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'अपने Aadhar की फोटोकॉपी किसी को ना दें', वाली प्रेस रिलीज़ सरकार ने वापस क्यों ले ली?

सरकार का कहना है कि पिछली प्रेस रिलीज़ में जो बातें कही गई थीं, उसे लोग गलत संदर्भ में समझ रहे हैं. इसलिए उस प्रेस रिलीज़ को वापस ले लिया गया है. और अब तक जिस तरीके से आधार का इस्तेमाल किया जाता रहा है, वो यथास्थिति बनी रहेगी.

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Aadhar
फाइल फोटो. (इंडिया टुडे)
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29 मई 2022 (Updated: 2 जून 2022, 23:24 IST)
Updated: 2 जून 2022 23:24 IST
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आधार (Aadhar) को लेकर 27 मई को सरकार की तरफ से एक प्रेस रिलीज़ जारी की गई थी. इस प्रेस रिलीज़ में कहा गया था कि किसी को भी अपने आधार की फोटोकॉपी ना दें. उसका गलत इस्तेमाल हो सकता है. लेकिन सरकार की तरफ से अब इसका खंडन कर दिया गया है. नई प्रेस रिलीज़ में सरकार ने कहा है,

उस प्रेस रिलीज़ को फोटोशॉप्ड आधार कार्ड के दुरुपयोग के संदर्भ में जारी किया गया था. प्रेस रिलीज़ में लोगों को सलाह दी गई थी कि वे अपने आधार की फोटोकॉपी किसी भी संगठन के साथ साझा न करें क्योंकि इसका दुरुपयोग किया जा सकता है. विकल्प के तौर पर, मास्क्ड आधार का इस्तेमाल किया जा सकता है जिसमें आधार संख्या के केवल अंतिम 4 अंक दिखते हैं, 

फिलहाल प्रेस विज्ञप्ति की गलत व्याख्या की संभावना को देखते हुए इसे तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाता है.

 

 

सरकार का कहना है कि पिछली प्रेस रिलीज़ में जो बातें कही गई थीं, उसे लोग गलत संदर्भ में समझ रहे हैं. इसलिए उस प्रेस रिलीज़ को वापस ले लिया गया है. और अब तक जिस तरीके से आधार का इस्तेमाल किया जाता रहा है, वो यथास्थिति बनी रहेगी.

पहले क्या कहा था?

इससे पहले आधार (Aadhar) को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ी एडवाइज़री जारी की थी. सरकार की तरफ से लोगों को किसी को अपने आधार कार्ड की फोटोकॉपी देने से मना किया गया. प्रेस रिलीज में कहा गया था,

"अपने आधार की फोटोकॉपी किसी भी संगठन के साथ साझा ना करें. आधार का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है. विकल्प के तौर पर, मास्क्ड आधार का इस्तेमाल करें, जिसमें आपके आधार नंबर के केवल आखिरी के चार अंक दिख रहे हों."

 

सरकार ने ये भी कहा था,

“केवल वो ही जिन्हें Unique Identification Authority of India से लाइसेंस मिला है, किसी व्यक्ति की पहचान करने के लिए आधार का इस्तेमाल कर सकते हैं. बिना लाइसेंस वाले जैसे होटल या सिनेमा हॉल किसी से आधार कार्ड की फोटोकॉपी नहीं मांग सकते. ये आधार एक्ट, 2016 के तहत अपराध है. अगर आपसे कोई संस्था आधार कार्ड दिखाने या उसकी कॉपी रखने के लिए कहता है, तो आपको उससे UIDA के तहत मिलने वाला लाइसेंस जरूर वेरीफाई करना चाहिए.”

किसी भी प्राइवेट इंटरनेट कैफे से e-Aadhar डाउनलोड ना करें. और अगर ऐसा कर भी रहे हैं, तो उस कंप्यूटर से उसे परमानेंट डिलीट कर दें.

क्या होता है मास्क्ड आधार?


पिछली प्रेस रिलीज में सरकार ने लोगों को मास्क्ड आधार यूज करने की सलाह दी. दरअसल, मास्क्ड आधार, आधार कार्ड ही होता है. बस इसमें आपकी व्यक्तिगत इंफॉर्मेशन किसी अंजान शख्स के पास जाने से बच सकती है. ये आपका 12 डिजिट का आधार नंबर ही होता है, लेकिन इसमें शुरुआत के 8 डिजिट छुपे हुए होते हैं. कुछ इस तरह से. XXXX XXXX 1234.

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