कोरोना के पॉजिटिव मामलों ने खोल दी लैब टेक्नीशियन की पोल, पकड़ में आया बड़ा फर्जीवाड़ा
बिहार के समस्तीपुर में कोरोना के पॉजिटिव मामले देख मच गया था हड़कंप
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नतीजा ये हुआ कि एक ही दिन में यानी 5 जनवरी को भेजे गए 115 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई, जिनमें 101 नाम फर्जी थे. 6 जनवरी को पॉजिटिव आए 140 लोगों के नाम पते भी गलत पाए गए. डीएम योगेंद्र सिंह के निर्देश पर पूरे मामले की जांच शुरू की गई तो जांच में एक लैब टेक्नीशियन दिनेश झा और राजेश शरण दास को दोषी पाया गया. सिविल सर्जन डॉ. सत्येंद्र कुमार गुप्ता ने तत्काल प्रभाव से दिनेश को निलंबित कर दिया है. इस पूरे मामले में अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है. पुलिस ने क्या बताया? समस्तीपुर पुलिस के मुताबिक कोरोना जांच में इतने बड़े फर्जीवाड़े के बाद डीएम के निर्देश पर लैब टेक्नीशियन दिनेश कुमार झा और राजेश शरण दास के विरुद्ध कल्याणपुर थाने में एक एफआईआर दर्ज की गई है. FIR में पीएचसी कल्याणपुर के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ बीके ठाकुर ने कहा है,
"5 और 6 जनवरी को कोरोना जांच के लिए लैब टेक्नीशियन दिनेश कुमार झा और राजेश शरण दास ने सैंपल लिए थे. पांच जनवरी को 115 लोगों के लिए गए सैंपल में 101 को जांच में फर्जी पाया गया. वहीं, 6 जनवरी को लिए गए सैंपल में 140 लोगों के नाम और पता गलत पाए गए."पुलिस के एफआईआर दर्ज करते ही लैब टेक्नीशियन फरार हो गए हैं. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. इस बड़े फर्जीवाड़े में अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के भी नाम सामने आ सकते हैं.