BJP सांसद का कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर आरोप- गाड़ी तोड़ी, दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
प्रतापगढ़ में कांग्रेसी और बीजेपी कार्यकर्ता भिड़े. अखिलेश यादव ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए.
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उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हुई. इसका वीडियो वायरल हो रहा है. आरोप है कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी सांसद संगमलाल गुप्ता (Sangamlal Gupta) और बीजेपी कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. आरोप है कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने संगमलाल गुप्ता की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की. इस पूरे घटनाक्रम के बाद घंटो तक अफरातफरी मची रही. बाद में वहां मौजूद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया.
मामला प्रतापगढ़ के सांगीपुर ब्लॉक का है. इंडिया टुडे से जुड़े संतोष की रिपोर्ट के मुताबिक, इस ब्लॉक में गरीब कल्याण मेले का आयोजन किया गया था. इस मेले में पहले कांग्रेस नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी, रामपुर खास सीट से कांग्रेस विधायक और प्रमोद तिवारी की बेटी आराधना मिश्रा को बुलाया गया था. इन दोनों नेताओं को दो बजे का आमंत्रण दिया गया था. वहीं तीन बजे सांसद संगमलाल गुप्ता को भी बुलाया गया था.
पहले हुई नारेबाजी फिर झड़प
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रमोद तिवारी और आराधना मिश्रा के निकलने से पहले ही संगमलाल गुप्ता अपने समर्थकों के साथ पहुंच गए. इसके बाद कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ता एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. देखते ही देखते नारेबाजी झड़प में बदल गई. आरोप है कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के अधिक संख्या में होने की वजह से उन्होंने बीजेपी के कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा.
इस बीच इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी पुलिस को मिली. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लिया. प्रमोद तिवारी ने पुलिस से बीजेपी कार्यकर्ताओं की शिकायत की. वहीं संगमलाल गुप्ता ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाए. संगमलाल गुप्ता ने कहा,
"सांगीपुर में सरकारी कार्यक्रम था. मैं वहां अपने कार्यकर्ताओं के साथ गया था. मैंने वहां देखा कि मंच पर 50 से 60 लोग बैठे थे. वो पहले से ही हमले की योजना बनाए हुए थे. उन्होंने सांगीपुर इंस्पेक्टर को मारा. मैंने पूछा कि ये क्यों कर रहे हो, तो मेरे ऊपर हमला कर दिया. मुझे चोट आई है. मेरी गाड़ी को भी तोड़ दिया. कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा."
इस पूरे मामले पर बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा,योगीराज में भाजपा के ही सांसद नही रहे महफूज तो जनता का क्या होगा? मार खाने के बाद प्रतापगढ़ से भाजपा सांसद संगमलाल गुप्ता ने सुनाया अपना दुखड़ा.... pic.twitter.com/QwWIThMCIT
— निशीकांत त्रिवेदी (@nishikantlive) September 25, 2021
"कांग्रेस अब उत्तर प्रदेश में 'बुझते हुए दिए' जैसी है, और हताशा में आकर हिंसक घटनाएं कर रही है, लेकिन ऐसी घटनाओं को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे और प्रशासन से अपेक्षा करते हैं कि कठोर कार्रवाई की जाए"वहीं उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता केशव प्रसाद मौर्य ने कड़ी कार्रवाई की बात कही है. उन्होंने ट्वीट किया,
जनपद प्रतापढ़ के सांगीपुर ब्लॉक में आयोजित गरीब कल्याण मेले में बीजेपी सांसद और बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव श्री संगमलाल गुप्ता जी पर हमला करने वाले गुंडे के खिलाफ कठोर कार्रवाई जल्द से जल्द किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. एक भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा."
जनपद प्रतापगढ के सांगीपुर ब्लॉक में आयोजित गरीब कल्याण मेले में भाजपा सांसद एवं भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव श्री संगमलाल गुप्ता जी पर हमला करने वाले गुंडों के ख़िलाफ़ कठोर कारवाई जल्द से जल्द किए जाने के निर्देश दिए गए हैं !! एक भी दोषी को बक्शा नहीं जायेगा — Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) September 25, 2021उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पूरे घटनाक्रम के संबंध में राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने मौजूदा बीजेपी सरकार पर हिंसा को प्रोत्साहन को संरक्षण देने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा,
"बीजेपी सरकार में जिस तरह से सरेआम हिंसा को प्रोत्साहन और संरक्षण दिया गया, उसका खामियाजा आज उसके ही सांसदों-विधायकों को भुगतना पड़ रहा है. ये अपने जनप्रतिनिधियों तक को संरक्षण नहीं दे पा रही है. उत्तर प्रदेश बीजेपी सरकार में कानून व्यवस्था फरार है. जनआक्रोश का हिंसक होना अच्छा नहीं होता."
भाजपा सरकार में जिस तरह सरेआम हिंसा को प्रोत्साहन-संरक्षण दिया गया, उसका ख़ामियाज़ा आज उसके ही सांसदों-विधायकों को भुगतना पड़ रहा है। ये अपने जनप्रतिनिधियों तक को संरक्षण नहीं दे पा रही है। उप्र भाजपा सरकार में क़ानून-व्यवस्था फ़रार है। जनआक्रोश का हिंसक होना अच्छा नहीं होता। pic.twitter.com/0p25LDNEQz — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 25, 2021सांगीपुर पुलिस ने हमें बताया कि इस मामले में अभी किसी भी तरफ से कोई तहरीर नहीं मिली है. तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी. सांगीपुर पुलिस की तरफ से कहा गया कि सरकार की तरफ से भी अभी तक कोई निर्देश नहीं मिले हैं. पुलिस की पहली प्राथमिकता शांति व्यवस्था को कायम करना था, जो कायम की जा चुकी है. इस मामले में हमने प्रमोद तिवारी का पक्ष जानने के लिए उन्हें कई बार फोन मिलाया. हमें कोई जवाब नहीं मिला. वहीं प्रमोद तिवारी के PRO ने हमें बताया कि वो इस समय प्रमोद तिवारी के साथ मौजूद नहीं हैं और उनका इस मामले पर कुछ कहना सही नहीं होगा. इस मामले में अगर प्रमोद तिवारी या कांग्रेस की तरफ से कोई बयान आता है, तो स्टोरी को अपडेट कर दिया जाएगा.