बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या कर शव में आग लगा दी; पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी का लगा था आरोप
Bangladesh Hindu Man Lynched: भीड़ ने दीपू चंद्र दास नाम के व्यक्ति पर हमला किया. उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी. फिर उसके शव को एक पेड़ से बांध दिया और आग लगा दी. दीपू एक गारमेंट फैक्ट्री में मजदूरी करता था और किराए के कमरे में रहता था.
.webp?width=210)
बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच एक हिंदू शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. फिर उसके शव को पेड़ में बांध कर आग लगा दी गई. शख्स पर आरोप था कि उसने पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ कोई टिप्पणी की थी. इसके बाद भीड़ ने गुरुवार, 18 दिसंबर की रात उसे घेर लिया और फिर बर्बरता के साथ उसकी हत्या की.
इंडिया टुडे ने बांग्लादेश पुलिस और बीबीसी बांग्ला की रिपोर्ट के हवाले से बताया कि मृतक युवक का नाम दीपू चंद्र दास है. वह एक गारमेंट फैक्ट्री में मजदूरी करता था. दीपू बांग्लादेश के मैमनसिंह जिले के भालुका उपजिला के दुबालिया पारा इलाके में किराए पर रहता था. पुलिस के मुताबिक उस पर कुछ लोगों ने पैगंबर मुहम्मद के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया.
इसके बाद गुरुवार की रात करीब 9 बजे एक भीड़ ने उस पर हमला कर दिया. भालुका पुलिस स्टेशन के ड्यूटी ऑफिसर रिपन मियां ने बताया कि भीड़ ने पहले दीपू चंद्र दास की पीट-पीटकर हत्या कर दी. फिर उसके शव को एक पेड़ से बांध दिया और आग लगा दी. बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को हटाकर शव अपने कब्जे में लिया.

फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए मैमनसिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया है. अभी तक इसे लेकर कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है. पुलिस के मुताबिक पीड़ित के परिवार के बारे में पता लगाने की कोशिश की जा रही है. औपचारिक शिकायत दर्ज होने के बाद कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी.
इधर भाजपा ने इस मुद्दे पर पोस्ट करते हुए बांग्लादेश की यूनुस सरकार के साथ-साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी सवाल उठाए हैं. भाजपा की पश्चिम बंगाल ईकाई ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा,
कल रात बांग्लादेश में एक हिंदू, दीपू चंद्र दास को पीट-पीटकर मार डाला गया, फांसी दी गई और जला दिया गया. यह सिर्फ बांग्लादेश में दीपू चंद्र दास की बात नहीं है; यह हरगोबिंदो दास और चंदन दास की भी बात है, जिन्हें पश्चिम बंगाल में ममता के राज में भी यही अंजाम भुगतना पड़ा. चाहे पश्चिम बंगाल में ममता के राज में हो या बांग्लादेश में यूनुस के राज में, उन्हें इसलिए मारा गया क्योंकि वे हिंदू थे.

यह भी पढ़ें- बांग्लादेश फिर सुलगा, ढाका समेत कई जगहों पर फैली हिंसा, भारत के खिलाफ नारे
मालूम हो कि यह हत्या बांग्लादेश में जारी देशव्यापी हिंसा के बीच हुई है. कट्टरपंथी राजनीतिक कार्यकर्ता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद गुरुवार को राजधानी ढाका समेत कई जगहों पर उग्र प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़, हिंसा और आगजनी की. प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के प्रमुख अखबारों की बिल्डिंग में तोड़फोड़ की. इसके अलावा भारत के डिप्टी हाई कमिश्नर के घर के बाहर पत्थरबाजी भी की गई. कुछ जगहों पर भारत के खिलाफ नारे भी लगाए गए. इस बीच अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
वीडियो: बांग्लादेशी उस्मान हादी की मौत के बाद, गुस्साई भीड़ पत्रकारों को क्यों निशाना बना रही है?

.webp?width=60)


