जब दंगे के वक्त एकनाथ शिंदे ने बचाई थी गर्भवती महिला और उसके मासूम बच्चे की जान
महिला के परिवार के एक सदस्य ने खुद बताया एकनाथ शिंदे से जुड़ा ये किस्सा.
एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं. राज्य की बागडोर हाथ में आते ही उनकी जिंदगी के किस्से सामने आने लगे हैं. ‘ठाणे के ठाकरे’ कहे जाने वाले एकनाथ शिंदे से जुड़ा एक किस्सा हम आपको बताने जा रहे हैं. किस्सा दंगों से जुड़ा है, जिनमें शिंदे ने एक प्रेग्नेंट महिला और उसके बच्चे की जान बचाई थी.
किसने सुनाया किस्सा?जैसे ही इस बात का ऐलान हुआ कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के अगले सीएम होंगे तो इंडिया टुडे के रिपोर्टर पहुंचे ठाणे की धोत्रे चौल इलाके में. यहां सीएम शिंदे का परिवार 35-40 साल से रह रहा है. रिपोर्टर ने वहां के कुछ लोगों से उनके बारे में बताने को कहा. इस दौरान एक शख्स ने शिंदे से जुड़ा एक ऐसा किस्सा सुनाया जो उसने अपने परिवार के बड़े-बूढों से सुना था. उसने बताया,
‘जब 1989 में दंगे हुए थे, तब हमारे परिवार में एक बच्चे का जन्म हुआ था. उस दौरान हमारे परिवार की एक महिला को तुरंत अस्पताल लेकर जाना था, लेकिन उस समय रिक्शे नहीं चल रहे थे. शिंदे साहब ने रात को रिक्शा निकालकर उस महिला को अस्पताल छोड़ा था, जिसके बाद महिला ने बच्चे को जन्म दिया. आज वो बच्चा बड़ा हो गया है. उसकी उम्र 34-35 साल होगी. ये मदद करने का जुनून उनके अंदर पहले से ही था.’
बहरहाल, गुरुवार 30 जुलाई, 2022 का दिन पूरे महाराष्ट्र के लिए राजनीतिक रूप से ऐतिहासिक रहा. शिवसेना से सियासत की शुरुआत करने वाला एक शख्स राज्य का मुख्यमंत्री बना. दोपहर को जब बीजेपी नेता और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने राजभवन पहुंचे तो हर किसी को यही लग रहा था कि वो फिर सीएम बनेंगे. लेकिन बाहर आकर देवेंद्र फडणवीस ने शिंदे के सीएम बनने की घोषणा कर हर किसी को हैरान कर दिया.
इसके बाद चर्चा होने लगी कि शिंदे सीएम बनेंगे तो फडणवीस का क्या होगा, क्योंकि वो कह चुके थे कि वो सरकार का हिस्सा नहीं बनेंगे. हालांकि इसके थोड़ी ही देर बाद बीजेपी आलाकमान के कहने पर उन्होंने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल होने की हामी भर दी और शाम को शिंदे के साथ शपथ भी ली.