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अरविंद केजरीवाल CM की कुर्सी पर रहते हुए जेल जाने वाले पहले नेता बने

Delhi Excise Policy केस में Arvind Kejriwal गिरफ्तार हुए हैं. इससे पहले कई मुख्यमंत्री गिरफ्तार हुए, लेकिन जेल जाने से पहले उन्होंने अपनी कुर्सी किसी न किसी को सौंप दी थी. जनवरी महीने के अंत में ED ने Hemant Soren को गिरफ्तार किया था. 1997 में लालू ने सीएम पद से इस्तीफा देकर सरेंडर किया था.

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Kejriwal
नई शराब नीति घोटाला मामले में गिरफ्तार हुए हैं अरविंद केजरीवाल. (India Today)
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सौरभ
21 मार्च 2024 (Published: 11:37 PM IST) कॉमेंट्स
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भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में क्या किसी सीटिंग यानी पद पर रहते मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया है? 21 मार्च, 2024 की तारीख के बाद से इस सवाल का जवाब है, हां. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है. वो ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्हें कुर्सी पर रहते हुए गिरफ्तार किया गया. इससे पहले कई मुख्यमंत्री गिरफ्तार हुए, लेकिन जेल जाने से पहले उन्होंने अपनी कुर्सी किसी न किसी को सौंप दी थी.

हेमंत सोरेन

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से करीब 50 दिन पहले झारखंड में भी सियासी हलचल मचा था. ED की गाड़ियां झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ढूंढ रही थीं. उन्हें भी पूछताछ के लिए 10 समन जारी कर दिए गए थे. सोरेन पर रांची में जमीन पर अवैध कब्जे का आरोप लगा. पूरी जनवरी ऐसी खबरें चलती रहीं कि हेमंत सोरेन को जल्द गिरफ्तार किया जा सकता है. इस बीच हेमंत दिल्ली भी हो आए. कहा गया कि झारखंड के मुख्यंमत्री फरार हो गए हैं. आखिरकार 31 जनवरी, 2024 को हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया गया. फिलहाल सोरेन जेल में हैं.

लेकिन हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी से ऐन पहले सत्ता हस्तांतरण का पूरा प्लान तैयार कर रखा था. उन्हें ये मालूम था कि गिरफ्तार होने में अब कुछ ही घंटे बचे हैं. दिल्ली से लौटते ही उन्होंने विधायक दल की बैठक बुलाई. हालांकि इस बैठक में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी पहुंचीं. जिसके बाद ये कयास लगे कि झारखंड की अगली मुख्यमंत्री सोरेन की पत्नी हो सकती हैं. लेकिन अंत में चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री चुना गया. हेमंत सोरेन ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा. और कुछ ही देर में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

लालू यादव

अगस्त 1997. भारत के एक राज्य में नया इतिहास लिखा जा रहा था. बिहार के मुख्यमंत्री लालू यादव 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाले मामले में फंसे हुए थे. गिरफ्तारी की तलवार लटक रही थी. CBI कोर्ट ने लालू के खिलाफ गिरफ्तारी का वॉरंट जारी कर दिया था. इसके खिलाफ लालू ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया. सुप्रीम कोर्ट से लालू को राहत मिली. उनकी गिरफ्तारी पर एक अल्पकालीन रोक लगा दी गई. लालू मंझे हुए नेता थे. उन्होंने सर्वोच्च अदालत के फैसले का जश्न नहीं मनाया. सबसे पहले अपना इस्तीफा दे दिया. क्योंकि लालू जानते थे गिरफ्तारी जल्द होगी. और इससे पहले कि लालू की पार्टी के नेता कुछ समझ पाते अगले मुख्यमंत्री के लिए राबड़ी देवी के नाम का एलान कर दिया गया. 

क्यों गिरफ्तार हुए केजरीवाल?

दिल्ली में शराब घोटाले का मामला पिछले दो साल से चल रहा है. भारत राष्ट्र समिति (BRS) की नेता के कविता को ED ने इसी केस में 16 मार्च को गिरफ्तार किया था. जांच एजेंसी के मुताबिक जांच में खुलासा हुआ है कि नई आबकारी नीति से लाभ उठाने के लिए के कविता ने AAP के नेताओं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तत्कालीन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ मिलकर साजिश रची. साजिश के तहत नई शराब नीति में होलसेलर्स के जरिये लगातार रिश्वत का पैसा AAP तक पहुंचाया जाता रहा. ED का आरोप है कि नई आबकारी नीति से निजी लाभ पाने के एवज में AAP नेताओं तक 100 करोड़ रुपये पहुंचाए गए. 

इस मामले में आम आदमी पार्टी के अन्य प्रमुख नेताओं को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी शामिल हैं. दोनों फिलहाल जेल में हैं.

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