आरक्षण पर कोर्ट का वो फैसला, जिसके बाद बांग्लादेश में ऐसी हिंसा भड़की कि शेख हसीना को भागना पड़ा
ये हिंसा 15 जुलाई को शुरू हुई थी. सड़कों पर तोड़फोड़, पत्थरबाज़ी और गोलीबारी का मंज़र रहा. स्कूल और कॉलेजों को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया. कई शहरों में फ़ौज उतारनी पड़ी. हिंसा में कम से कम 200 लोग मारे गए. हज़ारों लोग घायल हुए.
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