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'ट्रेन में की सिपाही की हत्या'- अतीक हत्याकांड के आरोपी अरुण मौर्य की कुंडली डराने वाली है

पिछले 6 सालों से घर से बाहर रहा था अरुण मौर्य उर्फ कालिया.

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Ashraf Atique Murder Arun Maurya Kalia Accused Of Killing GRP Police
अतीक-अशरफ की हत्या करने वालों में अरुण का नाम भी शामिल है. (फोटो- इंडिया टुडे/ANI)
16 अप्रैल 2023 (Updated: 16 अप्रैल 2023, 12:41 IST)
Updated: 16 अप्रैल 2023 12:41 IST
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माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ (Atique Ahmed Ashraf Murder) की हत्या करने वाले तीन आरोपियों के नाम सामने आए हैं. दोनों की हत्या 15 अप्रैल की रात को हुई. आरोपियों के नाम लवलेश तिवारी (Lavlesh Tiwari), अरुण मौर्य उर्फ कालिया (Arun Maurya Kalia) और सनी हैं. हत्याकांड में शामिल अरुण मौर्य उत्तर प्रदेश के कासगंज का रहने वाला है.

आजतक/इंडिया टुडे को मिली जानकारी के मुताबिक, अरुण मौर्य उर्फ कालिया कासगंज के सोरों थाना क्षेत्र में लगने वाले गांव बघेला पुख्ता का रहने वाला है. अरुण के पिता का नाम हीरालाल बताया जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, अरुण उर्फ कालिया पिछले छह सालों से घर से बाहर रह रहा था.

रिपोर्ट के अनुसार, अरुण के माता-पिता का 15 साल पहले निधन हो चुका है. आरोप है कि GRP थाने के एक पुलिसकर्मी की हत्या करने के बाद अरुण उर्फ कालिया फरार हो गया था. इस मामले में वो बाद में जेल भी गया था. जेल से छूटने के बाद वो कासगंज छोड़कर बाहर चला गया था. आरोप है कि साल 2014-15 में कासगंज-बरेली-फर्रुखाबाद रेलवे मार्ग पर उझयानी और सोरों के बीच चलने वाली ट्रेन में लूट के बाद उसने सिपाही की हत्या कर दी थी.

अरुण उर्फ कालिया के दो छोटे भाई भी हैं. जिनके नाम धर्मेंद्र और आकाश हैं. ये दोनों फरीदाबाद में रहकर कबाड़ बेचने-खरीदने का काम करते हैं. अरुण मौर्या की चाची लक्ष्मी देवी और चाचा गांव में ही रहते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, अरुण की चाची लक्ष्मी ने बताया कि अरुण बहुत पहले गांव आया था. उसके बाद वह आज तक नहीं आया है. अरुण की चाची ने आगे बताया कि वो गांव आता था लेकिन किसी से बात नहीं करता था.

लवलेश तिवारी

अतीक-अशरफ की हत्या करने वाले आरोपियों में से एक नाम लवलेश तिवारी का भी है. फेसबुक प्रोफाइल के मुताबिक लवलेश ने प्रोफाइल का नाम 'महाराज लवलेश तिवारी' उर्फ चूचू लिखा हुआ है. फेसबुक में डेढ़ हजार फेंड्स हैं. प्रोफाइल के मुताबिक वो अपने आप को बजरंग दल का जिला सह सुरक्षा प्रमुख बताता था. हालांकि, ANI के दिए इंटरव्यू में लवलेश की मां ने बताया कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं हैं, वो पहले बजरंग दल से जुड़ा था.

लवलेश के पिता ‘यज्ञ कुमार’ का कहना है कि उनका अपने बेटे से कोई लेना देना नहीं हैं. उन्होंने मीडिया को बताया,

“घटना के बारे में कल टीवी पर देखकर पता चला. हमें कोई जानकारी नहीं है और ना ही उससे कोई मतलब है. लवलेश घर में नहीं रहता था. वो 5-6 दिन में एक बार घर आता था और सिर्फ नहा धोकर निकल जाता था. घर में उसकी किसी से कोई बात नहीं होती थी.”

लवलेश के पिता ने ये भी बताया कि एक वो एक लड़की को सरेआम थप्पड़ मार चुका है और इसके लिए जेल भी जा चुका है. उन्होंने आगे कहा पूरा मोहल्ला बता सकता है कि परिवारने सालों से उससे बात नहीं की. लड़की को थप्पड़ को मारने के मामले में उस पर केस भी चल रहा है. वो जेल भी गया था. साल-डेढ़ साल पहले जमानत पर छूटकर आया था.

वहीं लवलेश के छोटे भाई वेद कुमार तिवारी ने बताया कि लवलेश उसका सगा बड़ा भाई है. वो बांदा में ही रहता था. वेद के मुताबिक लवलेश कब घर आता था, कब जाता था, इस बारे में उन्हें कुछ नहीं पता होता था. हम पूछते भी थे तो वो कभी कुछ नहीं बताता था. पिछली बार हफ्ता भर पहले घर आए था.

वीडियो: अतीक अहमद और अशरफ की हत्या, फिर वारदात वाली जगह पर लगाए जय श्रीराम के नारे

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