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शरद पवार के पोते के खिलाफ ED का एक्शन, 50 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति अटैच, मामला क्या है?

शुक्रवार की कार्रवाई से पहले ED ने 5 जनवरी को रोहित पवार के स्वामित्व वाली कंपनी बारामती एग्रो और बारामती, पुणे, औरंगाबाद और कुछ दूसरे ठिकानों पर तलाशी ली थी. मामला तब दायर किया गया था, जब बॉम्बे हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र सहकारी क्षेत्र में चीनी मिलों को कथित फर्जी तरीकों से बेचने के आरोपों की जांच करने का आदेश जारी किया था.

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ED attached assets worth over ₹50 crore of a sugar mill
रोहित पवार की 50 करोड़ 20 लाख से ज्यादा की संपत्ति अटैच. ( फोटो- इंडिया टुडे )
8 मार्च 2024
Updated: 8 मार्च 2024 23:02 IST
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NCP- शरदचंद्र पवार के प्रमुख शरद पवार के पोते रोहित पवार के खिलाफ ED ने एक्शन लिया है. ED ने रोहित पवार के स्वामित्व वाली शुगर मिल की 50 करोड़ 20 लाख से ज्यादा की संपत्ति अटैच कर ली है. ये कार्रवाई महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (MSCB) से जुड़े कथित घोटाले को लेकर की गई है. औरंगाबाद जिले के कन्नड़ गांव में कन्नड़ सहकारी सखार कारखाना लिमिटेड (Kannad SSK) की कुल 161.30 एकड़ जमीन, प्लांट, मशीनरी और शुगर यूनिट की बिल्डिंग को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत अटैच किया गया है. 

'अब BJP में शामिल होना चाहिए?'

आजतक से जुड़े दिव्येश सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक Kannad SSK का स्वामित्व बारामती एग्रो लिमिटेड के पास है. बताया गया है कि ये रोहित पवार की कंपनी है. ED की इस कार्रवाई पर रोहित की प्रतिक्रिया भी आई है. उन्होंने X पर लिखा,

"मैंने अपनी कंपनी के खिलाफ ED की कार्रवाई के बारे में पढ़ा. सोचा कि क्या मुझे अब BJP में शामिल होना चाहिए? बीजेपी को याद रखना चाहिए. झुकने वाले और रोने वाले चले गए. अब केवल लड़ने वाले बचे हैं और हम अंत तक लड़ेंगे और जीतेंगे. जो लोग मेरे जैसे स्वाभिमानी मराठी आदमी को घुटनों पर लाने का सपना देखते हैं, उन्हें सिर्फ सपना ही देखना चाहिए. इस कार्रवाई से ये भी लग रहा है कि अगले दो-तीन दिनों में आचार संहिता लागू हो जाएगी."

रोहित पवार ने आगे लिखा,

“ये कार्रवाई पूरी तरह से अवैध है. इसे अदालत में चुनौती दी जाएगी. इसलिए कर्मचारी चिंता न करें. लेकिन सवाल ये है कि ऐसी कार्रवाई सिर्फ मेरे खिलाफ ही क्यों? सत्ता का दुरुपयोग करने वालों से आज भी ऐसा सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है. ऐसी ही एक एजेंसी ने जन्मदिन पर भी कार्रवाई की और आज महाशिवरात्रि पर एक और कार्रवाई.”

महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक स्कैम क्या है?

आरोप है कि महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (MSCB) के तत्कालीन अधिकारियों और निदेशकों ने धोखाधड़ी से सहकारी चीनी मिलों को बिना उचित प्रक्रिया के संबंधित संस्थाओं को कम कीमतों पर बेचा दिया था. MSCB मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने अगस्त 2019 में FIR दर्ज की थी. 

शुक्रवार की कार्रवाई से पहले ED ने 5 जनवरी को रोहित पवार के स्वामित्व वाली कंपनी बारामती एग्रो और बारामती, पुणे, औरंगाबाद और कुछ दूसरे ठिकानों पर तलाशी ली थी. मामला तब दायर किया गया था, जब बॉम्बे हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र सहकारी क्षेत्र में चीनी मिलों को कथित फर्जी तरीकों से बेचने के आरोपों की जांच करने का आदेश जारी किया था. इस दौरान ये भी कहा गया था कि जमीन को औने-पौने दाम पर बेचा गया था.

ये भी पढ़ें- अजित के बेटे पार्थ से शरद पवार की विरासत को कितना बचा पाएंगे पोते रोहित पवार?

रोहित पवार शरद पवार गुट के विधायक भी हैं. वो महाराष्ट्र के अहमदनगर में कर्जत-जामखेड से विधायक हैं. अजित पवार के पार्टी छोड़ने के बाद वो शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मजबूत नेता के रूप में उभरे हैं.  

वीडियो: शरद पवार, पॉवर और परिवार का पूरा खेल नेतानगरी में खुल गया।

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