क्या कोरोना की नई वैक्सीन लगवाने के बाद लोगों को लकवा मार जा रहा है?
वैक्सीन लगवाने पर कुछ लोगों में एलर्जी की समस्या भी सामने आई है.
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यूके और अमेरिका में फाइजर कंपनी की वैक्सीन लगवाने के बाद कुछ लोगों को दिक़्क़त सामने आई है. (सांकेतिक फोटो- PTI)
“वैक्सीन के ट्रायल के समय हमें पता था कि ऐसा नहीं होगा. लेकिन अब हमारे सामने केस हैं, और पूरी आबादी है, तो हमें इस पर ध्यान देना होगा.”BBC के अनुसार, MHRA ने ये भी कहा है कि अभी वैक्सीन न लगवाने के निर्देश उन्हीं लोगों के लिए हैं, जिन्हें किसी भी खाने की चीज, दवा या वैक्सीन से एलर्जी होती है. लेकिन ये अकेला मामला नहीं अमेरिका में फ़ाइज़र की वैक्सीन के ट्रायल के दौरान बेल्स पाल्सी के मामले सामने आए हैं. बेल्स पाल्सी यानी चेहरे पर लकवा मार जाना. इसमें चेहरे की एक तरफ़ की मांसपेशियां झूल जाती हैं. US में हुए ट्रायल में 21,720 लोगों ने भाग लिया. इनमें से वैक्सीन लेने वाले 4 लोगों में इस बेल्स पाल्सी के केस देखे गये थे. इसे देखते हुए US के फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (USFDA) ने बयान भी जारी किया. कहा कि ट्रायल में 4 लोगों में ऐसा पाया जाना ये कहीं से नहीं जताता कि सभी लोगों को वैक्सीन दिए जाने पर भी ऐसा ही होगा. अमरीका में बनी फ़ाइज़र की वैक्सीन को यूके में सबसे पहले लोगों के इस्तेमाल में लाया जा रहा है. यूके की हेल्थ रेगुलेटरी MHRA ने बेल्स पाल्सी जैसे रिएक्शन के बाबत USFDA के बयान का समर्थन किया. उसने भी कहा कि 4 केसों का मतलब ये नहीं है कि पूरी आबादी को वैक्सीन दिए जाने पर ऐसा ही होगा. लेकिन फिर भी सारे साइड इफ़ेक्ट्स और उससे जुड़ी बातों की स्टडी की जाएगी.