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पति लद्दाख - पत्नी अरुणाचल, IAS को स्टेडियम मे कुत्ता घुमाने की ऐसी सजा मिली?

स्टेडियम से खिलाड़ियों को निकालकर कुत्ता टहलाते थे, फ़ोटो खिंच गई

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संजीव खिरवार (बाएं) दिल्ली में रेवेन्यू कमिश्नर के पद पर तैनात थे, अब लद्दाख भेजे गए हैं | फोटो: इंडिया टुडे / इंडियन एक्सप्रेस - अभिनव साहा)
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अभय शर्मा
27 मई 2022 (Updated: 27 मई 2022, 22:05 IST)
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दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम (Thyagraj Stadium) में कुत्ता घुमाने वाले IAS पति-पत्नी का गुरुवार 26 मई की शाम को ट्रांसफर कर दिया गया. IAS संजीव खिरवार (Sanjeev Khirwar) का ट्रांसफर लद्दाख (Ladakh) तो उनकी पत्नी रिंकू धुग्गा (Rinku Dhugga) का तबादला अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) कर दिया गया. इस मामले पर गुरुवार शाम को मुख्य सचिव ने गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. आजतक से जुड़े मुनीष पांडेय के मुताबिक मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि इस रिपोर्ट के आधार पर संजीव खिरवार पर आगे कार्रवाई की जाएगी.

त्यागराज स्टेडियम में क्या हुआ था?

इंडियन एक्सप्रेस में छपी अभिनव साहा और एंड्रू ऐमसेम की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम के एक कोच और कुछ एथलीट्स ने दावा किया था कि वे पहले स्टेडियम में रात 8 या 8.30 बजे तक ट्रेनिंग किया करते थे. लेकिन अब उनको 7 बजे ग्राउंड खाली करने को कह दिया जाता है, ताकि IAS अफसर वहां अपने कुत्ते संग टहल सकें. कोच ने कहा कि इससे एथलीट्स की ट्रेनिंग और प्रैक्टिस रूटीन में दिक्कत पैदा हो रही है.

हालांकि, 1994 बैच के आईएएस अफसर संजीव खिरवार ने अपने ऊपर लगे इन आरोपों को गलत बताया था. उन्होंने ये तो कबूला था कि वह कभी-कभी कुत्ते को त्यागराज स्टेडियम में टहलाने ले जाते हैं, लेकिन इस बात से इनकार किया था कि इससे एथलीट्स की प्रैक्टिस में रुकावट आती है.

नेताओं ने किए ट्वीट

इस मामले में किरण बेदी TMC सांसद महुआ मोइत्रा और जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किए हैं. किरण बेदी ने संजीव खिरवार के ट्रांसफर पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा,

‘अगर आईएएस के स्टेडियम में कुत्ता घुमाने की घटना को सही पाया गया तो उन्हें दूसरे केंद्र शासित प्रदेश क्यों भेजा जा रहा है? उन्हें फैसला आने तक छुट्टी पर क्यों नहीं भेजा जा रहा? हर जगह भारतीय सिविल सेवा के पद गंभीर लोगों के लिए ही हैं.’

'अरुणाचल प्रदेश का अपमान किया'

टीएमसी की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने इस मामले पर लिखा,

'ठीक से काम ना करने वाले दिल्ली के नौकरशाह का ट्रांसफर होने पर अरुणाचल प्रदेश का अपमान क्यों किया जा रहा है? गृह मंत्रालय नॉर्थ ईस्ट के इलाकों से दिखावटी प्रेम दिखाकर फिर उन इलाकों को अपने कचरे को फेंकने के लिए क्यों इस्तेमाल करती है?' पेमा खांडू (अरुणाचल प्रदेश के सीएम) और किरण रिजीजू कृपया विरोध करें.'

'लद्दाख वाले निराश हुए'

उधर, उमर अब्दुल्ला ने इस मामले को लेकर अपने एक ट्वीट में लिखा,

'लोग लद्दाख को सजा वाली पोस्टिंग क्यों कह रहे हैं? कई लोगों के लिए यह एक खूबसूरत क्षेत्र है, जहां बेहतरीन मेहमाननवाजी करने वाले लोग रहते हैं और जहां घूमने के लिए कई शानदार जगह मौजूद हैं. ऑफिसर्स को लद्दाख सजा देने के लिए भेजना, यहां के लोगों को हतोत्साहित करने वाला कदम है.'

उमर अब्दुल्ला ने एक अन्य ट्वीट में ये भी लिखा कि ठीक यही बात अरुणाचल प्रदेश के लिए भी लागू होती है. हालांकि, वे अरुणाचल कभी नहीं गए.

वीडियो देखें | सोशल लिस्ट: IAS संजीव के 'डॉग वॉक' के चक्कर में बाकी अफसरों को क्या सुनना पड़ा

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