कंझावला केस में आरोपियों ने किया बड़ा खेल! घटना के समय मुख्य आरोपी घर पर था
पूछताछ में रो-रोकर उगल दी हकीकत

कंझावला एक्सीडेंट केस में एक नया खुलासा हुआ है. पुलिस ने बताया कि आरोपी दीपक खन्ना के फोन की लोकेशन बाकी आरोपियों की लोकेशन से मेल नहीं खाती है. दीपक के फोन की लोकेशन और कॉल रिकॉर्ड से पता चला कि वो घटना के वक्त घर पर था.
31 दिसंबर और 1 जनवरी की दरमियानी रात अंजलि (Anjali Case) नाम की एक लड़की की सुल्तानपुरी से कंझावला इलाक़े (Kanjhawala Case) में मौत हो गई. अंजलि को क़रीब 12 किलोमीटर तक कार से घसीटा गया था. कार में सवार पांच लोगों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ़्तार कर पूछताछ की. पांचों पर ग़ैर-इरादतन हत्या के आरोप लगाए.
दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) सागर प्रीत हुड्डा ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया,
“आरोपियों से पूछताछ के दौरान पता चला कि हकीकत में FIR में नामजद पांच लोगों में से अमित खन्ना नाम का शख्स कार चला रहा था. ना कि दीपक खन्ना.”
हुड्डा ने कहा कि पुलिस के पास इस बात को साबित करने के लिए बाकी सबूत भी हैं. उन्होंने आगे बताया,
रोने लगा दीपक और बात कबूली“अमित ने एक्सीडेंट के बाद घटना की जानकारी अपने भाई अंकुश खन्ना को दी थी. जिसके बाद अंकुश ने अमित से कहा कि वो दीपक से बात करे. दीपक उनका चचेरा भाई है. दीपक के पास गाड़ी का लाइसेंस भी है. जिससे ये होता की दीपक इस मामले का दोष अपने ऊपर ले लेता.”
हुड्डा ने ये भी बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने विरोधाभासी बयान दिए. जिसके बाद CCTV फुटेज भी देखे गए. लेकिन ये पता नहीं चला की कौन कार चला रहा था. हुड्डा ने आगे कहा,
“हमें ये पता चला है कि दीपक के फोन की लोकेशन उस रात उसके घर की ही थी. जिसके बाद और पूछताछ किए जाने पर दीपक रोने लगा और उसने ये बात मान ली.”
कंझावला केस में कार सवार आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या, तेज गति से वाहन चलाने और आपराधिक साजिश रचने का मामला दर्ज किया गया है.
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