The Lallantop
Advertisement

कोटा में एक और सुसाइड, NEET एग्जाम से पहले हरियाणा के छात्र ने दी जान

मृतक सुमित कुमार हरियाणा के रोहतक का रहने वाला था. उसकी उम्र 20 साल थी. वह कोटा स्थित लैंडमार्क इलाके की उत्तम रेजीडेंसी में रह रहा था. बीते 1 साल से सुमित कोटा में रहकर कोचिंग ले रहा था.

Advertisement
kota coaching student suicide before neet ug exam 2024 ninth suicide case this year
कोटा में एक और स्टूडेंट ने सुसाइड की है. (प्रतीकात्मक फोटो-इंडिया टुडे)
29 अप्रैल 2024 (Updated: 29 अप्रैल 2024, 01:05 IST)
Updated: 29 अप्रैल 2024 01:05 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

राजस्थान के कोटा में एक और कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड का मामला सामने आया है. कोटा के कुन्हाड़ी लैंडमार्क सिटी स्थित हॉस्टल में नीट की तैयारी कर रहे छात्र ने अपनी जान ले ली. छात्र जिस हॉस्टल में रहता था वहां एंटी हैंगिंग डिवाइस नहीं थी. पुलिस ने फिलहाल शव को कोटा MBS अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है और परिजनों को सूचना दे दी है. इस साल कोटा में छात्र आत्महत्या का ये 9वां केस है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक मृतक सुमित कुमार हरियाणा के रोहतक का रहने वाला था. उसकी उम्र 20 साल थी. वह कोटा स्थित लैंडमार्क इलाके की उत्तम रेजीडेंसी में रह रहा था. बीते 1 साल से सुमित कोटा में रहकर कोचिंग ले रहा था. रविवार, 28 अप्रैल को जब उसने पेरेंट्स का फोन नहीं उठाया तो उन्होंने इसकी जानकारी हॉस्टल वार्डन को दी. इसके बाद कमरे का गेट तोड़ा गया तो स्टूडेंट का शव मिला.

छात्र को 5 मई को देनी थी परीक्षा

रात करीब 9 बजे सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और छात्र के परिजनों को उसकी मौत की जानकारी दी. उसने मृतक छात्र के शव को महाराणा भूपाल सिंह (MBS) अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है. उसके परिजनों के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा, और उसके बाद में आगे की कार्यवाही की जाएगी. मृतक सुमित को 5 मई को NEET यूजी 2024 परीक्षा देनी थी. वो पहले भी नीट की परीक्षा दे चुका है.

ये भी पढ़ें- यूपी: खेत में शौच करने गए शख्स को मधुमक्खियों ने बुरी तरह काटा, मौके पर ही मौत हो गई

इस साल कोटा में 9 कोचिंग छात्र अपनी जान दे चुके हैं. वहीं साल 2023 में 29 छात्रों ने सुसाइड किया था. NEET और JEE की तैयारी कर रहे छात्रों की आत्महत्या के पीछे का कारण मानसिक तनाव सामने आया है. प्रशासन के गाइडलाइन जारी करने के बाद भी भी छात्रों की आत्महत्याएं रुक नहीं रही हैं.

(अगर आप या आपके किसी परिचित को खुद को नुकसान पहुंचाने वाले विचार आ रहे हैं तो आप इस लिंक में दिए गए हेल्पलाइन नंबरों पर फोन कर सकते हैं. यहां आपको उचित सहायता मिलेगी. मानसिक रूप से अस्वस्थ महसूस होने पर डॉक्टर के पास जाना उतना ही ज़रूरी है जितना शारीरिक बीमारी का इलाज कराना. खुद को नुकसान पहुंचाना किसी भी समस्या का समाधान नहीं है.)

वीडियो: कोटा में आत्महत्याओं पर CM अशोक गहलोत ने गुस्साए, बोले- अब सिस्टम में सुधार जरूरी है

thumbnail

Advertisement

Advertisement