The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • Champat Rai denied knowing Ris...

ऋषि बागरी ने राम मंदिर के लिए 16 करोड़ जुटाने का दावा किया तो चंपत राय ने पोल खोल दी

फिर ऋषि बागरी ट्वीट डिलीट करने चले गए.

Advertisement
Img The Lallantop
बाएं ऋषि बागरी, दाहिने चंपत राय और फ़ोटो सांकेतिक.
pic
सिद्धांत मोहन
23 दिसंबर 2020 (Updated: 23 दिसंबर 2020, 07:26 AM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
ऋषि बागरी. ट्विटर पर बहुत एक्टिव रहते हैं. बीते दिनों उन्होंने एक ट्वीट किया. ट्वीट में लिखा था कि कोलकाता में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सचिव चंपत राय जी के साथ कई मीटिंग्स संचालित कीं. और एक ही दिन में राम मंदिर के लिए 16 करोड़ रुपयों का वादा प्राप्त किया. 20 दिसम्बर का ट्वीट था. लेकिन लगता है बात चंपत राय तक पहुंची तो उन्होंने इसका खंडन करने का इंतज़ाम कर लिया. ऋषि बागरी के ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए चंपत राय ने 22 दिसंबर को शाम 7 बजकर 40 मिनट पर ट्वीट किया और लिखा कि वो ऋषि बागरी नाम के किसी भी इंसान को नहीं जानते हैं. उन्होंने अपने ट्विटर पर ये भी लिखा है कि मंदिर निर्माण के विषयों पर वो और भी कई लोगों से मिलते रहे हैं, लेकिन एक फ़ोटो के आधार पर भ्रामक तथ्य डालना बेहद गम्भीर विषय है. फिर चंपत राय ने हिदायत दी. कहा कि आस्था से जुड़े विषय को निजी प्रचार का विषय न बनाएं. बस चंपत राय का ट्वीट वायरल हो गया. और कहा जा रहा है कि चंपत राय का ट्वीट वायरल होते ही ऋषि बागरी ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया. और डिलीट होते ही आर्काइव लिंक तैयार हो गया. मतलब डिलीट होने के बाद भी पड़ा रहेगा. अब जब तक चंपत राय का जवाब नहीं आया था, तब तक और बवाल कटा हुआ था. एक ट्विटर यूज़र हैं निखिल अग्रवाल. अपने बायो के हिसाब से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का काम देखते हैं. उन्होंने भी ऋषि बागरी का ट्वीट रिट्वीट करते हुए लिखा कि आप झूठ बोल रहे हैं, आपने महेश जी के घर बस एक मीटिंग अटेंड की थी. कई लोग मौजूद थे. चंपत राय तो आपको जानते भी नहीं हैं. लोगों को गुमराह करना बंद करिए. ऋषि बागरी भिड़ गए. ये जवाब नहीं दिया कि उन्होंने मीटिंग संचालित की थीं या नहीं. इस बात पर भिड़ गए कि घर किसका है. ट्वीट में कहा कि माफ़ी मांगो वरना क़ानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहो. लोगों ने पूछा कि बस इतना बता दो कि आपने मीटिंग संचालित की थी या नहीं. बहस होती रही. ऋषि बागरी अड़े रहे. बस बीच बहस चंपत राय ने अपनी टाइमलाइन पर स्पष्टीकरण दे दिया. मामले का दूसरा पक्ष सुनने के लिए हमने ऋषि बागरी को मैसेज किया. कहा कि लल्लनटॉप इस पर स्टोरी करने जा रहा है, आपका जवाब भी आए तो बेहतर. जवाब अब तक तो नहीं आया है. आएगा तो आपको ज़रूर बतायेंगे. 

इस पोस्ट से जुड़े हुए हैशटैग्स

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement