नया सिस्टम आया, नतीजा ये निकला कि बिहार में हफ्ते भर में 10 करोड़ का चालान कट गया
Bihar: राज्य में 13 टोल प्लाजा पर E-Detection System लगाया गया है. इस नए सिस्टम से 1 सप्ताह के भीतर 9 करोड़ से ज्यादा के E-Chalan जारी किए गए हैं.

बिहार (Bihar) राज्य परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस ने एक सप्ताह के भीतर 9 करोड़ 49 लाख रुपये का ई-चालान (E-Chalan) जारी किया है. 13 टोल प्लाजा पर 16 हजार 755 चालान ई-डिटेक्शन सिस्टम से जारी किए गए हैं. ई-डिटेक्शन सिस्टम में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के जरिए गाड़ियों की पहचान की जाती है. और ऑटोमैटिक ही चालान जारी किए जाते हैं. अधिकारियों ने कहा है कि मोटर वाहन अधिनियम के उल्लंघन के कारण ये चालान जारी किए गए हैं.
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, 16755 चालान में से 9676 चालान उन गाड़ियों के लिए हैं जो दूसरे राज्यों में रजिस्टर्ड हैं. वहीं 7079 वाहन बिहार में रजिस्टर्ड हैं. ये सभी चालान 7 अगस्त से 15 अगस्त के बीच जारी हुए हैं.
बिहार ट्रैफिक पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) सुधांशु कुमार ने इस मामले की जानकारी दी है. उन्होंने बताया है,
“राज्य परिवहन विभाग ने यातायात पुलिस के साथ मिलकर ई-डिटेक्शन सिस्टम से ई-चालान जारी करने की शुरुआत की है. इसे राज्य के 13 टोल प्लाजा पर लगाया गया है. राज्य के बिना वैध बीमा, फिटनेस और प्रदूषण प्रमाण पत्र वाले वाहन मालिकों को अब ई-डिटेक्शन सिस्टम से उनके मोबाइल फोन पर ई-चालान भेजा जाएगा.”
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E-Detection System क्या है?उन्होंने आगे कहा कि नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर की मदद से सरकार सभी टोल प्लाजा पर ई-डिटेक्शन सिस्टम लगाने की प्रक्रिया में है. ADG ट्रैफिक ने आगे बताया,
“ई-डिटेक्शन सिस्टम में वाहनों के लिए जरूरी कागजात न होने पर ऑटोमैटिक ही ई-चालान जारी होता है. राज्य में सड़क हादसों में सबसे ज्यादा मौतें नेशनल हाइवे पर होती हैं. दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जरूरी है कि वाहनों का फिटनेस परमिट, बीमा और मोटर वाहन टैक्स अपडेट हो. ई-डिटेक्शन सिस्टम लागू होने से वाहन चालकों को मोटर वाहन अधिनियम के नियमों का पालन करने और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने में मदद मिलेगी.”
ADG सुधांशु कुमार ने आगे बताया कि बिहार सरकार ने राज्य में यातायात नियमों को प्रभावी रूप से लागू कराने के लिए 10332 पदों को मंजूरी दी है. इसमें 4215 पद राजमार्ग गश्ती के लिए है. उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में राज्य में 'राष्ट्रीय राजमार्ग गश्ती प्रणाली' की शुरुआत की है. उन्होंने कई हाई-टेक वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है. इसका उद्देश्य राज्य में हो रही दुर्घटनाओं को कम करना है.
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