पटना : BJP के पूर्व MLA के दो भाइयों को मारी गोली, बाज़ार में माथे से सटाकर मारे 3 फायर
नीमा गांव की रंजिश में 11 लोग मारे जा चुके हैं

बिहार की राजधानी पटना (Patna) में BJP के पूर्व MLA चितरंजन शर्मा के दो सगे भाइयों को बीच बाजार में गोली मार दी गई. इसमें विधायक के भाई गौतम शर्मा की मौके पर ही मौत हो गई जबकि शंभू शर्मा की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है. शंभू का इलाज पटना के कंकड़बाग के एक निजी अस्पताल में चल रहा है.
पटना के भरे बाजार गोली मारीआजतक से जुड़े राजेश कुमार झा की खबर के मुताबिक, यह घटना मंगलवार, 31 मई को पटना के बेहद व्यस्त इलाके पत्रकार नगर थाना क्षेत्र में घटी. शंभू पटना पटना के राजेंद्र नगर इलाके में चार्टर्ड अकाउंटेंट का काम करते हैं, जबकि दूसरे भाई गौतम एक वेब पोर्टल के पत्रकार के तौर पर काम करते थे. बताते हैं कि ये दोनों भाई बाइक से कहीं जा रहे थे. जैसे ही इनकी बाइक पत्रकार नगर इलाके के बाजार में पहुंची तो दो लोग एक बाइक से पीछे से आए और गोली चला दी. इस दौरान दोनों भाई जमीन पर गिर गए.
घटना के एक प्रत्यक्षदर्शी संजय कुमार सिंह ने बताया,
पुलिस जांच में क्या मिला?'जब दोनों भाई जमीन पर गिर गए तो हमलावरों ने अपनी बाइक को रोककर, बड़े इत्मिनान के साथ गौतम शर्मा के पास जाकर उनके माथे से सटाकर उन्हें तीन-चार गोलियां मार दीं. जिसके चलते गौतम की घटनास्थल पर ही मौत हो गई.'
घटना की सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने मौके पर जाकर जांच शुरू की. अधिकारियों के मुताबिक घटनास्थल से चार खोखे बरामद किए गए. घटना के संबंध पटना के SSP मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया,
'ये दोनों सगे भाई हैं. और मूल रूप से पटना जिले के धनरुआ थानाक्षेत्र के नीमा गांव के रहने वाले हैं. भाई बाइक से जा रहे थे. उसी दौरान पीछा करते हुए एक बाइक पर सवार दो हमलावरों ने पत्रकार नगर में ओवरटेक करके दोनों को गोली मार दी, जिसमें गौतम शर्मा की मौत हो गई है, जबकि शंभू का इलाज चल रहा है. घटनास्थल से चार खोखे बरामद हुए हैं.'
एसएसपी के मुताबिक,
पहले भी हुई हैं हत्याएं'हमें पता चला है कि इस घटना के तार नीमा गांव से ही जुड़े हैं. ये गैंगवार की घटना है, नीमा गांव में दो गुट चलते हैं. दोनों के बीच पहले भी कई घटनाओं में लोगों की मौतें हुई हैं. प्रथम दृष्टया तो ये मामला वहीं से जुड़ा लग रहा है. बाकी जैसा परिजन बताएंगे उस आधार पर FIR दर्ज करके भी जांच-पड़ताल की जाएगी. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. CCTV खंगाले जा रहे हैं...इस घटना में पांडव गैंग का नाम आ रहा है, लेकिन हम इसे लेकर अभी कोई टिप्पणी नहीं कर सकते, जांच के बाद ही सही बात पता लगेगी.'
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल 2022 में भी चितरंजन शर्मा के परिवार की दो सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. तब उनके चाचा और एक भाई की हत्या हुई थी. अप्रैल में हुईं इन हत्याओं का आरोप नीमा गांव के पांडव गट के मुखिया संजय सिंह पर लगा था. चितरंजन शर्मा और संजय सिंह के बीच जमीन विवाद को लेकर पुरानी रंजिश चल रही है. यह भी बताया जा रहा है कि अब तक इस रंजिश में दोनों तरफ के करीब 11 लोगों की हत्या हो चुकी है.
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