी का काम आपका ध्यान इधर-उधर करने का है. जैसे दो जेबकतरे होते हैं, एक आता है, आपके सामने आपसे बात करता है, आपका ध्यान भटकाता है… तब तक पीछे से कोई दूसरा जेब काट लेता है."
राहुल आगे कहते हैं,
"मोदी का काम आपका ध्यान भटकाना है. अडानी का काम आपकी जेब काटना है. दोनों आते हैं, एक टीवी पर आता है. आपसे कहेगा हिंदू-मुस्लिम, कभी क्रिकेट मैच में चला जाएगा. वो अलग बात है कि हरवा दिया. पीएम मतलब पनौती मोदी."
वहीं जालौर की रैली में जनसंख्या में किसकी कितनी हिस्सेदारी के मुद्दे पर बोलते हुए राहुल ने कहा था,
"...50 पर्सेंट देश में पिछड़ों की आबादी है. तकरीबन 12 पर्सेंट आबादी आदिवासियों की है. और 15 पर्सेंट दलितों की है. लेकिन सबसे बड़ी आबादी है पिछड़ों की. पहले अपने हरेक भाषण में नरेंद्र मोदी आते थे, कहते थे 'मैं ओबीसी हूं', याद है आपको?"
राहुल के ये कहते ही रैली में मौजूद कुछ लोग पीएम मोदी के लिए बोलते हैं 'पनौती-पनौती'. उनके ऐसा कहने पर राहुल गांधी भी कहते हैं…
"हां क्या, पनौती-पनौती... अच्छा भला वहां (फाइनल) पर हमारे लड़के वर्ल्ड कप जीत जाते, (लेकिन) पनौती हरवा दिया. टीवी वाले ये नहीं कहेंगे, लेकिन जनता जानती है."
बीजेपी को पीएम मोदी के खिलाफ राहुल की ये बातें नागवार गुजरी. वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री पर राहुल गांधी की ये टिप्पणी 'शर्मनाक, निंदनीय और अपमानजनक' है. बाद में पार्टी ने चुनाव आयोग से शिकायत की जिसने कांग्रेस नेता को नोटिस भेज दिया है. उन्हें 25 नवंबर शाम 6 बजे तक नोटिस का जवाब देना है. ऐसा नहीं करने पर चुनाव आयोग उनके खिलाफ एक्शन ले सकता है.
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