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छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या, शव सेप्टिक टैंक में छिपा ढलाई कर दी

Journalist Mukesh Chandrakar Murder: छत्तीसगढ़ के पत्रकारों ने बताया है कि मुकेश चंद्राकर ने ठेकेदार सुरेश चंद्रकार के खिलाफ सड़क निर्माण में कथित भ्रष्टाचार की रिपोर्ट की थी. इसलिए मुकेश की हत्या की आशंका जताई जा रही है.

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Mukesh Chandrakar chhattisgarh
मुकेश चंद्राकर ने ठेकेदार के खिलाफ भ्रष्टाचार की रिपोर्ट की थी.
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साकेत आनंद
3 जनवरी 2025 (Updated: 4 जनवरी 2025, 11:56 AM IST)
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छत्तीसगढ़ के बीजापुर में दो दिनों से लापता एक पत्रकार का शव बरामद हुआ है. 'बस्तर जंक्शन' नाम का यूट्यूब चैनल चलाने वाले मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी की रात से लापता थे. वे एक राष्ट्रीय चैनल से भी जुड़े हुए थे. अब एक ठेकेदार के कंपाउंड में बने सेप्टिक टैंक में उनका शव मिला है. छत्तीसगढ़ के पत्रकारों ने बताया है कि मुकेश चंद्राकर ने ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के खिलाफ सड़क निर्माण में कथित भ्रष्टाचार की रिपोर्ट की थी. इसलिए मुकेश की हत्या की आशंका जताई जा रही है. उनकी आखिरी लोकेशन भी ठेकेदार के यहां बने एक कंपाउंड की बताई गई है.

पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या

इस घटना पर बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया है कि पुलिस को कुछ सुराग मिले हैं और एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है. पुलिस कई लोगों से पूछताछ कर रही है. उन्होंने बताया कि पुलिस की एक टीम दिल्ली भी रवाना की गई है.

सेप्टिक टैंक से शव बरामद होने की तस्वीरें भी सामने आई हैं. ये इतनी वीभत्स हैं कि उन्हें यहां दिखाया नहीं जा सकता है. इनमें मुकेश के सिर पर गहरी चोट के निशान नजर आ रहे हैं. इससे साफ लग रहा है कि उन पर निर्मम तरीके से हमला किया गया है.

रायपुर के सीनियर पत्रकार सुनील कुमार ने दी लल्लनटॉप को बताया कि पुलिस को तलाशी में दिखा कि ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के कंपाउंड में क्रंकीट की ताजा ढलाई हुई थी. इसी से पुलिस को शक हुआ. उन्होंने बताया, 

“चूंकि मुकेश की आखिरी लोकेशन भी वहीं की थी. (इसलिए) शक बढ़ने के बाद पुलिस ने उस सेप्टिक टैंक की छत को खुदवाना शुरू किया. उसी के भीतर मुकेश का शव मिला. इसलिए ऐसा लगता है कि इसमें ठेकेदार शामिल होगा. सुरेश चंद्राकर के भाई को दिल्ली में हिरासत में लिया गया है.” 

शाम को घर से निकले और लापता हो गए

मुकेश की उम्र सिर्फ 32 साल थी. 1 जनवरी की शाम वे घर से निकले थे. कुछ देर बाद उनका फोन बंद आने लगा. 2 जनवरी की शाम तक फोन बंद होने के बाद उनके लापता होने की आशंका जताई जा रही थी. इसके बाद पुलिस में सूचना दी गई.

मुकेश चंद्राकर के भाई यूकेश ने 2 जनवरी को ही थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. इसमें उन्होंने पत्रकार नीलेश त्रिपाठी से हुई उनकी आखिरी बातचीत का जिक्र किया है. यूकेश ने बीजापुर सिटी कोतवाली को लिखे अपने आवेदन में बताया, 

“नीलेश त्रिपाठी ने मुझे बताया कि रितेश चंद्राकर (ठेकेदार सुरेश का भाई) मुकेश को लेकर जाने के लिए आने वाला था. ये जानकारी मुकेश ने ही 1 जनवरी की शाम करीब साढ़े 6 बजे नीलेश को फोन करके दी थी.” 

इसी आवेदन में यूकेश ने लिखा कि वे कुछ लोगों की मदद से मुकेश की आखिरी लोकेशन पता करने की कोशिश कर रहे थे. उनके मुताबिक, मुकेश के लैपटॉप में दिखा कि उनकी आखिरी लोकेशन नया बस स्टैंड के पीछे बना कंपाउंड था, जिसे सुरेश चंद्राकर के मजदूरों के लिए बनाया गया है.

यूकेश ने ये भी आरोप लगाया कि मुकेश ने ठेकेदार सुरेश चंद्राकर द्वारा बनवाई गई एक सड़क में भ्रष्टाचार को लेकर रिपोर्ट की थी. इस रिपोर्ट के बाद सरकार ने सड़क की जांच के लिए कमिटी गठित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी.

आवेदन देने के बाद बीजापुर पुलिस अधीक्षक (SP) ने एक टीम गठित कर जांच शुरू की थी. खोजबीन करते हुए 3 जनवरी की शाम बीजापुर के चट्टानपारा बस्ती में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में एक सेप्टिक टैंक के अंदर से उनका शव बरामद किया गया.

मामलो को लेकर बीजापुर के एसपी जितेंद्र यादव ने मीडिया को बताया, 

"शाम 5 बजे सेप्टिक टैंक से मुकेश का शव बरामद किया गया. जो भी संदिग्ध हैं, उनसे पूछताछ की जा रही है. इस हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों को हम जल्द गिरफ्तार करेंगे. पीड़ित को न्याय दिलाया जाएगा."

ठेकेदार के खिलाफ क्या रिपोर्ट थी?

मुकेश चंद्राकर ने ठेकेदार के खिलाफ भ्रष्टाचार की रिपोर्ट 24 दिसंबर को NDTV के लिए की थी. इस रिपोर्ट के मुताबिक, बीजापुर के गंगालूर से नेलशनार तक बन रही सड़क के निर्माण कार्य में काफी भ्रष्टाचार हुआ है. गंगालूर से हिरौली इलाके तक सड़कों पर कई गड्ढे भी थे. रिपोर्ट में बताया गया था कि सिर्फ एक किलोमीटर के दायरे में ‘35 गड्ढे’ थे. इसके अलावा सड़क निर्माण में इस्तेमाल हो रही सामग्री की गुणवत्ता ‘काफी खराब’ बताई गई थी.

ये प्रोजेक्ट ‘120 करोड़ रुपये’ का बताया जा रहा है. सड़क की कुल लंबाई 52 किलोमीटर है, जिसमें 40 किलोमीटर तक काम पूरा हो चुका है. इस रिपोर्ट के छपने के बाद जगदलपुर लोक निर्माण विभाग ने एक जांच कमिटी गठित की थी. इस रिपोर्ट में बीजापुर कलेक्टर संबित मिश्रा का भी बयान छापा गया था. कलेक्टर ने PWD को गुणवत्तापूर्ण काम करने का आदेश दिया था.

मुख्यमंत्री ने सजा दिलाने का भरोसा दिया

मुकेश का शव मिलने के बाद छत्तीसगढ़ में खलबली मच गई है. राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि उन्होंने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, 

“बीजापुर के युवा और समर्पित पत्रकार मुकेश चंद्राकर जी की हत्या का समाचार अत्यंत दु:खद और हृदयविदारक है. मुकेश जी का जाना पत्रकारिता जगत और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है. इस घटना के अपराधी को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा देने के निर्देश हमने दिए हैं.”

वहीं कांग्रेस के सीनियर नेता और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव ने सरकार से मांग की है कि इस मामले की गहराई से जांच कराई जाए और दोषियों को बिना देरी किए कड़ी सजा दी जाए. टीएस सिंह देव ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए.

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