शाह ने कांग्रेस के प्रदर्शन को बताया राम मंदिर का अपमान, पार्टी बोली- महंगाई से ध्यान भटका रहे
कांग्रेस ने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ उसके विरोध प्रदर्शन को बीजेपी बर्दाश्त नहीं कर पा रही है.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने पांच अगस्त को कांग्रेस के प्रदर्शन को तुष्टिकरण की राजनीति बताया था. उन्होंने इस प्रदर्शन को राम मंदिर के शिलान्यास से जोड़ दिया था. अब कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने अमित शाह को जवाब दिया है. अधीर रंजन ने कहा कि बीजेपी अपने एकमात्र हथियार 'राम' का सहारा लेकर आम आदमी का ध्यान महंगाई और बेरोजगारी से भटकाना चाहती है.
'कांग्रेस ने सरकार को किया एक्सपोज'समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा,
"कांग्रेस आसमान छूती महंगाई और बढ़ती बेरोजगारी दर के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है, जो बीजेपी बर्दाश्त नहीं कर पा रही है. इसलिए लोगों का ध्यान भटकाना चाहते हैं. राम के नाम पर ये सरकार रावण की पूजा कर रही है. उनके शासन में लोग जूझ रहे हैं. कांग्रेस ने इस जनविरोधी और कॉरपोरेट हित वाली सरकार को एक्सपोज कर दिया है."
दरअसल, 5 अगस्त को कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया था. पार्टी ने कहा था कि वो महंगाई, बेरोजगारी और जीएसटी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है. इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने काले कपड़े पहने या काली पट्टी हाथ में बांध ली थी. कांग्रेस ने प्रदर्शन के दौरान ईडी की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए.
Amit Shah ने साधा निशानाकांग्रेस नेताओं के काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन करने को अमित शाह ने तुष्टिकरण की राजनीति बताया. उन्होंने कहा कि ED और महंगाई तो सिर्फ बहाने हैं, कांग्रेस का असली दर्द राम मंदिर का बनना है. उन्होंने मीडिया से कहा था,
"हर रोज वे प्रदर्शन करते हैं, तो सामान्य कपड़े पहनते हैं. लेकिन आज 5 अगस्त है. आज के ही दिन करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र राम जन्मभूमि है. वहां नरेंद्र मोदी जी ने भूमि पूजन किया था. उन्होंने आज के दिन काले कपड़े पहनकर मैसेज दिया है कि राम मंदिर से उनका विरोध है. मेरा स्पष्ट मानना है कि उन्होंने राम मंदिर शिलान्यास के विरोध के कारण काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन किया है."
इसी तरह यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कहा था कि यह प्रदर्शन रामभक्तों का अपमान है. उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट कर कहा था,
"आज कांग्रेसियों ने काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन किया है. यह अयोध्या दिवस का अपमान है. राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के कार्य का शुभारंभ दिवस. यह भारत के लोकतंत्र और सुप्रीम कोर्ट के सम्मान का दिवस है. इस दिवस पर कांग्रेस नेताओं का काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन करना काफी निंदनीय है. इसे कोई भी भारतीय स्वीकार नहीं कर सकता है."
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने जवाब दिया था कि देशभर के गरीबों और मध्य वर्ग के ऊपर पड़ रही महंगाई की मार के खिलाफ लड़न भगवान राम का दिखाया रास्ता है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा था कि प्रदर्शन का असर साफ देखा जा सकता है. उन्होंने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ लोकतांत्रिक विरोध से ध्यान भटकाने के लिए गृह मंत्री ने इस तरह का दुर्भावनापूर्ण बयान दिया है.
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