कोई तो सांसद जनार्दन मिश्रा को टॉयलेट साफ करने वाला ब्रश पकड़ा दो!
बिना ब्रश के हाथों से टॉयलेट साफ कर रहे जनार्दन मिश्रा.

नाम- जनार्दन मिश्राा. पार्टी- बीजेपी. वर्तमान पद- सांसद रीवा (मध्यप्रदेश). जनार्दन (Janardan Mishra) भले ही बीजेपी (BJP) में हों लेकिन उनकी हरकतें पार्टी से एकदम उलट हैं. पार्टी के बाकी नेताओं को कैमरा देखकर खुशी मिलती है और जनार्दन को गंदा टॉयलेट देखकर. सरकार के स्वच्छ भारत अभियान को दिल में बसा लेने वाले जनार्दन मिश्राा (Janardan Mishra Viral Video) का एक वीडियो खासा वायरल हो रहा है. पहले भी गंदे टॉयलेट को हाथों से साफ कर चुके जनार्दन का लेटेस्ट वीडियो में भी वही काम कर रहे हैं.
इस वायरल वीडियो में जनार्दन मिश्राा एक स्कूल में गंदे टॉयलेट को हाथों से साफ करते नजर आ रहे हैं. टॉयलेट को साफ करने में जनार्दन एकदम मशगूल हैं. गंदा टॉयलेट देखते ही जनार्दन मिश्रा ऐसे बिदकते हैं जैसे जिम वाला आपका मोटा पेट देखकर, बाइक वाले पेट्रोल की रेट देखकर और बच्चे एग्जाम की डेट देखकर. वैसे कहा तो ऐसा भी जाता है कि वे अपने आसपास में गंदे टॉयलेट ऐसे खोज लेते हैं जैसे प्यासा पानी, राजा रानी और पैसों को वाणी जैसा साउंड करने वाले उद्योगपति.
वीडियो खुद जनार्दन मिश्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है. साथ में लिखा, 'पार्टी द्वारा चलाये जा रहे सेवा पखवाड़ा के तहत युवा मोर्चा के द्वारा बालिका विद्यालय खटखरी में वृक्षारोपण कार्यक्रम के उपरांत विद्यालय के शौचालय की सफाई की।' देखें जनार्दन का ट्वीट…
वीडियो रीवा जिले के खटखरी का है. यहां पीएम मोदी के जन्मदिन के अवसर पर मऊगंज विधानसभा क्षेत्र के खटखरी बालिका विद्यालय में वृक्षारोपण कार्यक्रम रखा गया था. इसी में हिस्सा लेने के लिए जनार्दन मिश्रा खटखरी पहुंचे थे. इस दौरान वे स्कूल की चेकिंग कर ही रहे थे कि अचानक उनकी नजर टॉयलेट पर गई. देखते ही सोचा कि बस अंदर से गंदा हो. अब उनका सफाई मोड एक्टिवेट हो गया. एक तो टॉयलेट और ऊपर से गंदा. एक तो करेला, ऊपर से नीम चढ़ा टाइप का मामला हो गया. सांसद ने आव देखा ना ताव और हाथों से ही साफ करने लगे. वैसे ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी वे कई बार अलग-अलग जगहों पर गंदे टॉयलेट को हाथों से साफ कर चुके हैं.
चार साल पहले का उनका ये वीडियो देखिए, जब गंदा टॉयलेट देख वो खुद को सफाई करने से रोक नहीं पाए. गड्ढे में हाथ डाल सफाई करने लग गए.
2021 में ऐसा ही मौका फिर आया. रीवा जिले के मऊगंज तहसील की ग्राम पंचायत सेमरिया कुंज बिहारी क्वारंटीन सेंटर पहुंचे. इस बार उन्होंने खुद पर एक अहसान किया. हाथ से टॉयलेट साफ किया लेकिन सर्जिकल ग्लव्स पहनकर. बाकी इस तथ्य की क्या बात करें कि कोविड के खतरे के बीच हाथ से टॉयलेट साफ करने में कोई समझदारी नहीं थी. ऐसा करके वो खुद को नहीं, एक जिले के सांसद को खतरे में डाल रहे थे.
शायद जनार्दन मिश्राा को एक ग्रन्थि है जो शौचालय से जुड़ी हुई है. सांसद के तौर पर उनके अन्य काम याद किए जाएं या न किए जाएं. विष्ठा के आसपास घूमती उनकी बातें बार-बार आती हैं. कहा भी था कि बचपन में जिस मैदान में खेलने जाते थे, वहां लोग पॉटी कर देते थे, तो बाल जनार्दन वो भी साफ कर देते थे.
समस्या ये नहीं है कि वो टॉयलेट साफ कर रहे हैं. समस्या ये है कि वो हाथ से टॉयलेट साफ कर रहे हैं. लगे हाथ खुद के ही जिले में सफाई के लिए जो बेसिक सहूलियतें वो उपलब्ध नहीं करवा पा रहे हैं. हाथ से टॉयलेट साफ करने में कोई महानता नहीं है. बस एक सवाल का रास्ता खुलता है. एक सरकारी स्कूल, एक क्वारंटीन सेंटर में एक टॉयलेट ब्रश तक नहीं है? हाथ से टॉयलेट साफ कर आप मिट्टी-कूड़ा तो साफ कर देंगे लेकिन टॉयलेट से होने वाले संक्रमण का क्या? क्या सांसद महोदय इतनी बेसिक सुविधाएं तक नहीं दिला सकते कि शौचालय एक अदद टॉयलेट ब्रश और टॉयलेट क्लीनर से सफाई होती दिख सके? अगर इतना भी न हुआ तो सारी कवायद ढोंग या फ़ोटोऑप से ज्यादा क्या रह गई? क्योंकि असल सफाई तो होती दिख नहीं रही.
सांसद बचपन से लेकर बुढ़ौती सफाई करे, कोई दिक्कत नहीं. वायरल कंटेन्ट के लिए ही सही, मिसाल कायम करे तो भी कोई दिक्कत नहीं. लेकिन सांसद एक व्यक्ति होने के साथ-साथ पॉलिसीमेकर है, और यहीं पर बात आती है तैयारी की, जवाबदेही की और व्यवस्था की.
सांसद महोदय, गंदे टॉयलेट से बहुत से रोग हो सकते हैं. अच्छी तरह से साफ न हुए (हाथ मात्र से साफ हुए) टॉयलेट से लोगों को UTI हो सकता है. हाथ नंगे हैं तो नाखून के अंदर गंदगी जा सकती है. आप गंदगी से बुरी तरह से बीमार, बहुत बीमार हो सकते हैं. हेपेटाइटिस ए संक्रमण भी गंदे शौचालयों से होता है. जिस तरह से वो टॉयलेट साफ कर रहे हैं, उससे स्किन इन्फेक्शन हो सकता है. यीस्ट इन्फेक्शन का खतरा भी ऐसे शौचालयों से होता है. स्टाफिलोकोकस जैसे बैक्टीरिया गंदी जगहों को दो महीने से ज़्यादा समय तक गंदा रखते हैं. ऐसी जगह पर बैठते ही, 3 मिनट में ही आपकी त्वचा पर संक्रमण असर करने लग जाता है. ई-कोलाई इन्फेक्शन से इंसान को खूनी दस्त पेट में ऐंठन और उल्टी जैसी समस्याएं आ जाते हैं. आपको आश्चर्य होगा कि कई बार ये इन्फेक्शन टॉयलेट के दरवाजे के हैंडल मात्र को छूने से हो जाता है, सांसद महोदय जो कर रहे हैं, वो तो अलग ही लेवल की चीज है. आप भयानक संक्रमित हो सकते हैं. ये मिसाल तो मत ही कायम करिए. ये गलत काम है.
तो मुद्दा ये है कि कैमरे के आगे दिखाने मात्र के लिए आप हाथ से टॉयलेट साफ करें, ये एक अच्छा-गंदा विजुअल तो हो सकता है. इससे ये संदेश देने की कोशिश तो हो रही है कि संसाधन नहीं मिले फिर भी सांसद जी, सफाई के लिए प्रतिबद्ध हैं. पर इससे न आपका भला हो रहा, न कोई पुख्ता सफाई हो रही है. सिस्टम के फेल्योर का संदेश जा रहा है अलग.
और इतना कहा भी अगर काम न आए तो एक बेसिक सी बात, कोई प्लीज सांसद जनार्दन मिश्राा को एक टॉयलेट ब्रश दे दे.
देखें वीडियो- कबड्डी खिलाड़ियों को टॉयलेट में परोसा खाना, वीडियो वायरल!
टॉयलेट में कब्बडी के खिलाड़ियों को खाना परोसा, सहारनपुर का वीडियो वायरल