'सनातन को कोढ़, HIV बता दिया... ', स्टालिन के बेटे से बड़ा बवाल तो ए राजा ने कर दिया
ए राजा ने सनातन पर विवादित बात बोल तो दी, लेकिन दिल्ली में कुछ ऐसा हुआ है कि वो यहां आने बहुत घबराएंगे!
![Complaint registered against Udaynidhi Stalin and A Raja for comments on Sanatan](https://static.thelallantop.com/images/post/1694086120537_1_(93).webp?width=540)
तमिलनाडु की पार्टी DMK के नेता और लोकसभा सांसद हैं ए राजा (A. Raja). उनपर सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया गया है. सुप्रीम कोर्ट में वकील चिराग अनेजा ने दिल्ली पुलिस के पास ये शिकायत दर्ज कराई. अनेजा ने कहा कि राजा ने जानबूझकर साजिशन सनातन धर्म को HIV और कोढ़ की तरह बताया है. इससे पहले तमिलनाडु की DMK सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म पर विवादित बयान दिया था. वहीं से ये बहस शुरू हुई थी. उदयनिधि ने सनातन की तुलना मलेरिया या कोरोना जैसे रोग से की थी.
डीएमके सांसद ए राजा ने सनातन की तुलना HIV से करते हुए कहा,
दिल्ली में क्या शिकायत दर्ज हुई?'सनातन पर उदयनिधि का रुख नरम था. सनातन धर्म की तुलना सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए. जबकि उदयनिधि ने सनातन की तुलना मलेरिया से की है. सनातन की तुलना एचआईवी और कुष्ठ रोग जैसे सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए.'
इस मामले में दिल्ली पुलिस से शिकायत करने वाले चिराग अनेजा ने कहा,
उदयनिधि ने क्या कहा था?‘ये साफ तौर पर हेट स्पीच है. राजा ने सनातन को मानने वालों को धार्मिक और मार्मिक रूप से ठेस पहुंचाने के लिए ही ऐसा बयान दिया है. इससे लोगों की भावनाएं भड़क सकती हैं और सामाजिक-धार्मिक सौहार्द और शांति का माहौल बिगड़ सकता है. पहले भी उनकी ही पार्टी डीएमके के नेता और तमिलनाडु सरकार के मंत्री एम उदयनिधि स्टालिन ने भी सनातन धर्म को उखाड़ फेंकने का बयान दिया था.’
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने 2 सिंतबर को सनातन उन्मूलन सम्मेलन में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा,
'सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते. हमें इसे मिटाना है. इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है.'
उदयनिधि ने आगे कहा,
'सनातन क्या है? यह संस्कृत भाषा से आया एक शब्द है. सनातन समानता और सामजिक न्याय के खिलाफ होने के अलावा कुछ नहीं हैं. सनातन का क्या अभिप्राय है? यह शास्वत है, जिसे बदला नहीं जा सकता, कोई सवाल नहीं कर सकता है और यही इसका मतलब है.'
उदयनिधि ने आरोप लगाया था कि सनातन लोगों को जाति के आधार पर बांटता है. बता दें कि मुजफ्फरपुर में उदयनिधि के खिलाफ एक केस दर्ज कर लिया गया है. साथ ही कुछ मामले कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में भी दर्ज किए गए हैं.
वीडियो: CJI चंद्रचूड़ के सामने उदयनिधि का विवादित बयान, सनातन पर दिए बयान के खिलाफ 14 जजों की चिट्ठी