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Rau's IAS हादसा: UPSC एस्पिरेंट तान्या सोनी के आखिरी शब्द क्या थे? दोस्त ने बताया

Rau's IAS हादसे में बचे स्टूडेंट ने बताया कि कोचिंग के किसी भी हिस्से में बायोमेट्रिक्स नहीं लगे थे.

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Delhi coaching incident survivor recalls last words of victim No need to panic
ऋषभ ने ये आरोप लगाया कि मदद के लिए की गई कॉल के रिस्पांस में देरी हुई थी. (फोटो सोर्स- लल्लनटॉप/ट्विटर)
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प्रशांत सिंह
31 जुलाई 2024 (Updated: 4 अगस्त 2024, 09:19 AM IST)
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Rau's IAS स्टडी सर्किल में हुए हादसे (Rau's IAS students death) के बाद से छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. हादसे में जान गंवाने वाली तान्या सोनी के एक साथी ऋषभ बाल-बाल बचे. घटना के बाद ऋषभ ने बताया कि कोचिंग में उस दिन क्या हुआ था. ऋषभ ने कहा कि वो अपने बैचमेट्स को न बचा पाने के लिए हमेशा दोषी महसूस करेंगे.

गाजियाबाद के रहने वाले ऋषभ पाल ने बताया कि बेसमेंट में हुई घटना के वक्त लगभग 15 स्टूडेंट अपनी जान बचाने में सफल रहे थे. इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक ऋषभ ने बताया कि बेसमेंट में पानी भरने के दौरान 15 स्टूडेंट फंस गए थे. 13 फीट से ऊंची लाइब्रेरी तीन से चार मिनट में पानी से पूर भर गई थी. तान्या के बारे में ऋषभ ने बताया,

“तान्या मेरी बैचमेट थी. घटना के वक्त उसने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, हम लोग बच जाएंगे. तान्या ने ह्यूमन चेन बनाने का सुझाव भी दिया था. हमने चेन बनाने की कोशिश भी की थी, लेकिन पानी के तेज बहाव के कारण हम एक-दूसरे को पकड़ नहीं पाए.”

ऋषभ ने बताया कि जैसे ही बेसमेंट में पानी आना शुरू हुआ, वो जीने की तरफ चढ़े. उन्हें स्टाफ के लोगों ने ऊपर खींच लिया. ऋषभ ने लाइब्रेरी में पानी घुसने के समय को याद करते हुए बताया कि उन्होंने जब तान्या और श्रेया को आखिरी बार देखा था तो वो दोनों टेबल के ऊपर खड़ी हुई थीं. ऋषभ ने बताया,

“मेरे बाद मेरा साथी जयदीप और कुछ अन्य स्टूडेंट्स ऊपर आ गए थे. जिसके बाद कोचिंग के स्टाफ के लोगों ने बाकियों को निकाला.”

ऋषभ ने जानकारी दी कि वो नेविन को लाइब्रेरी में नहीं देख पाए थे. कोचिंग के स्टाफ के लोगों द्वारा लिए गए क्विक एक्शन के बारे में ऋषभ ने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता तो कई और लोगों की जान जाती.

मीडिया में कई जगह ये रिपोर्ट्स थीं कि लाइब्रेरी में बायोमेट्रिक्स लॉक हो गए थे, जिस कारण लोग वहां से निकल नहीं पाए. इसके बारे में ऋषभ ने बताया कि कोचिंग के किसी भी हिस्से में बायोमेट्रिक्स नहीं लगे थे. हालांकि, ऋषभ ने ये आरोप लगाया कि मदद के लिए की गई कॉल के रिस्पांस में देरी हुई थी. उन्होंने बताया,

“NDRF की टीम रात 10 बजे के आसपास पहुंची थी. उन्होंने वहां बताया कि वो मदद नहीं कर सकते हैं, क्योंकि उनके पास जरूरी उपकरण नहीं हैं.”

बता दें कि दिल्ली के राजेंद्र नगर इलाके में स्थित Rau’s IAS कोचिंग के बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में 27 जुलाई को बारिश के बाद अचानक पानी भर गया था. घटना में तीन स्टूडेंट्स श्रेया यादव, तान्या सोनी और नेविन डाल्विन की मौत हो गई थी. मामले में कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने कोचिंग के CEO और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही 5 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है.

वीडियो: ओल्ड राजेंद्र नगर में UPSC की तैयारी करने वाली लड़की ने अपनी जान क्यों दे दी?

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